
● युवती का गांव के ही युवक से चल रहा था प्रेम प्रसंग, बदनामी न हो, इसलिए की हत्या।
● भाई और पिता ने युवती के प्रेमी व उसकी पत्नी पर लगाया था हत्या का आरोप।
● एसपी ने किया हत्या का खुलासा, पिता व भाई सहित पांच गिरफ्तार।
● बहजोई सीएससी फार्मासिस्ट भी गिरफ्तार, पीएम रिपोर्ट बदलने को लिए थे 50 हजार।
प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल के रजपुरा थाना क्षेत्र में की गई युवती की हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है। युवती की हत्या उसके भाई और पिता ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर की थी। शव कमरे में फांसी के फंदे पर लटका दिया था। घटना का खुलासा करते हुए पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
बीते 27 मई को थाना क्षेत्र के हैमदपुर गांव निवासी युवती का शव कमरे में लटका हुआ मिला था। जहां उसके पिता ने गांव निवासी उसके प्रेमी और उसकी पत्नी के साथ अन्य पर हत्या का आरोप लगाकर तहरीर दी थी।
पुलिस ने जांच की तो घर में ही हत्या करने की आशंका हुई। जहां पुलिस ने पूछताछ की तो मृतका के भाई और उसके पिता ने हत्या करने की बात स्वीकार ली।
पुलिस ने हत्या करने वाले पिता चंद्रकेश पुत्र श्री राम, भाई धर्मेंद्र पुत्र चंद्रकेश, क्षेत्र के ही जयदासपुर निवासी जयप्रकाश पुत्र सोनपाल, जुनावई के अजीजपुर गांव निवासी प्रवेश पुत्र कल्यान सिंह तथा हयात नगर निवासी व बहजोई सीएचसी में तैनात फार्मासिस्ट मधुर आर्य पुत्र जगदीश आर्य को गिरफ्तार कर लिया। जिनके खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही करते हुए जेल भेजा गया है।
प्रेमी के साथ फरार न हो जाए, इसलिए बदनामी के डर से की थी हत्या।
प्रेमी व उसकी पत्नी को चाहते थे फंसाना, लगाया था हत्या का आरोप।

युवती का गांव के एक युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था। आसपास ग्रामीणों को इसकी जानकारी हो गई थी। पिता और भाई को जानकारी हुई तो वह बदनामी का डर समझते हुए उन्होंने हत्या का प्लान बनाकर हत्या का आरोप उसके प्रेमी और पत्नी पर लगाने का प्लान बना लिया था।
युवती के साथ प्रेमी द्वारा बात करने का ऑडियो भी प्रेमी की पत्नी को मिल गया था। वह ऑडियो उसकी पत्नी पूनम ने अपने भाई उमेश को भेज दी थी। ऑडियो को लेकर मृतक युवती और प्रेमी की पत्नी में झगड़ा भी हुआ था। रात्रि में प्रेमी प्रमोद और उसकी पत्नी में आपस में झगड़ा हुआ था। झगड़े के दौरान युवती का भाई घर पहुंच गया था, जिसका भी झगड़ा हुआ था। घर आकर उसके भाई और पिता ने बेटी के घर से भागने पर बदनामी होने के डर से उसकी हत्या करने का प्लान बनाया। भाई धर्मेंद्र और पिता चंद्रकेश ने बीते 27 मई की सुबह गला दबाकर युवती की हत्या कर शव फांसी का फंदा लगाकर कमरे में लटका दिया था। हत्या के बात चंद्रकेश और धर्मेंद्र ने साथी जयप्रकाश व प्रवेश को बुला लिया था। षड्यंत्र के तहत फोन के जरिए उसके प्रेमी प्रमोद के साले उमेश को बुला लिया। उमेश पर और उसके बहनोई प्रमोद पर हत्या का आरोप लगा दिया।
जयप्रकाश का पप्पी के साथ जमीनी विवाद होने के चलते पप्पी का भी नाम हत्या में शामिल कर लिया गया। हत्या करने वाले चंद्रकेश, धर्मेंद्र ,जयप्रकाश और प्रवेश ने मिलकर मंजू की हत्या में प्रमोद, उमेश, हर नारायन, पप्पू तथा पूनम को फंसाने का षड्यंत्र किया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदलवाने को डॉक्टर को दिए थे 50 हजार रुपए।
हत्या करने के बाद बहजोई सीएचसी में तैनात फार्मासिस्ट मधुर आर्य ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदलने के लिए हत्यारोपियों से 50 हजार रुपए का सौदा किया था। रुपए शाम को कुछ लेट पहुंचने पर पोस्टमार्टम 28 मई को हो पाया था। डॉ. मधुर आर्य ने इसके लिए 50 हजार रुपए लिए थे। जब पुलिस ने इसकी जांच की तो डॉक्टर मधुर आर्य को गिरफ्तार किया और उसके मोबाइल से पता चला कि वह विभिन्न थानों पर पंजीकृत मुकदमों में मेडिकल रिपोर्ट के साथ रिश्वत लेकर हेरा फेरी करने का काम करता था। इतना ही नहीं मधुर आर्य अपने आप को डिप्लोमा फार्मासिस्ट राजपत्रित अधिकारी एसोसिएशन का जिलाध्यक्ष बताकर लोगों पर अपना प्रभाव दिखाता था।