● आपके पास कॉल कर आपका अनुक्रमांक व जन्मतिथि बता सकते हैं साइबर ठग।
● बहकावे में न आएं विद्यार्थी, कॉल आने पर अपने शिक्षकों को दें जानकारी।
प्रवाह ब्यूरो
लखनऊ। यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 का परीक्षा परिणाम घोषित होने से पहले साइबर अपराधियों द्वारा विद्यार्थियों के पास उनके अंक बढ़ाने के लिए फर्जी कॉल की जा सकती हैं। जिसमें साइबर अपराधियों द्वारा विद्यार्थी की जन्म तिथि से लेकर उनका अनुक्रमांक तक बताया जा सकता है। ऐसे में कोई भी विद्यार्थी साइबर अपराधियों के झांसे में न आएं। जिसमें विद्यार्थियों से साइबर ठगों द्वारा फोन के माध्यम से पैसों की डिमांड की जा सकती है, साथ ही ओटीपी के माध्यम से भी आपके साथ साइबर ठगी हो सकती है।
बोर्ड परीक्षा खत्म होने के बाद जहां यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपी में जांची जा चुकी हैं और यूपी बोर्ड जल्द से जल्द परीक्षा परिणाम घोषित करने की तैयारी में है। वहीं इसी को देखते हुए साइबर ठगों ने भी अपना जाल बिछाना शुरू कर दिया है। पिछली वर्ष की भांति वह विद्यार्थियों के पास फर्जी कॉल कर पैसों की डिमांड कर सकते हैं।
साइबर ठगों द्वारा ठगी के नए-नए तरीके आजमाए जाते हैं। कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा में नंबर बढ़ाने के लिए फर्जी कॉल की जा सकती है। साइबर ठगों द्वारा परीक्षा परिणाम से जुड़ी फर्जी कॉल छात्र और उनके अभिभावकों के पास उनके मोबाइल नंबर पर की जा सकती है। कॉल के माध्यम से उनके द्वारा फर्जी तरीके से आपके अंक भी बताए जा सकते हैं और कुछ अंक बढ़ाने के लिए पैसों की डिमांड की जा सकती है। यदि आपके पास इस प्रकार की कोई भी कॉल आती है तो उसकी सूचना अपने विद्यालय में शिक्षकों को दें, साथ ही अन्य विद्यार्थियों को भी जागरूक करें और फर्जी कॉलों से बचें।
विद्यार्थी इन बातों का रखें ध्यान…..
परीक्षा परिणाम से संबंधित अंक बढ़ाने के लिए कोई भी अज्ञात कॉल आपके पास आती है तो उसके झांसे में न आएं।
अपनी बैंकिंग जानकारी ओटीपी या अन्य कोई डिटेल न दें।
स्वयं विद्यार्थी या आपका बच्चा बोर्ड परीक्षा में शामिल हुआ है तो जागरुक होने की आवश्यकता है।
फर्जी कॉल आने पर इसकी सूचना तुरंत अपने विद्यालय के शिक्षकों को या विभागीय अधिकारियों को दें।