14 साल बाद मिले पति को देख लिपटकर रोने लगी पत्नी, पुलिस भी हुई भावुक।

कैला देवी पुलिस का सराहनीय कार्य: 14 साल से गायब लावारिस हालत में मिले इंजीनियर को, परिजनों से मिलाया।

बिहार के भोजपुर जनपद निवासी है इंजीनियर, झारखंड के आईआईटी रैंक की माइंस कॉलेज से की है इंजीनियरिंग।

14 साल बाद परिजनों से हुई वीडियो कॉल पर बात, तो खुशी से निकले आंसू।

कैला देवी पुलिस ने नहलाकर पहनाए स्वच्छ कपड़े, कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं था इंजीनियर।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल के कैलादेवी थाना पुलिस का एक सराहनीय कार्य सामने आया है। लावारिस हालत में मिले इंजीनियर जो 14 साल पहले अपने परिजनों से गायब हो गया था, कैलादेवी थाना क्षेत्र में मिलने के बाद पुलिस ने थाने लाकर उसे नहलाया और स्वच्छ कपड़े पहनाए। पूर्व में वह कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं था। लगातार परिजनों को ढूंढने की कोशिश की गई। जब उसने बताने की कोशिश की तो पुलिस ने तुरंत परिजनों से संपर्क करना शुरू कर दिया।
बिहार के भोजपुर जनपद का पता बताया तो पुलिस ने भोजपुर पुलिस से संपर्क साधा। लगातार कोशिश के बाद कैला देवी थाना प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह 14 साल पहले परिजनों से बिछड़े इंजीनियर को उनके परिजनों से मिलवा दिया और शनिवार देर शाम कैला देवी थाने पहुंची उसकी पत्नी देखते ही लिपटकर रोने लगी तो उसके भाई की आंखों में भी आंसू आ गए जहां पुलिस भी भावुक हो गई। तदोपरांत पुलिस ने इंजीनियर को उसकी पत्नी और भाई के सुपुर्द कर दिया।

थाना क्षेत्र के साकिन शोभापुर खालसा गांव के जंगल में बीते 16 जुलाई की रात्रि को एक अधेड़ लावारिस अवस्था में ग्रामीणों को दिखाई दिया। जिसके शरीर पर भी कीड़े घूम रहे थे।
जिसकी सूचना डायल 112 को दी गई। जिसे कैला देवी थाने लाया गया। जहां वह कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं था। कैला देवी थाना प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह द्वारा उसे नहलाकर साफ कपड़े पहनाए गए। तीन दिन बाद शनिवार को उसने अपना पता बताने की कोशिश की तो पुलिस ने तुरंत बिहार के भोजपुर जनपद की पुलिस से संपर्क किया। बताए गए अनुसार वह गांव नहीं निकला। दोबारा पुलिस ने पूछताछ की तो किसी तरह उसने अपना गांव बताया। जिसे अपना नाम सत्यदेव चौबे पुत्र ओमकारनाथ चौबे निवासी धमनिया थाना गरहनी जनपद भोजपुर बिहार बताया। भोजपुर के गरहनी थाना पुलिस द्वारा गांव पहुंचकर परिजनों से संपर्क किया गया और फोटो से पहचान कराई। जहां पहचान के बाद परिजनों ने पहचान लिया उसके बाद वीडियो कॉल की गई तो सत्यदेव चौबे ने भी अपने परिजनों को पहचान लिया।
जहां परिजनों ने बताया कि 14 साल से वह गायब थे। वह झारखंड की आईआईटी रैंक की माइंस कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके हैं। कोयले की खदान में भी काम किया है तथा अन्य जगह भी सेवाएं दी हैं। किसी तरह आज से 14 साल पहले गायब हो गए थे।
14 साल बाद जब परिजनों की वीडियो कॉल पर बात हुई तो उनके खुशी से आंसू निकल आए। थाना प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह की सराहनीय कार्य के चलते 14 साल बाद अधेड़ अपने परिजनों से मिला जहां पुलिस ने शनिवार देर शाम उन्हें परिजनों को सौंप दिया।

इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर कई जगह दी है सेवा, कोइल माइंस में भी कर चुके हैं काम।

परिवार में कुछ ही दिन बाद बेटी की है शादी, 14 साल बाद परिजनों से हुई भेंट तो छाई खुशी।

संभल। बिहार के भोजपुर जनपद के रहने वाले 14 साल पहले गायब हुए इंजीनियर संभल जनपद के कैला देवी थाना क्षेत्र में लावारिस हालत में मिले तो कैला देवी पुलिस ने सराहनीय कार्य करते हुए उसे नहलाया और साफ कपड़े पहनाए। लगातार कैला देवी पुलिस परिजनों के संपर्क करने की कोशिश की लेकिन इंजीनियर कुछ भी बताने की हालत में नहीं था। 3 दिन बाद घर का पता बताया तो पुलिस ने संबंधित पुलिस से संपर्क कर परिजनों की तलाश कर ली। जहां ऊन्हें शनिवार देर शाम परिजनों को सौंप दिया।
परिजनों ने बताया कि वह झारखंड के आईआईटी रैंक की माइंस कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके हैं।
इसके अलावा अन्य सेवा क्षेत्र में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
कुछ दिन बाद उसकी बेटी की भी की शादी है। जिसमें सम्मिलित होने व अपने ही हाथों से कन्यादान करने का मौका मिलेगा।
जहां परिजनों ने आस छोड़ दी थी। जैसे ही कैला देवी थाना पुलिस ने भोजपुर पुलिस से संपर्क कर वीडियो कॉल के माध्यम से बात कराई तो परिजनों की खुशी से आंखें भर आईं।
इंजीनियर सत्यदेव चौबे के परिवार के अन्य लोग भी बड़े पद पर सेवाएं दे रहे हैं। वह किसी तरह 14 साल पहले अचानक गायब हो गए थे। जहां परिजनों ने हर जगह तलाश किया था, लेकिन कहीं पता नहीं चल सका तो परिजनों ने आस छोड़ दी थी।
संभल के कैला देवी थाने पहुंचकर परिजनों ने कैला देवी पुलिस की सराहना करते हुए धन्यवाद दिया।
14 साल बाद बिछड़े हुए इंजीनियर को उनके परिजनों से मिलाने के सराहनीय कार्य की पुलिस की बहुत ही प्रशंसा हो रही है।

14 साल बाद मिले पति को देख थाने में ही लिपटकर रोई पत्नी।

बिहार के भोजपुर जनपद के गांव निवासी सत्यदेव चौबे जहां रांची से अपनी दवाई लेते समय गायब हो गए थे। वहीं परिजन लगातार कई वर्षों तक ढूंढते रहे और जिंदा होने की आस छोड़ दी थी। उन्हें क्या पता था कि 14 साल बाद उनकी मुलाकात सत्यदेव से होगी। मानसिक स्थिति खराब और अर्धनग्न कपड़ों में थाना क्षेत्र के गांव में लावारिस हालत में मिले सत्यदेव को पुलिस ने सहारा दिया। उन्हें थाने में आवास में रखकर नहलाया स्वच्छ कपड़े पहनाए। अच्छा खाना खिलाया। थाना प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह ने लगातार मानवीयता को अपनाते हुए परिजनों से संपर्क करने की कोशिश की। गलत पता होने के बावजूद भी हिम्मत नहीं हारी और फिर भोजपुर एसपी से संपर्क कर गांव के बारे में जानकारी ली फिर संबंधित थाना प्रभारी से बात की और परिजनों को तलाश किया।

वीडियो कॉल से बात की तो परिजन फोन पर ही रोने लगे। शनिवार शाम तक परिजन कैला देवी थाने पहुंच गए, जिसमें सत्यदेव की पत्नी पुष्पा और उनके भाई मुखदेव चौबे आदि साथ थे।
कैला देवी थाना प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह लगातार परिजनों के संपर्क में रहे। थाने में पहुंचते ही उनकी पत्नी पुष्पा देखते ही लिपट गई और रोने लगी। उनके भाई की आंखों में भी आंसू आ गए। थाने में मौजूद हर आंख भावुक हो गई। जहां पुलिस भी भावुक हुई।
उनकी पत्नी और भाई ने संभल पुलिस की प्रशंसा करते हुए धन्यवाद दिया तो वहीं थाना प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह की प्रशंसा करते हुए हाथ जोड़कर आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद किया।

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