
● सरकार को लगाया करोड़ों रुपए का चूना, कपिल सिंघल द्वारा अपने साथी के साथ तैयार करवाए जाते थे फर्जी बिल।
● फर्जी तरीके से कूटचित बिल करते थे तैयार, जीएसटी की करते थे चोरी।
● ईंट किसी भट्ठे से तो बिल किसी अन्य फर्म का लगाते थे।
● मुरादाबाद के संयुक्त आयुक्त राज्य कर शिव प्रकाश तिवारी ने दर्ज कराया था मुकदमा।
प्रवाह ब्यूरो
संभल । संभल जनपद में पुलिस ने फर्जी तरीके से बिल तैयार कर जीएसटी चोरी करते हुए ईंट की बिक्री करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
जो कि फर्जी तरीके से बिल तैयार कर किसी भट्ठे से ईंटें भरकर किसी अन्य फर्म का बिल लगाते थे। जो सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगा चुके हैं तथा मुख्य सरगना कपिल सिंघल द्वारा अपने साथी विकास शर्मा के साथ मिलकर जीशान और दानिश द्वारा फर्जी बिल तैयार करवाए जाते थे। उन्हीं के द्वारा ट्रैकों को पास करवाया जाता था। बीते 20 मई को संयुक्त आयुक्त राज्य कर संभाग-ए मुरादाबाद शिव प्रकाश तिवारी ने फर्जी तरीके से बिल तैयार कर जीएसटी की चोरी करके ईंटों की बिक्री करने के मामले में संभल कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कराया था।
जिसके आधार पर संभल कोतवाली पुलिस ने गुरुवार को गिरोह के दो सदस्य बेगम सराय निवासी दानिश पुत्र मोहम्मद उमर व जीशान पुत्र अरमान को चौधरी सराय चौराहे से गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में मामला सामने आया कि रामनगर काशीपुर के व्यापारी संभल के दलालों से संपर्क रखते थे। जहां वह ईंटों की बिक्री के संबंध में वार्ता भी करते रहते थे। जिसमें संभल के दलालों में शाकिर, हसीब, अजीम उर्फ छोटे, भट्ठा मालिकों तथा ट्रक मालिकों से बात कर सौदा करते थे। भट्ठों से ईंटें भर कर ट्रक में बिना बिल के ले जाते थे। इतना ही नहीं जीशान, अंतू, महफूज तथा आसिफ इन लोगों को फर्जी कच्चा बिल तैयार कर उपलब्ध कराते थे। अधिक ईंटें भरकर कम ईंटों का कम रेटों पर फर्जी बिल तैयार कर ओवरलोडिंग की भी बचत करते थे।
इसके अलावा यह लोग ईंट किसी अन्य भट्ठे से भरते थे तथा बिल किसी अन्य फर्म द्वारा जारी करवाते थे। कपिल सिंघल द्वारा अपने साथी विकास शर्मा के साथ मिलकर जीशान और दानिश से फर्जी बिल तैयार करते थे तथा ट्रैकों को पास करते थे और प्रत्येक ट्रक पर 50 हजार रुपए की बचत दिखाते हुए बिल तैयार करते थे। लगभग 2 हजार ईंटों से भरे ट्रकों को सप्लाई किया जा चुका है, जो उत्तराखंड के काशीपुर में भिजवाए जाते थे। जिससे अब तक सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाया जा चुका है।
ऐसी फर्म से बिल होता था तैयार, जो अस्तित्व में ही नहीं, सबका अलग-अलग था कमीशन।
गिरोह के सदस्य ईंटें किसी भट्ठे से भरकर ऐसी फर्म से बिल तैयार करवाते थे, जो कहीं भी अस्तित्व में नहीं थी। केवल यह फर्म कागजों में कार्य कर रही है, और पैसों का लेनदेन इनके द्वारा कपिल सिंघल के प्रतिष्ठान श्री राम राधेश्याम, शिव किशन सेवा केंद्र, ए टू जेड किसान फ्यूल प्वाइंट में ऑनलाइन किया जाता है। इस तरह प्रत्येक गाड़ी पर सबका अलग-अलग कमीशन होता है। जिसमें बिल का 25 प्रतिशत शेयर आसिफ को मिलता था। 15 प्रतिशत छोटे उर्फ अजीम को प्राप्त होता है। इसके अलावा 15 प्रतिशत शेयर कपिल सिंघल को मिलता है। शेष 35 प्रतिशत उमर व 10 प्रतिशत शेयर जीशान का होता है।
पिछले तीन-चार वर्षो से चल रहा था धंधा।
फर्जी तरीके से बिल तैयार कर ईंटों की बिक्री करने वाले गिरोह द्वारा यह गोरख धंधा तीन-चार वर्षो से चल रहा था। जिसमें मुख्य आरोपी कपिल सिंघल के प्रतिष्ठान श्रीराम राधेश्याम, शिव किशन सेवा केंद्र, ए टू जेड किसान फ्यूल प्वाइंट से ऑनलाइन लेनदेन किया जाता था। सभी लेन-देन कपिल सिंघल के प्रतिष्ठान से ही किया जाता था। पिछले तीन-चार वर्षो से लगातार जीएसटी की चोरी कर फर्जी बिल तैयार करते थे।
एसपी बोले – अन्य सदस्यों की भी जल्द होगी गिरफ्तारी।
एसपी कृष्ण कुमार ने बताया कि गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा अन्य लोगों की भी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। इन लोगों द्वारा सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाया जा चुका है जिसका मुख्य सरगना कपिल सिंघल है। जिसके द्वारा फर्जी बिल तैयार कर अपने साथी विकास शर्मा के साथ जीशान और दानिश से बिल तैयार कराकर ट्रैकों को पास करवाया जाता था।