
● बुधवार रात्रि आई तेज आंधी से गिर गई थी चिमनी, टैंकर व नाइट्रोजन सिलेंडर में हुआ ब्लास्ट।
● 170 मजदूर कर रहे थे काम, सभी ने भाग कर बचाई जान।
● चार जनपदों से पहुंची दमकल की गाड़ियां, सैकड़ों दमकल कर्मी बुझाते रहे आग।
प्रवाह ब्यूरो
बदायूं। यूपी के बदायूं जनपद के गांव में मेंथा फैक्ट्री में तेज आंधी के चलते चिमनी गिरने से विस्फोट हो गया जिससे आग लग गई। जहां नाइट्रोजन भरे सिलेंडर में ब्लास्ट होने से आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। गांव में तेज धमाकों की आवाज से अफरा तफरी मच गई और सभी लोग गांव छोड़कर भागने लगे। सूचना पर जनपद स्तरीय अधिकारी मौके पर पहुंच गए तथा पुलिस व पीएसी के अलावा अलग-अलग जनपदों से दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं और सैकड़ों दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाना शुरू कर दिया। लेकिन रात भर आग पर काबू नहीं पाया जा सका।
घटना के दौरान फैक्ट्री में लगभग लगभग 170 मजदूर काम कर रहे थे, जिन्होंने आग लगते ही भाग कर जान बचाई। लगभग 60 फीट से अधिक ऊंची लपटों को देख गांव सहम गया और कई किलोमीटर तक तेज धमाकों की आवाज जाती रही, जहां एक के बाद एक 100 से अधिक तेज धमाके हुए। लेकिन गुरुवार सुबह तक आधी से अधिक आग पर काबू पाया जा चुका था।
बदायूं के कूड़ा नर सिंहपुर गांव के नजदीक मेंथा फैक्ट्री है। बुधवार देर शाम तेज आंधी के चलते मेंथा फैक्ट्री में बनी चिमनी ऊपर से टूट कर गिर गई। चिमनी गिरने से मेंथा फैक्ट्री में आग लग गई। कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। वहीं फैक्ट्री में रखे नाइट्रोजन सिलेंडर भी एक-एक करके फटने लगे और तेज धमाका होने लगा। फैक्ट्री में लगे लोहे के टावर भी पिघल कर नीचे गिरने लगे।
धमाकों की आवाज को सुनकर गांव में दहशत बन गई और लोग सहम गए तथा घरों को छोड़कर भागने लगे। अपने-अपने परिवार के साथ सभी लोग भाग गए। घटना के दौरान फैक्ट्री में लगभग 170 मजदूर काम कर रहे थे, जिन्होंने आग लगते ही भाग कर अपनी जान बचाई। आग इतनी भयानक थी कि लगभग 60 फीट की ऊंचाई तक लपेट उठती रहीं। हादसे की सूचना पर बदायूं पुलिस मौके पर पहुंच गई तथा दमकल विभाग भी सूचना पर मौके पर पहुंच गया। आग का विकराल रूप देख मुरादाबाद, संभल, बदायूं तथा बरेली जनपदों से दमकल विभाग की गाड़ियां मंगाई गईं। लगभग सैकड़ों दमकल कर्मी आग पर काबू पाने की कोशिश करते रहे।
एक के बाद एक रात भर विस्फोट होते रहे। जहां नाइट्रोजन से भरे सिलेंडर फटने शुरू हो गए। दिल्ली बदायूं हाईवे पर यातायात को भी पूरी तरह रोक दिया गया और रूट डायवर्ट कर दिया गया।
गुरुवार सुबह तक तेज धमाका होते रहे जिससे आसपास के गांवों में भी दहशत फैल गई। जहां पुलिस लगातार लोगों को आश्वासन देती रही।
दुर्घटना के मद्देनजर मौके पर तैयार रहीं 25 एम्बुलेंस।

घटना के दौरान राजकीय मेडिकल कॉलेज को अलर्ट पर रखा गया था तथा उसमें लगभग 100 बेड रिजर्व रखे गए। वहीं 25 एंबुलेंस को मौके पर ही बाहर खड़ा कर दिया गया जिससे कि किसी भी इमरजेंसी में घटना से निपटा जा सके और घायलों को तुरंत अस्पताल भिजवाया जा सके।
जिलाधिकारी तथा एसपी सहित अन्य अधिकारी भी मौके पर डटे रहे। जहां लोगों ने बताया कि ज्वलनशील पदार्थ से भरा कोई टैंकर भी था, जो ब्लास्ट हो गया। वहीं एक मजदूर के लापता होने की भी सूचना बनी रही।
यूपी सरकार ने मांगी रिपोर्ट, घटना की जानी वजह।

मेंथा फैक्ट्री में आग लगने की सूचना पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भी बदायूं जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब की गई है। जहां हादसे की वजह के अलावा स्थिति को काबू पाने और आग बुझाने की प्रक्रिया के साथ-साथ मजदूरों की स्थिति के बारे में जानकारी ली गई है।
फैक्ट्री संचालक मनोज गोयल के पिता बोले – 100 करोड़ का हुआ नुकसान।

बदायूं मेंथा फैक्ट्री में आग लगने से फैक्ट्री संचालक मनोज गोयल के पिता ने बताया कि बुधवार रात्रि को तेज आंधी के चलते स्ट्रक्चर गिरने से फैक्ट्री में आग लगी थी। जहां पूरी फैक्ट्री को लगभग 100 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा कि 50 करोड़ रुपए का स्ट्रक्चर था, जो आंधी के चलते गिर गया। उन्होंने कहा कि कंपनी में 170 लोग काम करते थे और चार दिन पहले ही फैक्ट्री का इंश्योरेंस खत्म हुआ था, जिसे रिन्यूअल भी नहीं करा पाए थे। लगभग 100 करोड़ का ही इंश्योरेंस था। आग लगने के दौरान सभी मजदूर बाहर निकल आए थे।