
● पूर्व मंत्री/विधायक अजीत कुमार उर्फ राजू यादव ने किया अनावरण।
● ब्राह्मण शक्ति संघ के प्रदेश अध्यक्ष सहित सैकड़ो परशुराम भक्त रहे मौजूद।
प्रवाह ब्यूरो
संभल। सोमवार को गुन्नौर के पीपलवाला स्थित मां चामुंडा देवी मंदिर परिसर में भगवान परशुराम की मूर्ति की स्थापना की गई।
सोमवार को पूर्व निर्धारित समयानुसार सुबह 11 बजे वैदिक रीति-रिवाज और मंत्रोच्चारण के बीच भगवान परशुराम की भव्य मूर्ति की स्थापना संपन्न हुई। इस शुभ अवसर पर क्षेत्र के पूर्व मंत्री एवं विधायक अजीत कुमार ‘राजू’ ने विधिवत पूजन आदि कर मूर्ति का अनावरण किया।
मूर्ति स्थापना समारोह में ब्राह्मण शक्ति संघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक मिश्रा सहित बड़ी संख्या में परशुराम भक्तों की उपस्थिति रही।

श्रद्धालुओं ने गले में जय श्री राम व जय परशुराम का पटका आदि डालकर परंपरागत पोशाकों में भाग लिया एवं कार्यक्रम स्थल पर विशेष पूजा-अर्चना की गई। पंडित राजाराम शर्मा द्वारा वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ ही धार्मिक वातावरण की सृष्टि हुई।
इस अवसर पूर्व मंत्री अजीत कुमार ‘राजू’ ने भगवान परशुराम की जय का उद्घोष करते हुए अपने संबोधन में कहा कि हम सब लोगों का सौभाग्य है कि आज हम सब भगवान परशुराम की मूर्ति अनावरण में शामिल हुये हैं “भगवान परशुराम हमारे ज्ञान, शक्ति और न्याय के प्रतीक हैं। उनकी प्रतिमा समाज को मर्यादा, अनुशासन और संस्कृति की प्रेरणा देती रहेगी।” यहां भगवान परशुराम की मूर्ति प्रतिस्थापित कर सभी लोग ने बहुत ही अच्छा कार्य किया है। यह सनातन को बढ़ावा देने का पुनीत कार्य है। जो भारतीय संस्कृति और धर्म की श्रेष्ठता को दर्शाता है। हमारी सनातन संस्कृति और धर्म विश्व में अद्वितीय और सर्वश्रेष्ठ हैं।

दूसरी तरफ अपने वक्तव्य में ब्राह्मण शक्ति संघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक मिश्रा ने भगवान परशुराम बारे में बताते हुए कहा कि भगवान परशुराम ब्राह्मण थे लेकिन, उनमें गुण क्षत्रियों वाले थे। भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम ऋषि जमदग्नि और रेणुका के पांच पुत्रों में से चौथे पुत्र थे। परशुराम भगवान शिव के परम भक्त थे। उन्हें न्याय का देवता भी कहा जाता था।
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, भगवान परशुराम सात चिरंजीवी पुरुषों में से एक हैं और कलयुग में आज के समय में भी धरती पर मौजूद हैं। भगवान परशुराम के जन्म का नाम राम था। जब उन्होंने अपनी कठोर तपस्या से भगवान शिव को प्रसन्न किया। तदोपरांत भगवान शिव ने इन्हें कई अस्त्र और शस्त्र प्रदान किए। जिसमें से परशु भी मुख्य है। उन्होंने परशु धारण किया जिसके बाद ये परशुराम कहलाए। माहौल की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रतिमा अनावरण के मद्देनजर विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन का व्यापक इंतजाम रहा। जिसके तहत मोके पर दर्जनों पुलिसकर्मियों के साथ-साथ पुलिस बल द्वारा चाक चौबंद व्यवस्था रही।

इस अवसर पर आयोजक एवं क्षेत्रवासियों द्वारा आए हुए समस्त सम्मानित गणमान्य व्यक्तियों को माल्यार्पण करते हुए बुके व प्रतिमा आदि भेंट कर सम्मानित किया गया। इसी क्रम में डॉ. गौरव कुमार शर्मा व रामौतार शर्मा ने अनावरण मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री व विधायक अजीत कुमार ‘राजू’ को भगवान परशुराम की प्रतिमा भेंट कर सम्मानित करते हुए आभार व्यक्त किया।

तदोपरांत प्रसाद वितरण के बाद कार्यक्रम का संपन्न किया गया। इस अवसर पर ब्राह्मण शक्ति संघ के पदाधिकारियों में प्रदेश संयोजक मुकेश गौड, प्रदेश कोषाध्यक्ष सचिन शर्मा, जिला महामंत्री विमल शर्मा व प्रदेश मीडिया प्रभारी मुनीष शर्मा के साथ-साथ एड. प्रवेश शर्मा, अभिषेक शर्मा, हिमालय शर्मा, पं. रामवीर शर्मा, आशीष शर्मा, मुकेश गुप्ता, गोपाल कुशवाह, रामौतार शर्मा, मनोज शर्मा, गौरव कुमार शर्मा, अनमोल शर्मा, आकाश शर्मा, वेदवसु आर्य, गणेश शर्मा, मनमोहन शर्मा, शिवा राघव, वीरेश यादव आदि के साथ-साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों और गणमान्य व्यक्तियों व सैकड़ो परशुराम भक्तों ने भाग लिया।