गणेश चौथ मेला की तैयारियां तेज, मेला समिति ने किया दुकानों का आवंटन।

25 अगस्त से 14 सितंबर तक चलेगा चंदौसी का मेला गणेश चौथ।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। मेला गणेश चौथ को लेकर मेला कमेटी ने तैयारियां तेज कर दी हैं। रविवार को मेला गणेश चौथ के 65वें महोत्सव के आयोजन को लेकर 25 अगस्त से 14 सितम्बर तक लगने वाले मेले के लिये मेला समिति पदाधिकारियों द्वारा दुकानों और स्टालों का आवंटन किया गया।
मेला इंचार्ज रविन्द्र गुप्ता रूपी ने बताया कि मेले के ग्राउंड को दुकानों और स्टालों के लिये 16 ब्लॉकों जिसमें सरस्वती ब्लॉक, दुर्गा ब्लॉक, लक्ष्मी ब्लॉक, विष्णु ब्लॉक, कृष्ण ब्लॉक, राधा ब्लॉक, राम ब्लॉक, सीता ब्लॉक, नारद ब्लॉक, शंकर ब्लॉक, पार्वती ब्लॉक, गणेश ब्लॉक, हनुमान ब्लॉक व रिद्धि सिद्धि ब्लॉक में बाटा गया हैं। जिसके अनुरूप दूरदराज से आने वाले दुकानदारों को उनकी आवश्यकतानुसार जगह उपलब्ध कराने के लिये दुकानों और स्टॉलों का आवंटन किया गया है। मेला ग्राउंड में कुल 352 दुकानें हैं जहां 35 दुकानें सरकारी प्रदर्शनी की होंगी। रविवार देर शाम तक 276 दुकानों का आवंटन न्यूनतम मूल्य पर हुआ। इस बार मेले में कर्नाटक कैफे के साउथ व्यंजन, राजस्थानी कपड़ा और जूती तथा बच्चों के लिए जर्मन क्ला ‘पंजा’ आदि के विशेष स्टॉल लगेंगे। मेले के खेल गांव में विभिन्न प्रकार के झूले आदि आकर्षण का केन्द्र रहेगें।
साथ ही मेला समिति सदस्य मनोज गुप्ता मीनू ने बताया कि जिला प्रशासन के आदेशानुसार दुकानदारों से आवश्यक दिशानिर्देश स्वरूप शपथ पत्र जमा किए गए। जिसमें प्रत्येक दुकानदार को अग्नि अवरोधक नियंत्रक रखना आवश्यक होगा, मेले में प्लास्टिक और डिस्पोजल पूर्णत वर्जित रहेगी, कूड़ा, कूड़ादान में ही डालना होगा साथ ही दुकान के आगे स्वयं सफाई भी सुनिश्चित करनी होगी जिससे मेला स्थल साफ व स्वच्छ रह सके इसके अलावा बाल श्रमिक आदि पूर्णतः वर्जित रहेंगे।

अवगत रहे कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश का ऐतिहासिक गणेश चौथ मेला इस बार और भी भव्य रूप में मनाया जाएगा। मुंबई के प्रसिद्ध गणेश महोत्सव की तर्ज पर आयोजित होने वाले इस मेले में रथ यात्रा की मुख्य झांकी को इस बार कृत्रिम सीप से सजाया जा रहा है। साथ ही इस बार मेले में वृंदावन की निधिवन झांकी भी आकर्षण केंद्र रहेगी। कलाकार दिन-रात इसकी तैयारियों में जुटे हुए हैं। आगामी 25 अगस्त से प्रारंभ होने वाले गणेश चौथ मेला 14 सितंबर तक चलेगा।
इसे देखने के लिए प्रदेश के अलावा अन्य प्रदेशों से भी लोग आते हैं। जिसे डा. गिरीराज किशोर ने 1961 में पहली बार अपने हाथ से भगवान गणेश की मिट्टी की मूर्ति बनाकर चन्दौसी नगर में भ्रमण कराया।

उस दौरान मंदिर के पास में पूजा-अर्चना के लिए एक-दो प्रसाद की दुकानें ही लगा करती थीं साही मेला गणेश चौथ भी लब सिर्फ 7 दिवसीय होता था, लेकिन अब यह 21 दिन तक चलता है। पहले यह मेला मंदिर के आसपास में लगता था, लेकिन लोगों को हो रही दिक्कत के चलते डॉ. गिरीराज किशोर ने मेले के लिए अलग से जमीन ली और अब हर साल उसी में मेले का आयोजन किया जाता है। 
इस अवसर पर मेला परिषद से मुख्य सचिव हरिगोपाल वार्ष्णेय, ललित किशोर गुप्ता, सुधीर गुप्ता, रविन्द्र कुमार रूपी, मनोज कुमार मीनू, डां. राजीव गुप्ता, प्रजीत कुमार लालू, मेजर शशिकांत गुप्ता, प्रभात कृष्णा, मुकेश ब्रेड, एड. लोकेन्द्र शर्मा, संजय कुमार बब्बू, अभिषेक गुप्ता अप्पू, आशुतोष वार्ष्णेय, शुभम अग्रवाल, संजीव कुमार आदि मौजूद रहे।

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