करोड़ों की धनराशि हड़पने वाले बीमा माफियाओं का एक सदस्य गिरफ्तार।

अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर रही संभल पुलिस, अब तक 67 की हो चुकी है गिरफ्तारी।

बीमा माफियाओं ने उत्तराखंड, पंजाब तथा उत्तर प्रदेश के अनेकों जनपदों में तैनात कर दिए हैं अपने फर्जी कर्मचारी।

जीवितों को मृत दिखाकर हड़पते हैं बीमा की धनराशि।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। यूपी में फैले बीमा माफियाओं के मकड़जाल को संभल पुलिस निरंतर तहस-नहस करने में लगी हुई है। इसी में बुधवार को अंतर्राज्यीय गिरोह के सदस्यों का पर्दाफाश करते हुए एक और सदस्य को गिरफ्तार किया गया है। जो जीवित व्यक्तियों को मृत दर्शाकर करोड़ों रुपए की धनराशि का बीमा घोटाला कर चुके हैं। संभल एसपी कृष्ण कुमार के निर्देश पर एएसपी अनुकृति शर्मा के नेतृत्व में चलाए जा रहे अभियान के तहत लगातार कार्यवाई हो रही है। गिरफ्तार किए गए बीमा माफिया के पास से पुलिस ने संबंधित उपकरण भी बरामद किए हैं। जहां संभल पुलिस द्वारा अब तक 67 बीमा माफियाओं को गिरफ्तार किया जा चुका है।
अंतर्राज्यीय गिरोह के सदस्यों का पर्दाफाश करते हुए संभल पुलिस द्वारा की जा रही लगातार कार्यवाई के अंतर्गत बीमा माफियाओं के एक और सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में जिसने अपना नाम उत्तराखंड राज्य के उधम सिंह नगर जिले के सितारगंज थाना अंतर्गत अरविंद नगर गांव निवासी पंकज कुमार ढाली पुत्र अतुल चंद्र ढाली बताया। जिसके पास से पुलिस ने विभिन्न बैंकों की 39 चेक बुक 28 आधार कार्ड तथा 23 पैन कार्ड और एक लैपटॉप और दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं। जिसे संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करते हुए जेल भेजा गया है।

जीवित व्यक्ति को दर्शाया मृत, 90 लाख की कराई थी पॉलिसी।

धर्मेंद्र नाम का व्यक्ति दिल्ली का निवासी है। जो कि नशे का आदी था। जिसके चलते उसका लीवर खराब चल रहा था। धर्मेंद्र पुत्र बेनी सिंह का शादी में माफिया शाहरुख खान द्वारा फर्जी तरीके से मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार किया गया। बीमा माफिया शाहरुख खान वीरेंद्र तथा नवाज अहमद और एक अन्य व्यक्ति पंकज कुमार द्वारा धर्मेंद्र की चार बीमा पॉलिसी कराई गईं।
धर्मेंद्र के आधार कार्ड और पैन कार्ड की फोटो भी लगाई गई। बीते दिनों त्रिलोकी की भांति धर्मेंद्र का भी दिल्ली के जीबी पंत अस्पताल में हृदय घात के इलाज संबंधी अभिलेख तैयार किए गए थे। जहां तब्दील के बाद पता चला कि धर्मेंद्र नामक व्यक्ति जीवित है। धर्मेंद्र मुंबई में मजदूरी का कार्य करता है। इस धोखाधड़ी की पुलिस द्वारा सूचना मिलने पर धर्मेंद्र द्वारा भी रजपुरा थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया गया।

धर्मेंद्र के एक्सिस बैंक में खाते की जानकारी मिली। जिसकी ट्रांजैक्शन का भी पुलिस द्वारा अवलोकन किया गया। संपूर्ण विवेचना से ज्ञात हुआ की बीमा माफियाओं द्वारा इस केस में दो अलग तरह के वित्तीय धोखाधड़ी के मामले प्रकाश में आए। जिसमें जीवित व्यक्ति को मृत दिखा कर बीमा की राशि हड़पी गई है। दूसरा पर्सनल लोन के लिए अयोग्य व्यक्तियों के दस्तावेजों को धोखाधड़ी से तैयार कर लोन कराया गया। धर्मेंद्र द्वारा बताया गया कि उसे किसी भी खाते की जानकारी नहीं है और न ही उसने कोई पर्सनल लोन लिया है। लेकिन धर्मेंद्र ने बताया कि इससे पूर्व शाहरुख खान, कल्पना और पंकज कुमार द्वारा उससे हस्ताक्षर और फिंगरप्रिंट स्कैनिंग मशीन पर अंगूठे लगवाए गए थे, जो कि सरकारी स्कीम के लिए किए गए थे।

गिरफ्तार हुआ पंकज फर्जी तरीके से संचालित करता है प्राइवेट कंपनी।

गिरफ्तार हुए पंकज कुमार द्वारा किसी भी कंपनी को खरीदना और कंपनी संबंधित सभी दस्तावेज पूरे करने का काम किया जाता था। जो भोले-भाले लोगों से डॉक्यूमेंट प्राप्त कर डायरेक्ट बना दिया जाता था। जांच में पता चला कि पंकज कुमार द्वारा वर्तमान में एक अर्श इंटरप्राइजेज कंपनी संचालित की जा रही है। जिसके दो अन्य व्यक्ति इसके डायरेक्टर हैं, जिनके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है। धर्मेंद्र को भी एक कंपनी में कर्मचारी होना बताया गया है।
इसी तरह की एक और कंपनी को फर्जी तरीके से पंकज कुमार द्वारा चलाया जाता है। जहां दस्तावेजों में भी फर्जी तरीके से बदलाव कर दिया जाता है।

इसके अलावा पंकज कुमार द्वारा फर्जी तरीके से अन्य कार्य भी किए जाते थे। पंकज कुमार द्वारा धोखाधड़ी से पंजाब के गुरदासपुर, उत्तराखंड के उधम सिंह नगर तथा हरिद्वार, उत्तर प्रदेश के मेरठ, बरेली, पीलीभीत, बागपत तथा मुरादाबाद के साथ अन्य जिलों के लोगों को अपनी कंपनी का कर्मचारी दिखाते हुए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर निजी लोन प्राप्त कर लोन की राशि हड़पने का कार्य भी किया जाता था।

चंदौसी गणेश चौथ मेला : तैयारियां तेज, 25 अगस्त से होगा शुभारंभ।

मेला कमेटी के साथ डीएम, एसपी कर चुके हैं संयुक्त वार्षिक सभा का आयोजन।

25 अगस्त से 14 सितंबर तक चलेगा उत्तर भारत का सुप्रसिद्ध गणेश चौथ मेला।

भव्य रूप से तैयार की जा रही गणपति बाबा की प्रतिमा।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। मिनी वृंदावन के नाम से प्रसिद्ध संभल के चंदौसी नगर में गणेश चौथ मेले की तैयारियां जोरों पर हैं। जिला प्रशासन द्वारा भी तैयारियों को लेकर मेला कमेटी के साथ बैठक आयोजित कर आवश्यक दिशा निर्देश दे दिए गए हैं।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश का ऐतिहासिक गणेश चौथ मेला इस बार और भी भव्य रूप में मनाया जाएगा। मुंबई के प्रसिद्ध गणेश महोत्सव की तर्ज पर आयोजित होने वाले इस मेले में रथ यात्रा की मुख्य झांकी को इस बार कृत्रिम सीप से सजाया जा रहा है। कलाकार दिन-रात इसकी तैयारियों में जुटे हुए हैं। आगामी 25 अगस्त से प्रारंभ होने वाले गणेश चौथ मेला 14 सितंबर तक चलेगा।
बीते दिनों मेला कमेटी के साथ वार्षिक सभा के आयोजन के दौरान उप जिलाधिकारी चंदौसी द्वारा मेला से संबंधित विषय में जिलाधिकारी को अवगत कराया गया था। मेला टेंडर प्रक्रिया और मेल विद्युत कनेक्शन को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई थी। विद्युत विभाग और टेलीफोन विभाग को विद्युत पोल और टेलीफोन पोल से संबंधित जानकारी दी। जल निगम शहरी को मेला स्थल पर हेड पंपों की मरम्मत कराने तथा आवश्यकता होने पर हेडपंप लगाने के निर्देश दिए।

रोडवेज विभाग से मेला के समय चंदौसी में अस्थाई बस स्टॉप तैयार करने के निर्देश दिए गए। गणेश मूर्ति विसर्जन के अंतर्गत मिट्टी या गोबर से तैयार मूर्ति ही विसर्जित करने के लिए जागरूक करने को कहा। अग्निशमन विभाग को मेला स्थल के पास छोटे अग्निशमन वाहन प्रयोग करने के लिए भी निर्देश दिए। पुलिस एवं यातायात व्यवस्था को लेकर भी आवश्यक निर्देश दिए गए। 27 अगस्त को होने वाली रथ यात्रा दिवस पर पार्किंग की उचित व्यवस्था को लेकर निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने कहा कि मेला स्थल प्लास्टिक मुक्त होना चाहिए। जहां पेयजल और साफ सफाई की व्यवस्था रहनी चाहिए। मेला में दुकानों के लिए जो स्थान निर्धारित किया गया है, उससे आगे दुकान नहीं बढ़नी चाहिए। जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि एक जूनियर इंजीनियर प्रतिदिन मेला स्थल का निरीक्षण करेंगे जिससे कि विद्युत सुचारु रूप से संचालित रहे। स्वास्थ्य विभाग को भी शिविर लगाने की निर्देश दिए गए। इसके अलावा शिविर में आयुर्वेद तथा योग एवं होम्योपैथी का भी व्यवस्था रखने के निर्देश दिए। सीसीटीवी कैमरों को लेकर भी आवश्यक निर्देश दिए गए। मेला कमेटी के सदस्यों से भी सुझाव प्राप्त किए गए।

बता दें कि मेला गणेश चौथ का मुख्य आकर्षण स्वचालित रथ यात्रा रहती है। इस दिन जनपद में स्थानीय अवकाश घोषित किया जाता है। इसे देखने के लिए प्रदेश के अलावा अन्य प्रदेशों से भी लोग आते हैं। जिसे डा. गिरीराज किशोर ने 1961 में पहली बार अपने हाथ से भगवान गणेश की मिट्टी की मूर्ति बनाकर चन्दौसी नगर में भ्रमण कराया। उस दौरान मंदिर के पास में पूजा-अर्चना के लिए एक-दो प्रसाद की दुकानें ही लगा करती थीं। झांकी तैयार करने वाले कलाकारों का कहना है कि एक दिन पहले झांकी तैयार कर ली जाएगी। मेला गणेश चौथ पहले 7 दिवसीय होता था, लेकिन अब यह 21 दिन तक चलता है। पहले यह मेला मंदिर के आसपास में लगता था, लेकिन लोगों को हो रही दिक्कत के चलते डॉ. गिरीराज किशोर ने मेले के लिए अलग से जमीन ली और अब हर साल उसी में मेले का आयोजन किया जाता है। 

◆ अस्थाई बस स्टॉप भी तैयार किया जाएगा, गणपति बाबा की मूर्ति को दिया जा रहा भव्य रूप।

चंदौसी में लगने वाले प्रसिद्ध गणेश चौथ मेले के आयोजन को लेकर जिलाधिकारी द्वारा सख्त निर्देश दिए गए हैं। मेले को प्लास्टिक मुक्त रखने के निर्देश दिए गए हैं तो वहीं गणेश चौथ मेले में सीसीटीवी कैमरा से निगरानी होगी तथा अस्थाई बस स्टॉप तैयार करने को कहा गया है।
मेला परिसर में साफ सफाई रखने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
इसके अलावा मेला परिसर से बाहर दुकान लगाने पर भी रोक लगाई गई है। मेला परिसर में रास्तों को लेकर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
जहां अब की बार स्वर्ग छवि के स्थान पर गणपति बाबा की मूर्ति सिल्वर छवि अर्थात चांदी धातु के तौर पर बनाई जा रही है। जिसमें रंग-बिरंगे मोती लगाए जा रहे हैं।
वहीं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी एसपी द्वारा पुलिस प्रशासन को शख्त निर्देशित किया गया है। साथ ही मार्गो तथा पार्किंग व्यवस्था को लेकर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

संभल में 7 को जिला मुख्यालय का शिलान्यास करेंगे मुख्यमंत्री।

नवीन पुलिस लाइन का करेंगे भ्रमण, भौतिक प्रगति की होगी समीक्षा।

मुरादाबाद से बहजोई स्थित नवीन पुलिस लाइन में राजकीय हेलीकॉप्टर से उतरेंगे।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संभल जनपद में 7 अगस्त को जिला मुख्यालय का शिलान्यास करेंगे। जहां वह बहजोई स्थित नवीन पुलिस लाइन में अपने राजकीय हेलीकॉप्टर से उतरेंगे। जहां से कार द्वारा जनसभा पहुंचेंगे। नवीन पुलिस लाइन का भ्रमण कर भौतिक प्रगति की समीक्षा करेंगे। मुख्यमंत्री का कार्यक्रम तय होते ही जिला प्रशासन द्वारा तैयारियां तेज कर दी गई हैं तथा सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। जहां मुख्यमंत्री के आगमन से पूर्व मंगलवार को एसपी, डीएम व मंडलायुक्त तैयारियों का जायजा लिया।

संभल जनपद को जहां जिला मुख्यालय की आस में 14 साल बीत चुके हैं तो वहीं अब जिला मुख्यालय के शिलान्यास से इसकी आस जाग गई है। जहां अब 7 अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संभल जनपद में जिला मुख्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम भी सुनिश्चित हो गया है।

हेलीपैड तथा नवीन पुलिस लाइन से लेकर जनसभा स्थल को सुरक्षा व्यवस्था के बीच तैयार कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री द्वारा दो नवीन थानों की सौगात भी संभल को मिलेगी।
जिसके लिए एसपी कृष्ण कुमार द्वारा दोनों नए थानाध्यक्षों की तैनाती भी कर दी गई है।

जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं का लोकार्पण करेंगे तो वहीं जिला मुख्यालय का शिलान्यास करेंगे और प्रदर्शनी का भ्रमण करेंगे।

◆ जनपद में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की ये है समय सारणी …..

9:40 बजे मुरादाबाद से राजकीय हेलीकॉप्टर द्वारा संभल के लिए प्रस्थान।
9:55 बजे बहजोई नवीन पुलिस लाइन में हेलीपैड पर उतरेगा राजकीय हेलीकॉप्टर।
10:00 बजे नवीन पुलिस लाइन का भ्रमण करेंगे। इसके साथ भौतिक प्रगति की समीक्षा भी की जाएगी। जहां 10:10 बजे तक नवीन पुलिस लाइन रहेंगे।
10:10 बजे कार द्वारा नवीन पुलिस लाइन से जनसभा स्थल को प्रस्थान करेंगे।
10:15 बजे जनसभा स्थल पर पहुंचेंगे।
10:15 से 11:30 बजे तक जनसेवा स्थल में रहेंगे। इस बीच वह जिलाधिकारी कार्यालय/जिला मुख्यालय का शिलान्यास करेंगे। जनसभा स्थल को संबोधित करेंगे तथा प्रदर्शनी का भ्रमण करेंगे।
साथ ही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में संबोधित करते हुए योजनाओं का लोकार्पण भी किया जाएगा।
11:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक संभल कल्कि तीर्थ विजन डॉक्यूमेंट प्रेजेंटेशन होगा।
12:00 बजे जनसभा स्थल से बहजोई नवीन पुलिस लाइन हेलीपैड के लिए प्रस्थान करेंगे।
12:05 बजे नवीन पुलिस लाइन हेलीपैड पहुंचेंगे।
12:10 बजे नवीन पुलिस लाइन से अपने राजकीय हेलीकॉप्टर द्वारा बरेली एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे।
जहां से अपने राजकीय वायुयान द्वारा फिर लखनऊ के लिए जाएंगे।

संभल में गंगा का जल स्तर बढ़ा, 87 हजार क्यूसेक तक पहुंचा, अभी खतरा नहीं।

जिलाधिकारी बोले – अभी स्थिति सामान्य और अधिक बढ़ा तो करेंगे इंतजाम।

87 हजार क्यूसेक तक पहुंचा जलस्तर, 2.50 लाख क्यूसेक से अधिक जाने पर बढ़ सकता है खतरा।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल के गुन्नौर तहसील क्षेत्र के राजघाट गंगा घाट पर गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। लेकिन अभी भी खतरा के निशान से ऊपर नहीं है। 87 हजार क्यूसेक तक जलस्तर पहुंच चुका है। अधिक जलस्तर बढ़ने से आसपास के दर्जनों गांव चपेट में आने की संभावना रहती है। लेकिन 2.50 लाख क्यूसेक तक जलस्तर पहुंचने पर जाकर खतरा उत्पन्न हो जाता है। बीते सोमवार को गंगा के जलस्तर बढ़ने की सूचना पर जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया व एसपी कृष्ण बिश्नोई निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। जहां उनके साथ सिंचाई विभाग के साथ अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। वर्तमान में 87 हजार क्यूसेक तक जलस्तर पहुंच चुका है।
राजघाट गंगा घाट पर बढ़ रहे जलस्तर की सूचना पर जिलाधिकारी ने सोमवार को गंगा घाट का निरीक्षण किया था। लगभग एक फुट गंगा बैराज पर जलस्तर बढ़ गया था, मंदिरों तक पानी पहुंचने लगा था।  वहीं दूसरी तरफ नरौरा बैराज पर भी गंगा का जलस्तर बढ़ गया है।
जलस्तर बढ़ने से दुकानदारों ने भी अपने ठेले हटा लिए हैं।

जलस्तर बढ़ने की सूचना पर जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया तथा एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई व सिंचाई विभाग के अधिकारी तथा गुन्नौर उप जिलाधिकारी वंदना मिश्रा व अन्य वरिष्ठ अधिकारी निरीक्षण के लिए पहुंचे थे।
जिलाधिकारी ने बताया कि जल स्तर बढ़ा है, लेकिन अभी स्थिति ठीक है। ईसमपुर डांडा निकट बने बांध लाखों हेक्टर भूमि तथा आसपास के गांव को बाढ़ की चपेट से बचने का कार्य कर रहा है।
अभी हमारे यहां गंगा का जलस्तर 87 हजार क्यूसेक तक पहुंचा है। यदि ढाई लाख क्यूसेक से अधिक पहुंचता है तो खतरा उत्पन्न हो जाता है।

जिलाधिकारी ने कहा कि अभी स्थिति ठीक है यदि खतरा बढ़ता है, जलस्तर बढ़ता है तो इंतजाम किए जाएंगे।
जहां गुन्नौर तहसील प्रशासन भी बाढ़ से बचाव हेतु चौकियां बनाने की तैयारी में जुटने लगा है। ईसमपुर डांडा के नजदीक स्नान करने के लिए बने कच्चे घाट और वहीं मंदिर को जाने वाली सड़क भी लगातार हुई बारिश के चलते कटान से कट गई है। इतना ही नहीं आसपास खड़ी धान की फसल पर भी खतरा उत्पन्न हो गया है।
बाढ़ के प्रबंध से बचने के लिए प्रशासन द्वारा 16 बाढ़ चौकियां बनाई जा रही हैं। जिस पर राजस्व कर्मियों की तैनाती व बाढ़ से बचाव हेतु निर्देशित किया गया है। इसके अलावा प्रबंधन दल और शरण स्थल  भी बनाए गए हैं।
बाढ़ की संभावना होने पर बाढ़ की चपेट में आसपास के 42 गांव बाढ़ से प्रभावित होने की संभावना रहती है। राजघाट गंगा घाट पर लगातार गंगा का जलस्तर बढ़ता जा रहा है।

संभल में 7 को मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर तैयारियां तेज, जिला मुख्यालय का करेंगे शिलान्यास।

जिला मुख्यालय के अलावा बबराला और रायसत्ती चौकी को थाना बनाने की भी कवायद।

सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जनपद में पुलिस प्रशासन अलर्ट।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल जनपद में 7 अगस्त को मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। मुख्यमंत्री का दौरा लगभग तय हो चुका है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जनपद में जिला मुख्यालय का शिलान्यास करेंगे। इसके अलावा जनपद को दो और नए थाने की सौगात मिल सकती है। हालांकि अभी कार्यक्रम जारी नहीं किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 7 अगस्त को संभल के दौरे पर आ सकते हैं। जिसको लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं तथा पुलिस प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 7 अगस्त को आगमन के दौरान जिला मुख्यालय का शिलान्यास करेंगे तो वहीं इसके अलावा जनपद के गुन्नौर थाने से अलग होकर बबराला और नखासा थाने से अलग होकर रायसत्ती पुलिस चौकी को थाने की सौगात भी मिल सकती है।
इतना ही नहीं नवीन पुलिस लाइन का भी निरीक्षण कर सकते हैं।
बीते दिनों संभल के शाही जामा मस्जिद को लेकर हुए विवाद के दौरान अधिकारियों ने रायसत्ती को थाना बनाने पर विचार दिया था।
बबराला थाना बनने में गुन्नौर, रजपुरा तथा धनारी थाने के गांव को काटकर जोड़ा जा सकता है।
बीते 14 सालों से संभल जिले को जिला मुख्यालय की आस है। अस्थाई रूप से बहजोई से ही जिला मुख्यालय संचालित किया जा रहा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 7 अगस्त को जनपद के दौरे पर आ सकते हैं। जिसके लिए जिला प्रशासन द्वारा लगातार तैयारियां की जा रहीं हैं।

संभल में गंगा का जलस्तर बढ़ा, जिलाधिकारी ने लिया जायजा।

87 हजार क्यूसेक तक पहुंचा जल, डीएम बोले- अभी स्थिति ठीक है।

कहा- 2.50 लाख क्यूसेक से अधिक होने पर बढ़ सकता है खतरा।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। पहाड़ों पर निरंतर हो रही बारिश के कारण गंगा के जलस्तर में भी लगातार वृद्धि हो रही है। ऐसे में किनारे बसे गांव और कस्बों में भी जल आने की संभावना को देखते हुए सोमवार को डीएम राजेंद्र पैंसिंया व एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई संबंधित अधिकारियों के साथ स्वयं निरीक्षण करने गंगा तट पहुंचे और अधिकारियों को निर्देशित किया। उनके साथ एडीएम प्रदीप वर्मा, एसडीएम गुन्नौर डॉ. वंदना मिश्रा सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
इस बार प्रशासन ने बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं। जनपद में 16 बाढ़ चौकियों पर कर्मचारियों को तैनात कर दिया गया है। साथ ही गंगा नदी में बेरिकेडिंग कर सुरक्षा व्यवस्था के लिए गोताखोर भी नियुक्त किए गए हैं।

वर्तमान में गंगा नदी से 87 हजार क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज हो रहा है। पानी खेतों तक पहुंच गया है। प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है। स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में पिछली बार 2010 में 5 गावों में पानी आया था। जहां उस समय कोई जनहानि आदि नहीं हुई थी और न ही किसी को आश्रय लेने की आवश्यकता पड़ी थी। उन्होंने बताया कि ईसमपुर डांडा का तटबंध लगभग 11.7 किलोमीटर लंबा है। यह तटबंध 2.5 लाख क्यूसेक से अधिक पानी आने पर भी ढाई हेक्टेयर से अधिक भूमि को जलमग्न होने से बचाता है। जिसमें भी मुख्य रूप से आस पड़ोस के 5-6 गांव प्रभावित होते हैं। किन्तु पूरे 11.7 किलोमीटर क्षेत्र में कुल 22 गांव आते हैं।
जहां उन्होंने बताया कि जनपद में हरि बाबा बांध तटबंध भी है। प्रशासन ने इसका भी अनुसरण किया है। साथ ही सिंचाई विभाग संभल के साथ-साथ बदायूं खंड के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं।
जहां डीएम राजेंद्र पेंसिया ने आस्वस्थ किया कि अभी तो स्थिति सामान्य है। कोई विपरीत स्थिति उत्पन्न होती है तो पिछले साल की तरह इस बकर भी ठोकरें निर्मित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की जनहानि और पशु हानि होने दी जाएगी। जिसके लिए प्रशासन बेहद सतर्क एवं मुस्तैद है।

प्रवाह इंपैक्ट : यूरिया खाद 600 रुपए प्रति बैग, सूचना पर पहुंचे अधिकारी, दुकान सील।

संभल के कैला देवी पर निजी दुकानदार द्वारा बेचा जा रहा था 600 रुपए प्रति बैग।

किसानों ने बनाई वीडियो, किया हंगामा तो दुकानदार बाइक लेकर भागा।

सूचना पर पहुंच गए नायब तहसीलदार और अपर कृषि अधिकारी।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल के कैला देवी पर किसानों के लिए यूरिया खाद का एक निजी दुकानदार द्वारा 600 रुपए प्रति बैग देने की शिकायत तथा वायरल वीडियो पर संज्ञान लेते हुए नायक तहसीलदार तथा अपर जिला कृषि अधिकारी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने किसानों से पूछताछ कर जांच करते हुए दुकान को सील कर दिया।
संभल तहसील क्षेत्र के कैला देवी पर थाना मार्ग पर एक निजी दुकानदार द्वारा किसानों के लिए यूरिया खाद का 600 रुपए प्रति बैग दिया जा रहा था।
सोमवार को भारी संख्या में किसान यूरिया खाद लेने के लिए पहुंचे तो किसानों ने वीडियो बनानी शुरू कर दी। वीडियो के दौरान दुकान ही यूरिया खाद लेकर निकल रहे एक युवक ने भी 600 रुपए में खाद देने की पुष्टि की।
इसके बाद जब दुकानदार से पूछा गया तो वह अपनी बाइक उठाकर दुकान से चलता बना।
वहीं उच्च अधिकारियों से इसकी शिकायत की गई तो मुख्य विकास अधिकारी ने टीम गठित की। नायब तहसीलदार व अपर कृषि अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंच गए। जहां सैकड़ों की संख्या में किसान हंगामा कर रहे थे।
अधिकारियों ने किसानों से बात की और दुकान में जांच शुरू कर दी। जांच में कृषि अधिकारी विजय चौहान को यूरिया के 173 बैग, 600 अलग-अलग दवाई के डिब्बे, 550 थैली खाली, जिनमें कट्टे से दवाई का कोई पदार्थ पैक किया जाता था।

इसके अलावा उन्होंने रजिस्टर मांगा तो 2025 का कोई रजिस्टर नहीं दिखा सका, और 2022 का रजिस्टर सामने रख दिया।
जहां उन्होंने कालाबाजारी को देखते हुए यूरिया के बैगों की संख्या काउंट की। साथ ही दवाइयां की जांच की।
ऊपर दो मंजिल पर देखा तो कृषि दवाई से संबंधित कुछ पदार्थ दुकानदार द्वारा बनाकर पैक किया जाता था जिसे ऊंचे दामों पर बेचा जाता था। जहां अधिकारियों ने दुकान को सील कर दिया।

संभल में यूरिया खाद की किल्लत : दिनभर लाइन में भूंखे-प्यासे लग रहे किसान।

समिति व निजी दुकानों पर खाद को लेकर हाहाकार, गर्मी, बारिश के बीच लंबी लाइन।

सरकारी समितियों पर यूरिया खाद के लिए लग रही हजारों किसानों की लाइन।

प्राइवेट खाद विक्रेता भी 600 से एक हजार रुपए प्रति बैग तक बेच रहे।

सुबह 4 बजे से देर शाम तक लाइन में खड़े होने के बाद भी किसानों को लौटना पड़ रहा खाली हाथ।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। हम जाय रहे हैं भोर होत ही और हां दिन भर लाइन में लगनों पड़त है। तब कहीं जायके एक कट्टा मिल पावेगो, और प्राइवेट लेओगे तो इतने रूपया कहां। इसलिए बिना खाना खाए जा रहे हैं, नहीं तो लाइन में भीड़ हो जाएगी। और हां शाम तक लौटेंगे, नंबर आ गया तो मिल जाएगा नहीं तो खाली हाथ भी आना पड़ सकता है। क्या करें साहब! जब फसल खेत में है तो लाइन में तो लगना पड़ेगो, नहीं तो फसल सही नहीं हो पाएगी। और कोई बात नहीं दिनभर भूंखे ही रह लेंगे लाइन में, यदि कुछ खाने चले गए तो फिर खाद न मिल पावेगो, इसलिए भूंखे प्यासे ही लाइन में रहनो पड़ेगो। और पानी भी पी लिओ लाइन से हटकर तो फिर कोई लाइन में न लगने देगो।
यह स्थिति है संभल जनपद में यूरिया खाद को लेकर किसानों की।
संभल जनपद में यूरिया खाद को लेकर किसानों की स्थिति दयनीय हो चुकी है। जिलेभर में खाद की किल्लत को लेकर जहां किसान परेशान हैं, तो वहीं दिनभर सुबह से देर शाम तक भूंखे प्यासे और बारिश के बीच कतार में खड़े होकर दिन बिता रहा है। धक्का-मुक्की और गर्मी तथा बारिश के बीच दिन भर लाइन में खड़े होने के बावजूद भी खाली हाथ वापस लौटना पड़ रहा है।

संभल जनपद में खाद न मिलने से जहां किसान नाराज है तो कहीं हंगामा कर रहा है, तो कहीं जाम लगाता है। लेकिन सुबह 4 बजे से ही बिना कुछ खाए पिए समिति की लाइन पर लग जाता है। समिति खुलने तक हजारों की लाइन दिखाई देती है। लेकिन समिति पर हजारों यूरिया के कट्टे नहीं होते। इसके बावजूद भी किसान यूरिया खाद मिलने की आस में दिनभर भूंखे प्यासे लाइन में लगा रहता है और उसे शाम को बिना यूरिया खाद के वापस लौटना पड़ता है।
हजारों की संख्या में छोटे बच्चों की तरह लाइन में धक्का-मुक्की करते हुए एक कट्टा यूरिया के लिए दिनभर गुजारना पड़ रहा है।
जनपद की सभी सहकारी समितियों पर हाहाकार मचा हुआ है तो वहीं प्राइवेट दुकानदारों की चांदी कट रही है।
संभल, चंदौसी, बहजोई, गुन्नौर, हयात नगर, सौंधन, खिरनी, जुनावई, पतरिया, रजपुरा या जनपद की अन्य सहकारी समितियों पर समिति खुलने पर हजारों की संख्या में भीड़ पहले ही एकत्रित हो जाती है। जिन किसानों के लिए एक से अधिक यूरिया बैग की जरूरत है, उन्हें भी दिन भर लाइन में लगने के बाद एक ही बैग मिल पा रहा है। फिर कहीं-कहीं तो दिन भर लाइन में लगने के बाद भी खाली हाथ लौटना, और घर आकर बस यही कहना कि आज खाद नहीं मिल पाया, अधिकांश किसानों से सुनने को मिल रहा है।
आखिर संभल जनपद में यूरिया की भरपूर मात्रा नहीं या फिर वितरण सही तरीके से नहीं हो पा रहा। जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। दूसरी तरफ संभल जिलाधिकारी ने भी कहा है कि यूरिया खाद में वितरण करने के दौरान अगर किसी ने पक्षपात किया तो उसे पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। इसके बावजूद भी जनपद में यूरिया खाद वितरण की स्थिति बद से बदतर है।
इतना ही नहीं इसका लाभ प्राइवेट दुकानदार ले रहे हैं। जहां यूरिया का प्रति बैग 600 रुपए से लेकर 1100 रुपए तक दिया जा रहा है।
किसान ने कभी नहीं सोचा होगा कि एक दिन यूरिया के लिए दिनभर लाइन में लगने के बाद भी खाली हाथ लौटना पड़ेगा।
यूरिया खाद को लेकर जिले भर में हाहाकार मचा हुआ है और जनपद की समितियों पर किसानों की लंबी कतार लगी दिखाई दे रही है।
हालांकि किसानों की समस्या को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ राजेंद्र पैंसिया ने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित कर आवश्यक निर्देश भी दिए हैं। जहां बिना खतौनी के यूरिया वितरित करने पर रोक लगाई गई है। इसके बावजूद भी किसानों की समस्या खत्म नहीं हो रही है।

वीडियो वायरल : अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण कार्यालय : मेज पर शराब की बोतल और हाथ में गिलास।

अधिशासी अभियंता ग्रामीण के कार्यालय में कर्मचारियों के शराब पीने का वीडियो वायरल।

बहजोई स्थित है अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण कार्यालय।

वीडियो बनाने वाले ने भी कार्यालय का नाम किया बनाते समय उजागर।

मेज पर रखी शराब की बोतल और हाथ में गिलास, कुर्सी पर बैठे पीते दिखा कर्मचारी।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। बहजोई स्थित अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण के कार्यालय में कर्मचारियों द्वारा शराब पीने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इतना ही नहीं वीडियो बनाते समय कार्यालय का नाम बोलकर भी उजागर किया जा रहा है तथा वीडियो में एक कर्मचारी द्वारा मेज पर शराब की बोतल रखकर हाथ में गिलास में दिखाई दे रहा है। जो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
संभल के  बहजोई कलेक्ट्रेट के नजदीक अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण का कार्यालय है। जिसमें बताया गया है कि अधिशासी अभियंता तो मौजूद नहीं हैं, लेकिन ऑफिस के अन्य कर्मचारी और बाहरी व्यक्ति बैठकर शराब पीते दिखाई दे रहे हैं।
वीडियो बनाने वाले व्यक्ति द्वारा ऑफिस का नाम भी उजागर किया जा रहा है तथा शराब पीने की बात भी कहीं जा रही है। इसके अलावा वीडियो में मेज पर शराब की बोतल रखी हुई है तथा हाथ में गिलास है। एक कर्मचारी कुर्सी पर बैठा हुआ गिलास से शराब पी रहा है। इसके आसपास अन्य दो से तीन लोग और बैठे हुए हैं जो या तो बाहरी व्यक्ति हो सकते हैं या ऑफिस के ही कर्मचारी।
वीडियो बनाने वाला व्यक्ति जैसे ही मुख्य गेट से ऑफिस में गया है तो मेज पर शराब की बोतल और हाथ में गिलास दिखाई दे रहा है तथा उसके कहने के बाद ऑफिस का कर्मचारी और अन्य व्यक्ति खड़े हो गए हैं तथा मोबाइल छीनने की कोशिश की गई है।
अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण कार्यालय में कर्मचारियों द्वारा शराब पीने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
जब उपरोक्त प्रकरण में जानकारी हेतु अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण से संपर्क किया गया तो संपर्क नहीं हो पाया।

संभल में ट्रांसफार्मर चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 3 सदस्य गिरफ्तार।

◆ पांच सदस्यों का था गिरोह, दो साथी अभी फरार, तलाश जारी।

संभल के अलावा बुलंदशहर तथा अलीगढ़ जनपद में भी किए हैं ट्रांसफार्मर चोरी।

बबराला में ट्रांसफार्मर चोरी होने पर अवर अभियंता विद्युत द्वारा दर्ज कराई गई थी रिपोर्ट।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल जनपद में ट्रांसफार्मर चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए जनपद की गुन्नौर थाना पुलिस ने तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया, जिनके दो साथी अभी भी फरार हैं।
गिरोह के पांच सदस्यों द्वारा मिलकर जनपद के अलावा बुलंदशहर तथा अलीगढ़ जनपद में भी ट्रांसफार्मर चोरी किए जा चुके हैं।
बीते 24 मई को बबराला विद्युत उपकेंद्र पर तैनात अवर अभियंता रोहित मुखिया द्वारा बबराला हाईवे पर ट्रांसफार्मर काटकर उसका तांबा और कोइल चोरी करने के संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
गुन्नौर थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। सीसीटीवी कैमरे और मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने गुन्नौर थाना क्षेत्र के सैंजना मुस्लिम निवासी सरदार सुंदर सिंह पुत्र श्यौराज सिंह, नीरज पुत्र मूलचंद तथा शौकेंद्र उर्फ बड्डे पुत्र फूल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। जिनके पास से पुलिस ने 12.9 किलो कॉपर का तार, 3 किलो लोहे की पत्ती, एक तार काटने का कटर, एक पुराना कटिंग प्रायर, 4 बोल्ट खोलने के औजार तथा एक लोहा काटने की आरी बरामद की गई है।
जिनके दो अन्य साथी मेरठ जनपद के कंकरखेड़ा थाना अंतर्गत महमूदपुर गांव निवासी वकील पुत्र शकील, संभल के ही गुन्नौर थाना क्षेत्र के सैंजना गांव निवासी विपिन पुत्र रामनरेश अभी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
जहां पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि बीते 2 जुलाई को गवां से एक ट्रांसफार्मर काटकर चोरी किया गया था। रजपुरा थाने में इसका मुकदमा भी पंजीकृत है। इसके अलावा बुलंदशहर तथा अलीगढ़ जनपद में भी ट्रांसफार्मर चोरी किए गए थे।

पांच लोगों का था गिरोह, ऐसे देते थे घटना को अंजाम।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों द्वारा पूछताछ में बताया गया कि उनका पांच लोगों का गिरोह है। सभी का अलग-अलग कार्य था। जिसमें ट्रांसफार्मर चयनित करना तथा सभी को इकट्ठा करने की जिम्मेदारी सरदार सुंदर सिंह की थी। वकील द्वारा लाइन के ऊपर बांस में लोहा काटने की पत्ती बांधकर तार को काटा जाता था।
फिर सभी मिलकर तांबा और कोइल निकालते थे। शौकेंद्र उर्फ बड्डे अपने ई रिक्शा से भरकर सामान को सैंजना मुस्लिम स्थित सरदार सुंदर सिंह की कबाड़ी की दुकान पर ले जाता था। जहां सुंदर सिंह कबाड़ के सामान के साथ बेच देता था। जिसके पश्चात सभी मिलकर पैसा बांट लेते थे।
एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा कि फरार दो साथियों की तलाश की जा रही है, जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।