फेसबुक में डेटा चुराने का भ्रामक संदेश फिर हुआ वायरल।

साल 2020-21 में भी वायरल हुआ था यह संदेश, एक्सपर्ट बोले कुछ नहीं, सिर्फ अफवाह।

प्रवाह ब्यूरो
लखनऊ। आजकल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक भ्रामक मैसेज बिना पुष्टि के ही जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें दावा किया जा रहा है कि फेसबुक एक नया नियम लागू करने वाला है, जिसके तहत कंपनी यूजर्स के डेटा जैसे नाम, तस्वीर, वीडियो, फोन नंबर आदि का इस्तेमाल अपने मुताबिक कर सकेगी। अफवाह उड़ते ही पिछले 48 घंटे में लाखों लोग अपनी प्रोफाइल से धड़ाधड़ ऐसे मैसेज पोस्ट करते हुए एक डिस्क्लेमर दे रहे हैं कि मेरे डेटा का इस्तेमाल नहीं किया जाए। इसको लेकर लखनऊ में जब प्रवाह टीम ने सोशल मीडिया एक्सपर्ट से बात कर इसकी हकीकत जानी तो सोशल मीडिया साइबर एक्सपर्ट ने कहा कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है बल्कि एक अनावश्यक भ्रम फैलाया जा रहा है। इससे पूर्व ऐसा साल 2020-21 में भी हो चुका है तब भी ठीक ऐसा ही एक मैसेज वायरल हुआ था।
ऐसे पोस्ट कई सालों से चल रहे हैं। वास्तविकता में ऐसी कोई पॉलिसी नहीं बन रही है। इसके विपरीत जब आप फेसबुक जैसी प्लेटफार्म पर लाॅग इन करते हैं तभी आपको मेटा/फेसबुक के नियमों का विकल्प चुनना होता है न कि इसके उपरांत। यहां तक कि उनके नियम व शर्तो को माने बिना आप किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर साइन अप तक भी नहीं सकते हैं।

Leave a Comment