
◆ 10 अभियोग पंजीकृत के साथ-साथ जनपद में 48 घंटे इंटरनेट सेवा बंद।
◆ कल को जुमे की नमाज के बाद भड़की थी हिंसा, वर्तमान हालत सामान्य।
प्रवाह ब्यूरो
बरेली। आई लव मोहम्मद’ विवाद को लेकर बरेली में हुई हिंसा के बाद पुलिस ने शनिवार दोपहर मौलाना तौकीर रजा को अरेस्ट कर लिया है। जहां मौलाना तौकीर रजा समेत आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने जनपद के विभिन्न थानों में 10 मुकदमे दर्ज किए हैं। जिसमें तौकीर रजा को बलवा कराने का आरोपी बनाया गया है। साथ ही बरेली जनपद में अग्रिम आदेश तक 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है। बरेली में शुक्रवार को हुए बवाल के बाद पुलिस ने ये बड़ी कार्रवाई की है। पंजीकृत एक अभियोग में मौलाना तौकीर को बलवा कराने का आरोपी बनाया गया है। गिरफ्तारी के बाद शनिवार दोपहर मौलाना समेत आठों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
बरेली एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि जुमे की नमाज के बाद अलग-अलग जगहों पर हिंसक प्रदर्शन किया। इसमें अब तक कुल 10 एफआईआर दर्ज कराई गई हैं। जिनमें कोतवाली में पांच, बारादरी में दो, थाना किला, प्रेमनगर और कैंट में एक-एक एफआईआर दर्ज कराई गई है। मौलाना तौकीर रजा समेत आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। इसके अलावा पुलिस 39 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
इस बवाल में 17 पुलिसकर्मी के साथ-साथ 40 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
वहीं दूसरी तरफ बवाल की वीडियो इधर-उधर वायरल होने के चलते पूरे जनपद में अगले 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा को भी बंद करने के आदेश जारी कर दिये गए हैं।
गौरतलब है कि शुक्रवार को बरेली में जुमे की नमाज के बाद अचानक से लोगों की भीड़ सड़क पर उतर आई थी। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो लोग पथराव करने लगे। इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। तब जाकर लोग जूते चप्पल सड़कों पर छोड़कर जान बचाने के लिए भागे। कई लोग चोटिल भी हुए हैं। जहां मौलाना तौकीर रजा ने विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था। इसके बाद हिंसा भड़की थी। पुलिस द्वारा लाठीचार्ज के बाद उपद्रवी जान बचाकर भागते नजर आए। सड़क पर कई जगहों पर चप्पलों के ढेर बिखरे दिखे। इस भीड़ में नाबालिग लड़कों की संख्या भी खूब नजर आई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद पुलिस ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की है। करीब दो हजार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
जिसके चलते ही शनिवार दोपहर यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में सख्त रुख अख्तियार करते हुए कहा कि मौलाना भूल गया कि यूपी में किसकी सरकार है। ऐसा सबक सिखाएंगे कि अब हिंसा करने से पहले सौ बार सोचेंगे।