जनपद में 12 थानों के निरीक्षक व 3 उपनिरीक्षक इधर-उधर।

● 2 निरीक्षक व 4 उपनिरीक्षक भी हुए लाइन हाजिर।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल जनपद में एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने पुलिस के कार्य क्षेत्रों में बड़ा बदलाव किया है। जहां 12 निरीक्षकों को इधर से उधर किया गया है तो वहीं दो को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इसके साथ ही तीन उपनिरीक्षकों को इधर-उधर किया गया है तो चार को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
कानून व्यवस्था को देखते हुए एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने निरीक्षक हरीश कुमार को रजपुरा से बहजोई प्रभारी निरीक्षक, गजेंद्र सिंह को नखासा से धनारी तथा मेघपाल सिंह को एएचटीयू एवं प्रभारी मानव अधिकार प्रकोष्ठ से बनियाठेर प्रभारी निरीक्षक बनाया है। इसके अलावा अनुज कुमार तोमर को संभल से हजरतनगर गढ़ी में प्रभारी निरीक्षक नियुक्त किया है। निरीक्षक रजनीश कुमार को अपराध शाखा से नखासा प्रभारी निरीक्षक भेजा गया है। निरीक्षक अमरीश कुमार को प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम से संभल प्रभारी निरीक्षक नियुक्त किया है। संत कुमार को अपराध शाखा से जुनावई थाना प्रभारी निरीक्षक बनाया है। निरीक्षक संजीव कुमार बालियान को प्रभारी जन शिकायत प्रकोष्ठ एंचोड़ा कंबोह प्रभारी निरीक्षक तथा अमित कुमार को अपराध शाखा से साइबर क्राइम थाना प्रभारी निरीक्षक बनाया है। निरीक्षक सत्य विजय सिंह को अपराध शाखा से प्रभारी निरीक्षक थाना एएचटीयू एवं प्रभारी मानव अधिकार प्रकोष्ठ बनाया है। वहीं विनोद कुमार मिश्रा को बहजोई प्रभारी निरीक्षक से जन शिकायत प्रकोष्ठ प्रभारी नियुक्त किया गया है।
इसके अलावा निरीक्षक अमरपाल सिंह को अपराध निरीक्षक नखासा से धनारी निरीक्षक अपराध के पद पर तैनात किया गया है। इसके साथ ही निरीक्षक बाबूराम गौतम को धनारी थाने से पुलिस लाइन भेजा गया है तथा निरीक्षक पुष्पेंद्र सिंह चौहान को भी अपराध शाखा बहजोई से पुलिस लाइन भेजा गया है।
वहीं उपनिरीक्षक मनोज कुमार वर्मा को हजरतनगर गढ़ी से थाना अध्यक्ष रजपुरा की नवीन तैनाती दी गई है। उपनिरीक्षक संजीव कुमार को पीआरओ पुलिस अधीक्षक से हयात नगर थाना अध्यक्ष बनाया गया है। उप निरीक्षक बोबिन्द्र कुमार को चौकी प्रभारी सिरसी से प्रभारी स्वाट टीम बनाया गया है। इसके अलावा उप निरीक्षक पंकज कुमार बालियान को चौकी प्रभारी लक्ष्मणगंज चंदौसी से पुलिस लाइन, उपनिरीक्षक मोहित कुमार काजला को प्रभारी स्वाट टीम से पुलिस लाइन, उपनिरीक्षक निरीक्षक चमन सिंह को थाना अध्यक्ष हयात नगर से पुलिस लाइन, उपनिरीक्षक रुकुम पाल सिंह को थाना अध्यक्ष एंचोड़ा कंबोह से पुलिस लाइन भेजा गया है।

‘चार दिन में भारत छोड़ दें पाकिस्तानी नागरिक’, पहलगाम के बाद एक और बड़ा प्रहार; वीजा सेवा तत्काल सस्पेंड’

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के नागरिकों के लिए वीजा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का कड़ा निर्णय लिया है। इसके अलावा, भारत सरकार ने अपने नागरिकों को पाकिस्तान यात्रा से बचने की सलाह दी है, और साथ ही पाकिस्तान में मौजूद भारतीय नागरिकों से अपील की है कि वे जल्द से जल्द भारत लौट आएं।

एएनआई, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर, भारत सरकार ने पाकिस्तान के नागरिकों के लिए वीजा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्णय लिया है।

इसके तहत, 27 अप्रैल से सभी मौजूदा वैध वीजा रद कर दिए जाएंगे। सिर्फ चिकित्सा वीजा 29 अप्रैल तक वैध रहेंगे। भारत में वर्तमान में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को निर्धारित समय सीमा के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।

संभल में मिलावट खोरों व अवैध कार्यों पर पुलिस की दस्तक।

काफी समय से जमाए बैठे थे पैर, पुलिस के सामने टेक रहे घुटने।

लगातार कार्यवाही से मचा हड़कंप, पुलिस भी जांच में जुटी।

फर्जी बीमा माफिया, नकली मोबिल ऑयल फैक्ट्री व फर्जी पोर्टल तैयार करने आदि पर हो चुकी है कार्रवाई।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल में जिला प्रशासन अवैध कार्यों को करने वालों व मिलावट खोरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई करते नजर आ रहा है। जिससे अब अवैध कारोबारियों, मिलावट खोरों के पैर उखड़ने लगे हैं, और हड़कंप मचा हुआ है। चाहे फर्जी पोर्टल तैयार कर आधार में संशोधन करने वाले हों या फर्जी बीमा माफिया गिरोह, चाहें धन वर्षा गिरोह या अवैध स्क्रैप फैक्ट्री में वाहन काटने का कार्य या फिर सिंथेटिक दूध का कारोबार करने वाले।
सभी के खिलाफ पुलिस का एक्शन शुरू हो गया है। जहां पुलिस बड़े गिरोहों का पर्दाफाश भी कर चुकी है और उन्हें कार्यवाही करते हुए जेल भी भेज चुकी है, साथ ही जांच भी जारी है।

एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई द्वारा लगातार जनपद में अवैध रूप से कार्य करने वालों पर कार्यवाही की जा रही है। जिनमें कुछ बड़े खुलासे एएसपी अनुकृति शर्मा द्वारा भी किए जा चुके हैं।

1. एसपी के निर्देश पर जनपद में फर्जी बीमा गिरोह का पर्दाफाश किया गया। जिसमें गुन्नौर तहसील क्षेत्र में सर्वाधिक फर्जी बीमा गिरोह ने अपना मकड़ जाल फैला रखा था। दर्जनों बीमा माफियाओं को जेल भेज चुका है, साथ ही तीन सदस्य भगोड़े घोषित हो चुके हैं और कुर्की का नोटिस भी जारी किया जा चुका है। जिनके द्वारा करोड़ों का घोटाला किया जाता था। जो मरणासन्न व्यक्ति की तलाश कर उनके फर्जी तरीके से बीमा करते थे और फर्जी दस्तावेज तैयार कर मृत्यु उपरांत बीमा की राशि हड़प लेते थे। एएसपी अनुकृति शर्मा के निर्देशन में लगातार अभियान चलाया गया और गिरोह का पर्दाफाश किया गया।

2. नकली मोबिल ऑयल की फैक्ट्री पर पुलिस द्वारा लगातार छापेमारी की गई और दो फैक्ट्रियां पकड़ी गईं। जहां से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था और भारी मात्रा में मोबिल ऑयल, ग्रीस तथा अन्य उपकरण भी बरामद किए गए थे। ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर नकली मोबिल बनाकर तथा ग्रीस बनाकर बेचने का कार्य किया जाता था। ब्रांडेड कंपनियों के खाली डिब्बे दिल्ली से लायते थे, साथ ही अन्य जनपदों में भी इसका कारोबार किया जा रहा था। बनियाठेर थाना पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए बेहतरी फाटक कन्थरी रोड पर छापेमारी में खुलासा किया। वहीं बहजोई के मोहल्ला बंबा रोड पर भी एक फैक्ट्री का खुलासा किया गया। जिसका कारोबार मुरादाबाद, बदायूं के अलावा अन्य जनपदों में भी फैला हुआ था।

3. आधार कार्ड में फर्जी तरीके से संशोधन कर फर्जी पोर्टल तैयार करने वालों का भी संभल पुलिस खुलासा कर चुकी है। वह भी पुलिस छिप नहीं सके। जो कि जनपद में आधार कार्ड में फर्जी तरीके से संशोधन करने का कार्य करते थे और मोटी रकम वसूलते थे। फर्जी पोर्टल भी तैयार कर लिए गए थे। जिसमें पहले भी चार सदस्यों को पकड़ा जा चुका है तथा फर्जी पोर्टल तैयार करने वाले एक छात्र को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। धोखाधड़ी से ट्रैक्टर खरीद और बीमा का लाभ लेने की शिकायत पर इसका पर्दाफाश हुआ था।

4. कैला देवी थाना क्षेत्र में अवैध स्क्रैप फैक्ट्री पर भी पुलिस ने छापेमारी कर कार्यवाही की। भाजपा नेता के भाई द्वारा संचालित की जा रही स्क्रैप फैक्ट्री में चोरी की गाड़ियां लाकर काटने का कार्य किया जाता था। फैक्ट्री किसी की भी हो, लेकिन अवैध कार्य हो रहा हो और पुलिस ठंडी पड़ी रहे, ये एसपी संभल को अच्छा नहीं लगता। भले ही भाजपा के भाई की हो या किसी अन्य की आखिर पुलिस ने कार्रवाई की और संचालक कपिल सिंघल के खिलाफ मुकदमा भी पंजीकृत हुआ।

5. अब रहा दूध का कारोबार, जिस दूध को संपूर्ण आहार माना जाता है, उसे सिंथेटिक तरीके से तैयार कर, जनपद के अलावा अन्य जनपदों में भी बेचा जा रहा था। केमिकलों के जरिए नकली दूध बनाकर हजारों लीटर दूध अन्य जनपदों को सप्लाई किया जाता था। कैलादेवी थाना प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह ने खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम के साथ सूचना पर छापेमारी की तो क्षेत्र के ही करछली गांव में दो भाइयों द्वारा सिंथेटिक दूध तैयार करने की फैक्ट्री का खुलासा हो गया। जहां पुलिस को 4100 लीटर अपमिश्रित दूध, 4200 लीटर पनीर का पानी तथा मशीन, टैंकर, केमिकल तथा अन्य उपकरण भी बरामद हुए हैं। हालांकि मौके से दोनों आरोपी भाई फरार हो गए थे। कैला देवी पुलिस में कार्यवाही करते हुए दोनों भाइयों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया।

6. धन वर्षा का गिरोह भी जनपद में सक्रिय था। जोकि युवक युवतियों से तांत्रिक विद्या कर दुष्कर्म तथा उन्हें बेचने और वन्यजीवों की भी तस्करी का कार्य करता था। जिसका भी पुलिस द्वारा पर्दाफाश किया जा चुका है।
इसके अलावा पुलिस द्वारा अन्य अवैध कार्यों का भी पर्दाफाश किया जा चुका है। एसपी कृष्ण कुमार के निर्देश पर लगातार संभल पुलिस मिलावट खोरों और अवैध कार्य करने वालों की जांच में जुटी हुई है। आगे पुलिस द्वारा और क्या-क्या खुलासे किए जा सकते हैं, जो जनपद में अवैध तरीके से किया जा रहे हैं, उनको लेकर भी अनैतिक कार्य करने वालों में हड़कंप मचा हुआ है।

नकली दूध बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़, कैला देवी पुलिस ने की छापेमारी।

● कैमिकल युक्त पाउडर, रिफाइंड ऑयल, मशीन, बर्फ की सिल्ली, दूध का टैंकर व अन्य उपकरण बरामद।

● नकली दूध तैयार कर भेजा जाता था गजरौला, बरसों से चल रहा था कारोबार।

● मौके पर फूड इंस्पेक्टर ने लिए नमूने, आरोपी दोनों भाई मौके से फरार।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल के कैला देवी थाना पुलिस ने क्षेत्र में नकली दूध बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है, जहां पुलिस ने छापेमारी कर भारी मात्रा में केमिकल युक्त पाउडर तथा रिफाइंड तेल और दूध बनाने की मशीन तथा अन्य संबंधित उपकरण बरामद किए हैं।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने छापा मारा तो आरोपी मौके से फरार हो गए। साथ में फूड इंस्पेक्टर व बिजली विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई। नकली दूध बनाने का कार्य पिछले कई वर्षों से किया जा रहा था। पुलिस की छापेमारी के दौरान गांव में हड़कंप मच गया। जहां पुलिस कार्यवाही में लगी हुई है।
कैला देवी थाना क्षेत्र के करछली गांव में बीते कई वर्षों से नकली दूध बनाने की फैक्ट्री संचालित की जा रही थी। जिसके बारे में किसी को जानकारी नहीं थी। मंगलवार को कैला देवी थाना प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह पुलिस टीम के साथ मिली सूचना द्वारा मौके पर पहुंचे। जहां खाद्य निरीक्षक भी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। छापेमारी के दौरान गांव में हड़कंप मच गया। गांव निवासी धर्मवीर व छोटे उर्फ जगवीर पुत्र नेमपाल, दोनों भाई नकली दूध बनाने की फैक्ट्री चलाते थे। जो मौके से फरार हो गए। जहां पुलिस ने मौके से दूध बनाने की मशीन, एक दूध का टैंकर जिसमें लगभग 5 हजार लीटर दूध भरा हुआ बरामद किया है। इसके अलावा एक पिकअप भरी बर्फ की सिल्ली, भारी मात्रा में रिफाइंड ऑयल, केमिकल युक्त सफेद पाउडर, सर्फ पाउडर, एसएनएफ तथा फैट चेक करने की मशीन के साथ अन्य संबंधित उपकरण भी मौके पर बरामद हुए हैं।
जहां खाद्य निरीक्षक सुधीर कुमार और रंजीत ने भी टीम के साथ नमूने लिए। दूध तैयार करने के बाद एसएनएफ व फैट चेक भी किए जाते थे। जिसकी मशीन भी मौके से बरामद हुई है।
थाना प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह ने बताया कि नकली दूध बनाने की फैक्ट्री पर छापेमारी की गई है, भारी मात्रा में उपकरण भी बरामद हुए हैं, आरोपी मौके से फरार हो गए थे, जांच की जा रही है उसी के अनुसार कार्यवाही की जाएगी।

वर्षों से चल रहा था कारोबार, गजरौला में होती थी सप्लाई।

संभल के कैलादेवी थाना क्षेत्र करछली गांव में नकली दूध बनाने का कारोबार बर्षों से चल रहा था। लेकिन किसी को कोई जानकारी नहीं थी। ग्रामीणों को इसके बारे में जानकारी थी, लेकिन उन्होंने कोई शिकायत नहीं की थी। नकली दूध तैयार कर अमरोहा जनपद के गजरौला में सप्लाई किया जाता था। गांव निवासी दोनों भाई धर्मवीर और छोटे उर्फ जगवीर इस कार्य को करते थे। सूचना पर मंगलवार को थाना प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह ने पुलिस टीम के साथ छापेमारी की तो हड़कंप मच गया मौके पर खाद निरीक्षक और बिजली विभाग की टीम भी पहुंच गई। आखिर नकली दूध बनाने की फैक्ट्री में कितनी बिजली खर्च हो रही थी, इसकी जांच के लिए थाना प्रभारी ने बिजली विभाग को भी सूचना दी तो मौके पर बिजली विभाग की टीम भी पहुंच गई।

सामान छुपाने के लिए बनी थी सुरंग जैसी दीवार।

नकली दूध बनाने की फैक्ट्री पर छापामारी के दौरान पुलिस ने देखा तो सामान छुपाने के लिए एक पतली दीवार सुरंग जैसी बनी हुई थी। जिसमें बहुत ही पतला रास्ता था। जिससे कि सामान किसी को दिखाई न दे।

संभल के ग्राउंड जीरो से वीरेश कुमार की रिपोर्ट…

पृथ्वी दिवस : पृथ्वी के अस्तित्व पर संकट, बढ़ रहा तापमान, कागजों में सिमट रहा संरक्षण।

आओ बनाएं अपनी धरती को स्वर्ग, कागजों में नहीं, जमीनी स्तर पर लें संकल्प।

● धरती करे पुकार….. वृक्षों को काट, मत करो अत्याचार।

● जनसंख्या वृद्धि ही नहीं, वल्कि हमारी उपभोग वादी संस्कृति भी जिम्मेदार।

प्रवाह ब्यूरो
संभल।
हर वर्ष 22 अप्रैल का दिन और पृथ्वी दिवस के रूप में मनाने का अवसर, लोगों में जागरूकता फैलाना और फिर उसके बाद वर्ष भर शांत रहना। यह केवल कागजी संरक्षण को दर्शाती है। जिसके चलते पृथ्वी का अस्तित्व संकट में बढ़ता जा रहा है और तापमान भी आसमान छू रहा है। संभल जनपद में जहां हर वर्ष पृथ्वी को हरा-भरा करने के लिए प्रशासन द्वारा लाखों पौधों का रोपण किया जाता है लेकिन वर्ष भर बाद ही वह पौधे एक बड़े वृक्ष के रूप में आखिर दिखाई क्यों नहीं देते। इसलिए हमें कागजों में खाना पूर्ति करने के बजाय जमीन स्तर पर उतरकर धरती को स्वर्ग बनाने का संकल्प लेना होगा। वृक्षों को काटना, जल प्रदूषण करना, जल को बर्बाद करना, प्लास्टिक उपयोग, कूड़े कचरे की जमीनी स्तर पर अधिक वृद्धि होना आदि पृथ्वी के अस्तित्व पर संकट को दर्शा रहे हैं।
संभल जनपद में जहां प्रशासन द्वारा पिछले वर्ष भी वर्षा ऋतु के दौरान लक्ष्य के अनुसार लाखों पौधे लगाए गए थे तो वहीं यह प्रक्रिया हर वर्ष अपनाई जाती है। खुद अंदाजा लगाया जाए की यदि हर वर्ष लाखों पौधे लगाए जा रहे हैं और यही पौधे वृक्ष बन जाएं तो संभल जनपद क्या पृथ्वी ही हरी भरी दिखाई देगी।
प्रशासन द्वारा लगातार पर्यावरण को बचाने हेतु जहां प्रचार प्रसार किया जाता है संबंधित अधिकारी भी अपने-अपने संबंधित क्षेत्र में और विभागीय कर्मचारियों को निर्देशित करते हुए पौधारोपण पर ध्यान देते हैं, वहीं यह प्रक्रिया जमीनी स्तर पर पहुंचती है, लेकिन जमीनी स्तर पर जाते-जाते दम तोड़ देती है।
मात्र कागजी कार्यवाही में लाखों पौधे रोपण होना दर्शाया जाता है। पौधारोपण के बाद जिम्मेदारी से दूर भागना, उन्हें ऐसे ही छोड़ देना, आखिर कैसे हम जनपद को हरा भरा बना सकते हैं।
देशभर में पर्यावरण संरक्षण को लेकर काफी बातें, सम्मेलन, सेमिनार आयोजित किए जाते हैं। लेकिन वास्तविक धरातल पर यह कुछ दिखाई देता नजर नहीं आता।
ऐसे में हम सबको प्रचार प्रसार के साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी लोगों को जागरूक करने का कार्य करना होगा साथ ही जमीन स्तर पर उतारकर पृथ्वी के अस्तित्व को बचाते हुए जल के दुरुपयोग को रोकना, वृक्षों के अस्तित्व को बचाना तथा प्लास्टिक के प्रयोग से दूर रहना होगा।
जनपद के प्रत्येक सरकारी संस्थान, माध्यमिक, परिषदीय विद्यालयों तथा डिग्री कॉलेज में भी छात्र-छात्राओं द्वारा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करते हुए ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को अधिक जागरूक करने की जरूरत है।

जनसंख्या वृद्धि ही नहीं उपभोग वादी संस्कृति भी जिम्मेदार।

पृथ्वी के अस्तित्व पर संकट खड़ा करने में वास्तव में जनसंख्या वृद्धि ही पर्यावरण असंतुलन के लिए जिम्मेदार नहीं है, बल्कि हमारी उपभोगवादी संस्कृति भी इसकी प्रमुख जिम्मेदार है।
आज के समय में जिसे विकास समझा जाता है, वह विनाश की ओर बढ़ता हुआ कम दिखाई दे रहा है। औद्योगिक उत्पादन में बढ़ोत्तरी को आजकल हम विकास मानते जा रहे हैं, साथ ही हैसियत बढ़ा चढ़ा कर दिखाने की कोशिश में जल, जमीन तथा जंगल और ऊर्जा जैसे संस्थानों का अपने निजी इस्तेमाल के लिए उनका शोषण और उन्हें नष्ट करने पर लगे हुए हैं।
लगातार भयंकर गर्मी, भीषण ठंड, यह सब पर्यावरण असंतुलन के कारण हो रहा है और इसके जिम्मेदार भी हम ही हैं।

अब निरंतर बढ़ता जा रहा तापमान…

जहां पूरा देश ही नहीं बल्कि विश्व के अनेकों देश पर्यावरण को संतुलन करने में लगे हैं, तो वहीं भारत में भी पर्यावरण को बचाने हेतु तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। हर वर्ष प्रत्येक राज्य के प्रत्येक जनपद में लाखों पौधों का रोपण, जल के दुरुपयोग पर रोक लगाने जैसे अभियान चलाकर हम पर्यावरण के अस्तित्व को बचाए रखने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन यह सब कागजों में ही सिमट कर रह जाना भीषण दयनीय स्थिति को दर्शाता है।
पौधों को लगाने के बाद उनका पालन पोषण नहीं करने, जल की बर्बादी, धरती पर प्लास्टिक उपयोग आदि के उपयोग के चलते हैं पृथ्वी पर संकट बढ़ता जा रहा है।
अधिक वर्षों के कटान के चलते पृथ्वी सुनसान लगने लगी है। जिसके चलते लगातार तापमान बढ़ता जा रहा है। संभल जनपद में भी तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार तक पहुंच जाता है। अधिक पेड़ पौधों के कटने और तापमान बढ़ने के चलते वन्य जीव भी विलुप्तता की ओर बढ़ने लगे हैं। साथ ही पेड़ पौधे नहीं होने के चलते बारिश के दौरान मिट्टी की ऊपरी परत नष्ट होने के चलते मृदा अपरदन भी बढ़ जाता है।

जीवन अनमोल… इसे यूं ही न गवाएं, सड़क पर मोबाइल नहीं, गाड़ी चलाएं।

● संभल पुलिस का डिजिटल रोड सेफ्टी अभियान, वाहन चालकों को बताए जा रहे यातायात के नियम, की जा रही सुरक्षित रहने की अपील।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। उत्तर प्रदेश में सड़क दुर्घटना पर अंकुश लगाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा जहां प्रत्येक जनपद में जनपद पुलिस के माध्यम से यातायात के नियमों का पालन करने हेतु यात्रियों तथा लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है तो वहीं उन्हें नियमों की भी जानकारी देते हुए लापरवाही के चलते हो रही दुर्घटना से भी सचेत किया जा रहा है।
संभल पुलिस द्वारा एसपी कृष्ण कुमार के निर्देश पर जनपद में डिजिटल रोड सेफ्टी अभियान भी शुरू कर दिया गया है। डिजिटल माध्यम से लोगों को यातायात के नियमों के बारे में जानकारी देने का काम किया जा रहा है और सुरक्षित रहने की अपील की जा रही है।
वाहनों की अत्यधिक आवाजाही के चलते अपने आप को सड़कों पर सुरक्षित रखना बहुत कठिन हो गया है। लेकिन यदि यातायात के नियमों का पालन किया जाए तो हम सुरक्षित रह सकते हैं। पैदल राहगीरों की संख्या भी अधिक होने के चलते सड़क पार करने में वाहनों के बीच से बचकर निकलना, निकलते समय वाहन टकरा जाने का खतरा भी बना रहता है। ऐसे में सावधानी अपनाते हुए जीवन को अनमोल समझते हुए नियमों का पालन करते हुए सड़कों पर चलें।

संभल पुलिस की अपील, अपनाएं यातायात के नियम।

संभल पुलिस की लगातार अपील है कि यातायात के नियमों का पालन करें और अपने आप को सुरक्षित रखें। ट्रैफिक सिग्नल का पालन करते हुए वाहन निर्धारित गति में ही चलाएं।
वाहन मोड़ते समय मार्गो पर विशेष नजर रखें तथा सावधानीपूर्वक हल्की गति के साथ वाहन को मोड़ें। नशे या दवा के प्रभाव में होने पर वाहन चलाने से परहेज करें। पैदल यात्री भी बीच सड़क पर न चलें।

सड़क पर मोबाइल नहीं गाड़ी चलाएं…… सड़क पर वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग न करें। यदि वाहन चलाते समय कोई भी इमरजेंसी कॉल आपके पास आती है तो अपनी साइड में रोड से नीचे उतरकर वाहन रोककर बात करें। अन्यथा किसी भी स्थिति में गाड़ी चलाते समय मोबाइल न चलाएं।
क्योंकि आपका जीवन अनमोल है थोड़ी सी लापरवाही के चलते, जान से हाथ धोना पड़ सकता है। वाहनों को चलाते समय आगे वाले वाहनों से दूरी बनाकर रखें।

संभल एएसपी अनुकृति शर्मा को मिला स्पेशल 26 ब्रेवरी अवार्ड।

● रेडियो सिटी 91.1 एफएम द्वारा लखनऊ में आयोजित हुआ का कार्यक्रम।

● प्रदेश की वीरांगनाओं में महिला पुलिसकर्मियों तथा अधिकारियों को उनके साहसिक कार्यों के चलते सम्मान में प्रदान किया गया है यह अवार्ड।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। उत्तर प्रदेश की वीरांगनाओं में शामिल संभल जनपद की एएसपी अनुकृति शर्मा को रेडियो सिटी 91.1 एफएम द्वारा आयोजित कार्यक्रम में स्पेशल 26 ब्रेवरी अवार्ड्स से सम्मानित किया गया है। यह कार्यक्रम बीते 19 अप्रैल को लखनऊ में आयोजित किया गया था। जिसमें संभल जनपद की एएसपी अनुकृति शर्मा को उनके साहसिक कार्य और कानून व्यवस्था की स्थिति को बेहतर बनाने तथा विवेचनाओं में उत्कृष्टता दिखाने के चलते पुलिस महानिदेशक द्वारा सम्मानित किया गया है। उत्तर प्रदेश की वीरांगनाओं में महिला पुलिसकर्मियों तथा अधिकारियों को उनके साहसिक कार्यों के चलते सम्मानित करते हुए उन्हें यह अवार्ड प्रदान किया गया है।
बीते वर्ष के दौरान अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए जिन महिला पुलिसकर्मियों व महिला पुलिस अधिकारियों ने साहसिक कार्य किए तथा कानून व्यवस्था की स्थिति को बेहतर बनाया, विवेचना में अपनी उत्कृष्टता दिखाई, अपने क्षेत्र में नवाचार प्रस्तुत किए। बीते 19 अप्रैल को लखनऊ के एक होटल में रेडियो सिटी 91.1 एफएम द्वारा आयोजित किए गए कार्यक्रम स्पेशल 26 ब्रेवरी अवार्ड्स से जहां 26 महिला पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया गया तो वहीं पुलिस अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया है। जिसमें संभल की एएसपी अनुकृति शर्मा को पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने यह पुरस्कार देकर उन्हें सम्मानित किया है।

बिहार: RJD-कांग्रेस की बैठक संपन्न, महागठबंधन के CM उम्मीदवार पर तेजस्वी यादव ने दिया अहम बयान

बिहार में कांग्रेस और आरजेडी के मिलकर चनाव लड़ने के संकेत मिले हैं, लेकिन कांग्रेस का लहजा बता रहा है कि कांग्रेस नेतृत्व के मन में कुछ और चल रहा है. जिस तरीके से राहुल गांधी आरजेडी के वोट बैंक पर धावा बोल रहे हैं, लगता नहीं कि तेजस्वी यादव को ये सब मंजूर होगा.

कांग्रेस की तरफ से कहा गया है कि बिहार विधानसभा का चुनाव वो महागठबंधन में आरजेडी के साथ ही लड़ेगी, लेकिन राहुल गांधी के ताबड़तोड़ दौरे, और बिहार कांग्रेस के नेताओं के बयान से संदेह पैदा होने लगा है. 

और, सबसे ज्यादा संदेह तेजस्वी यादव के महागठबंधन का नेता होने और मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर कांग्रेस नेताओं का मीडिया के सवाल टाल जाना शक पर मुहर ही लगा रहा है – और यही वजह है कि दिल्ली में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की मीटिंग महत्वपूर्ण हो जाती है. 

राहुल गांधी और बिहार कांग्रेस के नेताओं की बात और गतिविधियों पर ध्यान दें तो लगता है, किसी और रणनीति पर भी काम चल रहा है, जो बयानों से मेल नहीं खाता. 

दिल्ली के बाद बिहार में राहुल गांधी की दिलचस्पी और उसी लाइन पर गुजरात चुनाव की तैयारी, यही बताती है कि गठबंधन फाइनल न होने की सूरत में कांग्रेस बिहार चुनाव अकेले लड़ने के लिए, एक प्लान-बी पर भी काम कर रही है. 

दिल्ली से लेकर बिहार तक चुनावी बैठकों की तैयारी

राहुल गांधी के तीन बार के बिहार दौरे के बाद कांग्रेस और आरजेडी के बीच बैठकों का सिलसिला शुरू हो चुका है. 15 अप्रैल को दिल्ली में हुई मीटिंग के बाद, 17 और 20 अप्रैल को बिहार में ऐसी ही बैठकें होनी हैं. 

दिल्ली वाली मीटिंग कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई है, जिसमें राहुल गांधी के साथ साथ आरजेडी नेता तेजस्वी यादव भी शामिल हुए.  

बिहार चुनाव 2020 में भी शुरुआत ऐसे ही हुई थी. लेकिन बात नहीं बनी, और बाद में लालू यादव और प्रियंका गांधी के हस्तक्षेप से चीजें फाइनल हो पाईं. तब कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, और 17 सीटें ही जीत पाई. कांग्रेस के स्ट्राइक रेट से तेजस्वी यादव काफी गुस्से में थे, और राहुल गांधी, प्रियंका गांधी आरजेडी नेताओं के निशाने पर आ गये थे.

सावधान! यूपी बोर्ड परीक्षा में अंक बढ़ाने के लिए आ सकती है फर्जी काॅल।

आपके पास कॉल कर आपका अनुक्रमांक व जन्मतिथि बता सकते हैं साइबर ठग।

बहकावे में न आएं विद्यार्थी, कॉल आने पर अपने शिक्षकों को दें जानकारी।

प्रवाह ब्यूरो
लखनऊ। यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 का परीक्षा परिणाम घोषित होने से पहले साइबर अपराधियों द्वारा विद्यार्थियों के पास उनके अंक बढ़ाने के लिए फर्जी कॉल की जा सकती हैं। जिसमें साइबर अपराधियों द्वारा विद्यार्थी की जन्म तिथि से लेकर उनका अनुक्रमांक तक बताया जा सकता है। ऐसे में कोई भी विद्यार्थी साइबर अपराधियों के झांसे में न आएं। जिसमें विद्यार्थियों से साइबर ठगों द्वारा फोन के माध्यम से पैसों की डिमांड की जा सकती है, साथ ही ओटीपी के माध्यम से भी आपके साथ साइबर ठगी हो सकती है।
बोर्ड परीक्षा खत्म होने के बाद जहां यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपी में जांची जा चुकी हैं और यूपी बोर्ड जल्द से जल्द परीक्षा परिणाम घोषित करने की तैयारी में है। वहीं इसी को देखते हुए साइबर ठगों ने भी अपना जाल बिछाना शुरू कर दिया है। पिछली वर्ष की भांति वह विद्यार्थियों के पास फर्जी कॉल कर पैसों की डिमांड कर सकते हैं।
साइबर ठगों द्वारा ठगी के नए-नए तरीके आजमाए जाते हैं। कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा में नंबर बढ़ाने के लिए फर्जी कॉल की जा सकती है। साइबर ठगों द्वारा परीक्षा परिणाम से जुड़ी फर्जी कॉल छात्र और उनके अभिभावकों के पास उनके मोबाइल नंबर पर की जा सकती है। कॉल के माध्यम से उनके द्वारा फर्जी तरीके से आपके अंक भी बताए जा सकते हैं और कुछ अंक बढ़ाने के लिए पैसों की डिमांड की जा सकती है। यदि आपके पास इस प्रकार की कोई भी कॉल आती है तो उसकी सूचना अपने विद्यालय में शिक्षकों को दें, साथ ही अन्य विद्यार्थियों को भी जागरूक करें और फर्जी कॉलों से बचें।

विद्यार्थी इन बातों का रखें ध्यान…..

परीक्षा परिणाम से संबंधित अंक बढ़ाने के लिए कोई भी अज्ञात कॉल आपके पास आती है तो उसके झांसे में न आएं।
अपनी बैंकिंग जानकारी ओटीपी या अन्य कोई डिटेल न दें।
स्वयं विद्यार्थी या आपका बच्चा बोर्ड परीक्षा में शामिल हुआ है तो जागरुक होने की आवश्यकता है।
फर्जी कॉल आने पर इसकी सूचना तुरंत अपने विद्यालय के शिक्षकों को या विभागीय अधिकारियों को दें।

केरल में वकीलों और छात्रों का आमना-सामना, हिंसक झड़प में 20 से अधिक घायल, पुलिस ने संभाला मोर्चा।

केरल में वकीलों और SFI कार्यकर्ताओं के बीच टकराव का नतीजा: एर्नाकुलम कोर्ट परिसर में बार एसोसिएशन के समारोह के दौरान हुई झड़प में दो दर्जन से अधिक घायल, जिनमें 16 छात्र और 8 वकील शामिल। पुलिस सूत्रों ने SFI पर गड़बड़ी शुरू करने का आरोप लगाया है।

संघर्ष के दौरान 16 एसएफआई कार्यकर्ताओं एवं 8 अधिवक्ताओं को चोटें पहुंचीं। (फाइल फोटो)

कोच्चि (पीटीआई): एर्नाकुलम जिला न्यायालय परिसर में बार एसोसिएशन का वार्षिक समारोह हंगामे की भेंट चढ़ा, जब छात्र संगठन SFI के कार्यकर्ताओं और वकीलों के बीच हुई झड़प में 20 से अधिक लोग घायल हो गए।

झड़प में 16 SFI कार्यकर्ताओं और 8 वकीलों के घायल होने की पुलिस ने पुष्टि की है; घटना का कारण SFI कार्यकर्ताओं द्वारा बार एसोसिएशन समारोह में कथित तौर पर जबरन घुसकर हंगामा करना बताया जा रहा है।

समारोह में जबरन प्रवेश कर उत्पात मचाया

घटना का संदर्भ: एर्नाकुलम कोर्ट परिसर में बार एसोसिएशन का कार्यक्रम। वकीलों का आरोप है कि महाराजा कॉलेज के छात्रों ने घुसकर हंगामा किया, जबकि SFI का दावा है कि वकीलों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया।

मामले में राजनीति शुरू

1- विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने CPI(M) नेतृत्व से छात्र संगठन SFI पर लगाम कसने और उसे राजनीतिक संरक्षण देना बंद करने की सीधी मांग की है।

2-आगे की रणनीति तय करने के लिए एर्नाकुलम जिला बार एसोसिएशन आज बैठक करेगा; हालांकि पुलिस ने अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है, केवल प्रारंभिक जांच चल रही है।