गणपतिमय हुई नगरी, महापूजन उपरांत निकली 65वीं भव्य रथयात्रा।

राज्य मंत्री गुलाब देवी व प्रभारी मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने किया उद्घाटन।

बैंड बाजों की धार्मिक धुनों के बीच गूंजते रहे गणपति बप्पा के जयकारे।

यूट्यूब चैनलों पर भी दिखा रथयात्रा का लाइव प्रसारण, दर्शकों में फोन में भी कैद करने रही होड।

प्रवाह ब्यूरो
संभल बुधवार को गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर मिनी वृंदावन नगरी चंदौसी में भगवान गणेश की भव्य रथ यात्रा निकाली गई।
65वीं रथयात्रा में 16 स्वचलित झांकियों सहित कुल 41 रथ शामिल हुए जहां लाखों भक्तों एवं श्रद्धालुओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा अत्यंत भव्यता के साथ-साथ अविस्मरणीय बना दिया। इतना ही नहीं रथ यात्रा में मुंबई के सफेद और गोल्डन सीप से बनी गणेश जी की मुख्य झांकी आकर्षण का केंद्र रही। जहां बैंडबाजे, भांगड़ा जत्थे और संकीर्तन समूह ने यात्रा को और अधिक शोभायमान कर दिया।
एशिया की सबसे बड़ी मूर्ति मानी जाने वाली 145 फीट ऊंची गणेशजी की प्रतिमा मेले की विशेषता है। श्रद्धा-भक्ति और उल्लास से परिपूर्ण गणेश यात्रा का मुख्य आकर्षक थीं। जहां अनेक असंख्य स्वचालित झांकिया 12 फीट या इसके भी ऊंची अलग-अलग झांकियों के एक्शन में पौराणिक व देव कथाओं के कई अहम दृष्टांत और प्रसंग थे। साथ ही रंग-बिरंगी रोशन में नहाई हुई प्रत्येक झांकी की स्वचालित मुद्रा भी उससे संबंधित कथासार को बताने में मदद कर रही थी।
इससे पूर्व गणेश मंदिर पर दोपहर बाद जिले के प्रभारी मंत्री धर्मवीर प्रजापति और माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री गुलाब देवी ने फीता काटकर रथयात्रा की शुरूआत कराई।

इस अवसर पर मेला परिषद के पदाधिकारियों ने उपस्थित दोनों मंत्रियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। जहां बैंड बाजों की धार्मिक धुनों के बीच गणपति बप्पा के जयकारे गूंजते रहे। यूट्यूब चैनलों पर भी सैकड़ो श्रद्धालुगणों घर बैठे ही रथयात्रा का लाइव प्रसारण देखते रहे इसके अलावा यात्रा में मौजूद दर्शकों में अपने-अपने फोनों में भी कैद करने की होड दिखी।
दो दिन पूर्व सोमवार को प्रारंभ हुए गणेश मेले के क्रम में आयोजित रथयात्रा के आकर्षण ने शहर ही नहीं, नजदीक के कई कस्बों व जिलों के लोगों का भी संभल का रुख मिनि वृंदावन नगरी की ओर कर दिया।
मेला संस्थापक डॉ. गिरिराज किशोर के पुत्र मनोज गुप्ता ‘मीनू’ ने कहा कि भगवान गणेश की कृपा से 1961 में एक झांकी से शुरू हुआ गणेश मेला आज 41 झांकियों तक पहुंच गया है।
सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश करते हुए मुस्लिम समुदाय ने 2 कुंटल मोतीचूर का लड्डू भी भोग स्वरूप में चढ़ाया।
सुरक्षा व्यवस्था के लिए स्थानीय पुलिस के साथ अन्य जिलों से आई पुलिस और पीएसी बल को तैनात किया गया। वहीं जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया एवं एसपी कृष्ण विश्नोई भी रथयात्रा देखने पहुंचे।

चंदौसी कस्बे में रथयात्रा गणेश मंदिर से प्रारंभ होकर सीता रोड, मनिहार चौक, बिसौली गेट, बड़ा बाजार, घंटाघर, फड़ियाई बाजार, ब्रह्म बाजार, कैथल गेट, मेला ग्राउंड रोड इंदिरा मार्ग होते देर रात गणेश मंदिर पहुंचकर संपन्न हुई। रथयात्रा की शुरूआत से ही देर रात संपन्न होने तक पूरा शहर गणपतिमय नजर आया।

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