
● नोडल अधिकारी डॉक्टर मनोज कुमार की तहरीर पर केला देवी पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट।
● क्षेत्र के ही गांव निवासी महिला की प्रसव के दौरान हो गई थी मौत।
प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल जनपद में अवैध रूप से क्लीनिक संचालित कर प्रसव करने व प्रसव के दौरान एक महिला की मृत्यु होने के मामले में शिकायत पर नोडल अधिकारी के निरीक्षण के बाद तहरीर पर कैलादेवी थाने में तीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
कैला देवी थाना क्षेत्र के खिरनी में 19 जून को आशाओं द्वारा नोडल अधिकारी से शिकायत दर्ज कराई गई थी। नोडल अधिकारी ने शिकायत के आधार पर अवैध क्लिनिक संचालित करने वाले डॉ. छत्रपाल के घर पर छापा मारा। जहां उनकी पत्नी रूपवती द्वारा प्रसव किया जाता है। निरीक्षण के दौरान प्रसव में इस्तेमाल होने वाली दवाई, ड्रिप स्टैंड और जली हुई दवाइयां मिलीं। क्लीनिक संचालित करने से संबंधित कोई भी अभिलेख नहीं दिखाया जा सका। मौके पर जली हुई दवाइयां और इंजेक्शन को सील कर दिया गया। वहीं नोडल अधिकारी डॉक्टर मनोज की तहरीर पर कैला देवी थाने में डॉक्टर छत्रपाल और उसकी पत्नी रूपवती के खिलाफ इंडियन मेडिकल काउंसलिंग एक्ट की धारा तथा भारतीय न्याय की संहिता 2023 की धारा 318 (4) व अन्य सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
वहीं दूसरी नोडल अधिकारी डॉ. मनोज कुमार ने खिरनी में ही अवैध रूप से संचालित एक और क्लिनिक को सील किया था। जिस मामले में थाना क्षेत्र के भमोरी पट्टी गांव निवासी आशा द्वारा शिकायत की गई थी कि गांव की विनीता पत्नी अमरपाल की मृत्यु प्रसव के दौरान डॉ. नेहा पत्नी जीराज के क्लीनिक पर हो गई थी। शिकायत पर निरीक्षण करने पर हॉस्पिटल बंद पाया गया लेकिन वहां उपस्थित लोगों द्वारा बताया गया था कि डॉक्टर नेहा महिला की मृत्यु के बाद अपना क्लीनिक बंद करके चली गई है। जहां नोडल अधिकारी की तहरीर पर कैला देवी थाने में डॉक्टर नेहा के खिलाफ भी इंडियन मेडिकल काउंसलिंग एक्ट की धारा में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
नोडल अधिकारी डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि इन दोनों क्लीनिक संचालकों के खिलाफ पहले भी मुकदमा दर्ज कराया गया था।