
● बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत जिलाधिकारी के निर्देश पर हुआ कार्यक्रम।
प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल जनपद में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत तीन दिवसीय दिव्य गर्भ संस्कार विज्ञान कार्यशाला का गुरुवार को समापन किया गया। जिसमें महिला कल्याण विभाग द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत गर्भवती महिलाओं तथा माता-पिता के लिए शिशु तथा गर्भावस्था के दौरान आध्यात्मिक मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ संतान के लिए प्राचीन वैदिक ज्ञान से परिचित कराया गया।
गुरुवार को तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन बहजोई के बबराला रोड बी.आर. रिसार्ट में किया गया। जहां दिव्य गर्भ संस्कार विज्ञान कार्यशाला का शुभारंभ आकांक्षा समिति अध्यक्षा डॉ. ऊषा, उपाध्यक्ष मृदुला भट्ट, जिला प्रोबेशन अधिकारी चंद्रभूषण, अमिता पैंसिया, संगीता भार्गव, रचना यादव, ममता राजपूत द्वारा दीप प्रज्वलित करके मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। डॉ. ऊषा पैंसिया ने कहा कि आज के तनावपूर्ण और भाग दौड़ भरे जीवन में मातृत्व को दिव्यता प्रदान करना एक आवश्यक आवश्यकता बन गया है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए महिला कल्याण विभाग द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है।

जिसमें गर्भवती महिलाओं होने वाले माता-पिता और परिवारों को गर्भावस्था के दौरान आध्यात्मिक मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ संतान के लिए प्राचीन वैदिक ज्ञान से परिचित कराना था।
उन्होंने कहा कि गर्भ संस्कार न केवल शारीरिक, स्वास्थ्य बल्कि मानसिक, आध्यात्मिक और भावनात्मक विकास के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। यह कार्यशाला वेदों ,आयुर्वेद, योग ,ध्यान और आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के समय से तैयार की गई है। जिसमें विशेषज्ञ डॉक्टर,आयुर्वेदाचार्य, योगाचार्य तथा आध्यात्मिक मार्गदर्शक अपने अनुभव और मार्गदर्शन से प्रतिभागियों को लाभान्वित करा रही हैं। जिसमें बताया गया कि शिशु के समग्र विकास के लिए जागरुकता फैलाना माता-पिता को संस्कार युक्त पालन पोषण की प्राचीन तकनीक से अवगत कराना और एक स्वस्थ बुद्धिमान और संस्कारवान पीढ़ी के निर्माण में योगदान देना है। गर्भ संस्कार के माध्यम से आने वाली पीढ़ियां स्वस्थ, सुदृढ़, समृद्ध और दिव्य हों इसके बारे में विस्तार से बताया गया।
जहां आकांक्षा समिति की उपाध्यक्ष मृदुला भट्ट, अध्यक्ष डॉ. ऊषा पैंसिया, मुख्य चिकित्साधिकारी तरूण पाठक, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला सूचना अधिकारी, सामाजिक संगठन, वन स्टॉप सेंटर एवं मिशन वात्सल्य के सभी कर्मी आदि के साथ कार्यशाला का समापन किया गया।