यूपी के नए डीजीपी बने राजीव कृष्ण मित्तल, देर रात ग्रहण किया कार्यभार।

● 1991 बैच के आईपीएस हैं राजीव कृष्ण, हाईटेक पुलिसिंंग के माने जाते हैं एक्सपर्ट।

यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष व डीजी विजिलेंस के पद पर हैं कार्यरत।

प्रवाह ब्यूरो
लखनऊ। पिछले कई दिनों से यूपी में नए डीजीपी को लेकर चल रही उथल-पुथल अब खत्म हो चुकी है। योगी सरकार ने नए डीजीपी की नियुक्त पर मुहर लगा दी है। उत्तर प्रदेश में नए डीजीपी 1991 बैच के आईपीएस राजीव कृष्ण को बनाया गया है। राजीव कृष्ण यूपी में लगातार 5वें कार्यवाहक डीजीपी बनाए गए हैं। 26 जून 1969 को गौतमबुद्ध नगर में जन्मे राजीव कृष्ण ने इलेक्ट्रानिक्स और कम्युनिकेशन में बीई किया हुआ है। उनके पिता का नाम एचके मित्तल है।
राजीव कृष्ण 1991 बैच के आईपीएस हैं। जो यूपी कैडर के एक शानदार आईपीएस अधिकारी हैं। वर्तमान में यूपी पुलिस के डीजी विजिलेंस और प्रोन्नति भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष के पद पर तैनात हैं। राजीव कृष्ण आगरा में 2004 में एसएसपी के पद पर तैनात थे, जहां उन्होंने अपराधियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया था, जिससे वह चर्चा में आ गए थे।
बीहड़ में सक्रिय अपहरण गिरोह के खिलाफ राजीव कृष्ण ने ही प्रभावी कार्यवाई की थी।
आगरा के एडीजी से पिछले वर्ष ही डीजी विजिलेंस के पद पर तैनात किए गए थे। जहां उन्हें हाईटेक पुलिसिंग के लिए भी जाना जाता है।
एडीजी रहते हुए उन्होंने ऑपरेशन पहचान ऐप के माध्यम से अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाया।
इतना ही नहीं राजीव कृष्ण ने महिला बीट, एंटी रोमियो स्क्वायड की ऑनलाइन मॉनिटरिंग का सिस्टम्स, ईमाल खाने से मुकदमा का ऑनलाइन रिकॉर्ड तक उनकी अलग सोच का परिणाम रहा है।
साइबर अपराध के खिलाफ भी राजीव कृष्ण ने बड़ा अभियान चलाया था। आईपीएस राजीव कृष्ण उत्तर प्रदेश के जनपद गौतम बुद्ध नगर के रहने वाले हैं।

इस प्रकार रही उनकी शैक्षणिक योग्यता और प्रमोशन।

उनका जन्म 26 जून 1969 को हुआ। उन्होंने बैचलर आफ इंजीनियरिंग इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन की पढ़ाई की। इसके बाद यूपीएससी की परीक्षा में सम्मिलित हुए। यूपीएससी की ओर से 1991 में उन्होंने सिविल सर्विसेज परीक्षा पास की। 1993 में आईपीएस कंफर्मेशन के बाद उनके सीनियर स्केल में प्रमोशन 1995 में हो गया। सिलेक्शन ग्रेड में 9 अगस्त 2005 को उनका प्रमोशन हुआ। 7 अगस्त 2007 को डीआईजी पोस्ट पर प्रमोट किए गए। 9 नवंबर 2010 को आईजी के रूप में प्रमोशन हुआ। राजीव कृष्ण 1 जनवरी 2016 को एडीजी बनाए गए थे।
फरवरी 2024 में योगी सरकार ने उन्हें डीजी के पद पर प्रमोट किया। मुख्यमंत्री ने अब एक और बड़ी जिम्मेदारी दी है।
इससे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष के तौर पर उन्होंने देश की सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा का भी आयोजन सफलतापूर्वक कराया। जिसके चलते ही इन्हें अब उत्तर प्रदेश का नया पुलिस महानिदेशक बनाया गया है।

घर में लगी आग बुझाने पहुंचे सीओ अनुज चौधरी, बाल-बाल बचे।

● आग की चपेट में आए मकान में फंसे कुल 25 लोगों को सुरक्षित निकाला।

● चंदौसी के मौलागढ़ में एक घर में गैस सिलेंडर फटने से फैली आग।

● नीचे रखे थे पेट्रोल स्टॉकिंग के ड्रम, रिसाव होने से भड़की आग।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। उत्तर प्रदेश के संभल जनपद में एक घर में सिलेंडर फटने से फैली आग ने विकराल रूप धारण कर लिया तथा वहीं पेट्रोल स्टॉकिंग के ड्रम को आग ने अपनी चपेट में ले लिया। जिससे आग और भड़क गई। सूचना पर पहुंचे चंदौसी सीओ व थाना प्रभारी तथा एसडीएम और दमकल विभाग की टीम ने आग पर काबू पाने की कोशिश की। जहां सीओ अनुज चौधरी ने साहस दिखाते हुए अपनी जान जोखी में डालकर मकान में फंसे 10 लोगों तथा लगभग 15 लोगों को पड़ोसी के मकान से सुरक्षित बाहर निकाला और वह स्वयं आग की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए। घर में शुक्रवार को बारात जानी थी। गुरुवार को बारात से एक दिन पहले मढ़ा होने के चलते दावत चल रही थी तथा पकवान और मिठाइयां भी बनाई जा रही थीं।
आग लगने से शादी के सभी आभूषण, कपड़े सहित लगभग 20 लाख रुपए का नुकसान हो गया। संभल के चंदौसी थाना क्षेत्र के मौलागढ़ गांव निवासी राजेश कुमार गौतम के घर में शुक्रवार को उनके बेटे कुलदीप की बारात जानी थी। गुरुवार को मढ़ा होने के चलते दावत चल रही थी। जिसके चलते घर में गैस सिलेंडर रखे हुए थे। अचानक गैस सिलेंडर फटने से घर में आग लग गई और घर के सभी लगभग 10 सदस्य अंदर ही फंस गए, जिन्हें निकलने का मौका नहीं मिला।
आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। विस्फोट होने के बाद आग पूरे मकान में फैल गई। साथ ही पास की दुकानों और घरों को भी आग ने अपनी चपेट में ले लिया।
आग लगने के बाद घर के नीचे दुकानों में कुछ डीजल पेट्रोल के ड्रम रखे हुए थे। ड्रम से रिसाव होने के चलते आग की लपटें और बढ़ गईं। सूचना पर चंदौसी सीओ अनुज चौधरी, चंदौसी थाना प्रभारी तथा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए साथ ही दमकल विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई।
जहां सीओ ने स्वयं जान जोखिम में डालकर आग बुझाने का प्रयास किया तो वह आग की लपटों की चपेट में आने से बाल बाल बच गए।

जान जोखिम में डालकर सीओ अनुज चौधरी ने बचाई 25 लोगों की जान।

आग लगने की सूचना पर पहुंचे सीओ अनुज चौधरी ने पुलिस टीम के साथ मिलकर आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन स्वयं जान जोखिम में डालकर लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने लगे तो वह भी आग की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए। सीओ अनुज चौधरी ने आग लगने वाले मकान से लगभग 10 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला तो वहीं पड़ोसी मकान से लगभग 15 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। जहां सीओ सहित थाना प्रभारी निरीक्षक मोहित चौधरी, क्राइम इंस्पेक्टर विनीत भटनागर ने भी आग पर काबू पाने की कोशिश की। जहां ड्रम बाहर निकालते समय ज्वलनशील पदार्थ का रिसाव होने से आग और भड़क गई थी, जिससे पुलिसकर्मियों को जान बचाने के लिए पीछे हटना पड़ा।
दमकल टीम को एक सिलेंडर के अलावा लगभग 6 से 7 ड्रम भी मौके पर मिले, जिनमें ज्वलनशील पदार्थ भरा हुआ था।

शुक्रवार को जानी थी बेटे की बारात, घर में ही रखा था सभी सामान।

राजेश कुमार गौतम के बेटे कुलदीप की बारात शुक्रवार को जानी थी। इससे एक दिन पहले गुरुवार को मढ़ा होने के चलते दावत चल रही थी। घर में शादी का सभी सामान रखा हुआ था जिसमें आभूषण तथा कपड़े के अलावा अन्य कीमती सामान था। इसके अलावा कपड़ों की दुकान तथा पास की ज्वलनशील सामग्री सहित लगभग 20 लाख रुपए का नुकसान बताया गया है।

आखिर क्यों रहता था पेट्रोल-डीजल स्टॉकिंग,जांच में जुटी पुलिस।

जानकारी के अनुसार मौलागढ़ निवासी राजेश कुमार गौतम के घर में डीजल पेट्रोल का स्टॉक रहता था, जिसके ड्रम भरे हुए थे। कुछ ग्रामीणों की मानें तो वह पेट्रोल पंप पर कार्य करता था। मौके पर एसडीएम निधि पटेल, सप्लाई ऑफिसर ललित भी पहुंच गए।जिन्होंने जांच शुरू कर दी है। लेकिन मकान मालिक मौके से फरार बताया गया है। आपूर्ति विभाग द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए मौके से एक गैस सिलेंडर भी बरामद किया गया है तथा कुछ ड्रम भी बरामद हुए हैं। लेकिन ड्रम में क्या भरा हुआ है, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।

चौकी इंचार्ज निलंबित दरोगा लाइन हाजिर, क्षेत्राधिकारी को सौंपी जांच।

● भाजपा कार्यकर्ता से पिटाई का मामला, जिलाध्यक्ष की शिकायत पर एसपी ने लिया संज्ञान।

● पूरा मामला जनपद संभल की बहजोई कोतवाली से संबंद्ध पाठकपुर पुलिस चौकी का।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। पाठकपुर पुलिस चौकी पर तैनात चौकी इंचार्ज को उनके दुर्व्यवहार व कर्तव्यों में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। वहीं उसी चौकी में तैनात एक दरोगा को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरी जांच का जिम्मा क्षेत्राधिकारी को सौंपा गया है।
बता दें कि पुलिस चौकी पर दीवार विवाद को लेकर बुलाई गई पंचायत में चौकी इंचार्ज द्वारा भाजपा मंडल उपाध्यक्ष के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है।
जानकारी के अनुसार पाठकपुर चौकी इंचार्ज कपिल कुमार ने ग्राम प्रधान धतरा शेख और भाजपा मंडल उपाध्यक्ष नेम सिंह राणा को चौकी पर बुलाया था। दोनों पक्षों के बीच समझौता होने के बाद स्थिति और बिगड़ गई। मंडल उपाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि चौकी इंचार्ज कपिल कुमार और उपनिरीक्षक अशोक शर्मा ने ग्रामीणों के सामने ही उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हुए मारपीट की। मामला
भाजपा जिलाध्यक्ष चौधरी हरेंद्र सिंह रिंकू के संज्ञान में आने पर जिलाध्यक्ष ने एसपी कृष्ण बिश्नोई से उक्त प्रकरण की शिकायत की। जिस पर एसपी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए चौकी इंचार्ज कपिल कुमार को निलंबित व उपनिरीक्षक अशोक शर्मा को लाइन हाजिर कर दिया गया। साथ ही मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी कृष्ण बिश्नोई ने सीओ को जांच सौंपी है। जिसके आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

डकैती डालने वाले 25 हजार के इनामी बदमाश सहित दो गिरफ्तार।

● दोनों के पास से दो अवैध तमंचा व कारतूस बरामद।

● संभल के बहजोई थाना पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर किया गिरफ्तार।

● बीते 9 मार्च की रात्रि को चौपा शोभापुर निवासी ग्रामीण के घर डाली थी डकैती।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल के बहजोई थाना पुलिस ने डकैती डालने वाले व 25 हजार के इनामी बदमाश सहित दो बदमाशों को दो अवैध तमंचों के साथ गिरफ्तार किया है। जिनके पास से पुलिस ने लूटे गए कुछ आभूषण भी बरामद किए हैं।
बता‌ दें कि बीते 9 मार्च की रात्रि को बहजोई थाना क्षेत्र के चौपा शोभापुर गांव निवासी सत्येंद्र राघव पुत्र मनोज राघव के घर पर बदमाशों द्वारा डकैती डाली गई थी। जहां बदमाश सोने चांदी के आभूषण सहित लाखों का माल ले गए थे। जिसको लेकर सत्येंद्र द्वारा मुकदमा पंजीकृत कराया गया था और पुलिस उसी समय से तलाश में थी। विवेचना के दौरान अन्य नाम भी सामने आए थे। जिसमें पुलिस कमला विहार के पीछे भवानीपुर चंदौसी निवासी धर्मपाल पुत्र रामगुलाम, बहजोई के पाठकपुर निवासी शानू उर्फ राइन पुत्र साबिर, बिजनौर के चांदपुर थाना अंतर्गत बाबरपुर निवासी अब्दुल रहमान उर्फ दुल्ला पुत्र इकरार तथा मेरठ के सिविल लाइन थाना अंतर्गत संजय नगर निवासी सौरभ पुत्र छोटेलाल को गिरफ्तार कर बीते 15 मार्च को ही जेल भेज दिया गया था तथा करन व गुरदीप फरार चल रहे थे जिसमें पुलिस ने करन पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था।
बहजोई थाना पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर ढकारी जाने वाले रास्ते से बिजनौर के नगीना देहात थाना अंतर्गत कोटकादर गांव निवासी 25 हजार के इनामी बदमाश करन पुत्र रोहतास व राजस्थान के अलवर जनपद के अकबरपुर थाना अंतर्गत नागल पिलखड़ी रिटावत गांव निवासी गुरदीप उर्फ छिन्दर पुत्र करनैल उर्फ जट्टू सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
दोनों के पास से पुलिस ने एक अवैध तमंचा 315 बोर, दो जिंदा कारतूस, एक अवैध तमंचा 12 बोर, दो जिंदा कारतूस के अलावा लूटी गई दो सोने की चेन, एक सोने का गले का हार तथा एक जोड़ी सोने के कान के टॉप्स भी बरामद किए हैं।

साले की शादी में शामिल होने आये बहनोई की मौत।

● हिमाचल से अपने साले की शादी में सम्मिलित होने आया था युवक, बुधवार को जानी थी बारात।

● संभल जनपद के बहजोई थाना क्षेत्र के पवांसा का मामला, गर्मी के चलते पंखा चालू कर रहा था युवक, करंट की चपेट में आने से मौत।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल के बहजोई थाना क्षेत्र में हिमाचल के युवक की करंट लगने से मौत हो गई। मृतक युवक अपने साले की शादी में सम्मिलित होने के लिए आया था। अधिक गर्मी के चलते घर में रखे पंखे को चालू कर रहा था, उसी समय करंट की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई।
हिमाचल प्रदेश के उन्नाव जिला अंतर्गत अंबू थाना क्षेत्र के जुनेट गांव निवासी 32 वर्षीय नीलम पुत्र घनश्याम संभल के बहजोई थाना क्षेत्र के पंवासा में अपने साले सत्यवीर की शादी समारोह में सम्मिलित होने के लिए आया था। बुधवार को सत्यवीर की बारात बदायूं जनपद के एक गांव में जानी थी। मंगलवार को नीलम अधिक गर्मी होने के चलते घर में रखे पंखे को चालू कर रहा था। उसी समय वह करंट की चपेट में आ गया। जहां करंट की चपेट में आने से उसकी मृत्यु हो गई। नीलम की मृत्यु के बाद शादी की खुशियां मातम में बदल गईं।
युवक की मौत पर कोहराम मच गया। जहां युवक की पत्नी सूरजमुखी का रो-रो कर बुरा हाल था। एक तरफ भाई की शादी की खुशी थी, तो वहीं दूसरी तरफ पति की मृत्यु के बाद कोहराम मच गया। युवक के पीछे उसके तीन बच्चे हैं। जानकारी के अनुसार मृतक युवक के शव का अंतिम संस्कार ससुराल में ही करने की तैयारी की जा रही थी।

संभल में कलयुगी पिता ने बेटी के साथ किया रेप, पुलिस ने किया गिरफ्तार।

● पिता-पुत्री का रिश्ता किया तार-तार, बेटी को लेकर थाने पहुंची मां।

● मां की तहरीर पर मुकदमा दर्ज, पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर, जेल भेजा।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल में एक कलयुगी पिता ने पिता-पुत्री के रिश्ते को तार-तार करते हुए अपनी ही सगी बेटी के साथ रेप किया। बेटी को लेकर मां थाने पहुंची तो मां की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया और आरोपी पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
संभल के हजरतनगर गढ़ी थाना क्षेत्र के गांव निवासी कलयुगी पिता ने पिता और पुत्री के रिश्ता को तार-तार कर दिया। बीते बुधवार को पिता ने अपनी बेटी के साथ रेप किया। बेटी ने काफी विरोध किया और पूरी घटना मां को बताई। वह एक स्कूल में कक्षा 12 की छात्रा है।
शुक्रवार को मां अपनी बेटी को लेकर थाने पहुंची। जहां पुलिस ने घटना को सुन गंभीरता दिखाते हुए मां की तहरीर पर आरोपी कलयुगी पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। इतना ही नहीं पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने के बाद आरोपी कलयुगी पिता को गिरफ्तार भी कर लिया।
जहां पुलिस ने आरोपी पिता संजय को गिरफ्तार करने के बाद मेडिकल परीक्षण के लिए जिला अस्पताल भेजा। जहां से उसे न्यायालय में पेश किया गया है।

फर्जी बिल तैयार कर, ईंट बिक्री करने वाले गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार।

● सरकार को लगाया करोड़ों रुपए का चूना, कपिल सिंघल द्वारा अपने साथी के साथ तैयार करवाए जाते थे फर्जी बिल।

● फर्जी तरीके से कूटचित बिल करते थे तैयार, जीएसटी की करते थे चोरी।

● ईंट किसी भट्ठे से तो बिल किसी अन्य फर्म का लगाते थे।

● मुरादाबाद के संयुक्त आयुक्त राज्य कर शिव प्रकाश तिवारी ने दर्ज कराया था मुकदमा।

प्रवाह ब्यूरो
संभल । संभल जनपद में पुलिस ने फर्जी तरीके से बिल तैयार कर जीएसटी चोरी करते हुए ईंट की बिक्री करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
जो कि फर्जी तरीके से बिल तैयार कर किसी भट्ठे से ईंटें भरकर किसी अन्य फर्म का बिल लगाते थे। जो सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगा चुके हैं तथा मुख्य सरगना कपिल सिंघल द्वारा अपने साथी विकास शर्मा के साथ मिलकर जीशान और दानिश द्वारा फर्जी बिल तैयार करवाए जाते थे। उन्हीं के द्वारा ट्रैकों को पास करवाया जाता था। बीते 20 मई को संयुक्त आयुक्त राज्य कर संभाग-ए मुरादाबाद शिव प्रकाश तिवारी ने फर्जी तरीके से बिल तैयार कर जीएसटी की चोरी करके ईंटों की बिक्री करने के मामले में संभल कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कराया था।
जिसके आधार पर संभल कोतवाली पुलिस ने गुरुवार को गिरोह के दो सदस्य बेगम सराय निवासी दानिश पुत्र मोहम्मद उमर व जीशान पुत्र अरमान को चौधरी सराय चौराहे से गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में मामला सामने आया कि रामनगर काशीपुर के व्यापारी संभल के दलालों से संपर्क रखते थे। जहां वह ईंटों की बिक्री के संबंध में वार्ता भी करते रहते थे। जिसमें संभल के दलालों में शाकिर, हसीब, अजीम उर्फ छोटे, भट्ठा मालिकों तथा ट्रक मालिकों से बात कर सौदा करते थे। भट्ठों से ईंटें भर कर ट्रक में बिना बिल के ले जाते थे। इतना ही नहीं जीशान, अंतू, महफूज तथा आसिफ इन लोगों को फर्जी कच्चा बिल तैयार कर उपलब्ध कराते थे। अधिक ईंटें भरकर कम ईंटों का कम रेटों पर फर्जी बिल तैयार कर ओवरलोडिंग की भी बचत करते थे।
इसके अलावा यह लोग ईंट किसी अन्य भट्ठे से भरते थे तथा बिल किसी अन्य फर्म द्वारा जारी करवाते थे। कपिल सिंघल द्वारा अपने साथी विकास शर्मा के साथ मिलकर जीशान और दानिश से फर्जी बिल तैयार करते थे तथा ट्रैकों को पास करते थे और प्रत्येक ट्रक पर 50 हजार रुपए की बचत दिखाते हुए बिल तैयार करते थे। लगभग 2 हजार ईंटों से भरे ट्रकों को सप्लाई किया जा चुका है, जो उत्तराखंड के काशीपुर में भिजवाए जाते थे। जिससे अब तक सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाया जा चुका है।

ऐसी फर्म से बिल होता था तैयार, जो अस्तित्व में ही नहीं, सबका अलग-अलग था कमीशन।

गिरोह के सदस्य ईंटें किसी भट्ठे से भरकर ऐसी फर्म से बिल तैयार करवाते थे, जो कहीं भी अस्तित्व में नहीं थी। केवल यह फर्म कागजों में कार्य कर रही है, और पैसों का लेनदेन इनके द्वारा कपिल सिंघल के प्रतिष्ठान श्री राम राधेश्याम, शिव किशन सेवा केंद्र, ए टू जेड किसान फ्यूल प्वाइंट में ऑनलाइन किया जाता है। इस तरह प्रत्येक गाड़ी पर सबका अलग-अलग कमीशन होता है। जिसमें ‌बिल का 25 प्रतिशत शेयर आसिफ को मिलता था। 15 प्रतिशत छोटे उर्फ अजीम को प्राप्त होता है। इसके अलावा 15 प्रतिशत शेयर कपिल सिंघल को मिलता है। शेष 35 प्रतिशत उमर व  10 प्रतिशत शेयर जीशान का होता है।

पिछले तीन-चार वर्षो से चल रहा था धंधा।

फर्जी तरीके से बिल तैयार कर ईंटों की बिक्री करने वाले गिरोह द्वारा यह गोरख धंधा तीन-चार वर्षो से चल रहा था। जिसमें मुख्य आरोपी कपिल सिंघल के प्रतिष्ठान श्रीराम राधेश्याम, शिव किशन सेवा केंद्र, ए टू जेड किसान फ्यूल प्वाइंट से ऑनलाइन लेनदेन किया जाता था। सभी लेन-देन कपिल सिंघल के प्रतिष्ठान से ही किया जाता था। पिछले तीन-चार वर्षो से लगातार जीएसटी की चोरी कर फर्जी बिल तैयार करते थे।

एसपी बोले – अन्य सदस्यों की भी जल्द होगी गिरफ्तारी।

एसपी कृष्ण कुमार ने बताया कि गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा अन्य लोगों की भी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। इन लोगों द्वारा सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाया जा चुका है जिसका मुख्य सरगना कपिल सिंघल है। जिसके द्वारा फर्जी बिल तैयार कर अपने साथी विकास शर्मा के साथ जीशान और दानिश से बिल तैयार कराकर ट्रैकों को पास करवाया जाता था।

बदायूं में मेंथा फैक्ट्री में लगी आग, धमाकों से दहला नगर।

● बुधवार रात्रि आई तेज आंधी से गिर गई थी चिमनी, टैंकर व नाइट्रोजन सिलेंडर में हुआ ब्लास्ट।

● 170 मजदूर कर रहे थे काम, सभी ने भाग कर बचाई जान।

● चार जनपदों से पहुंची दमकल की गाड़ियां, सैकड़ों दमकल कर्मी बुझाते रहे आग।

प्रवाह ब्यूरो
बदायूं।‌ यूपी के बदायूं जनपद के गांव में मेंथा फैक्ट्री में तेज आंधी के चलते चिमनी गिरने से विस्फोट हो गया जिससे आग लग गई। जहां नाइट्रोजन भरे सिलेंडर में ब्लास्ट होने से आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। गांव में तेज धमाकों की आवाज से अफरा तफरी मच गई और सभी लोग गांव छोड़कर भागने लगे। सूचना पर जनपद स्तरीय अधिकारी मौके पर पहुंच गए तथा पुलिस व पीएसी के अलावा अलग-अलग जनपदों से दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं और सैकड़ों दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाना शुरू कर दिया। लेकिन रात भर आग पर काबू नहीं पाया जा सका।
घटना के दौरान फैक्ट्री में लगभग लगभग 170 मजदूर काम कर रहे थे, जिन्होंने आग लगते ही भाग कर जान बचाई। लगभग 60 फीट से अधिक ऊंची लपटों को‌ देख गांव सहम गया और कई किलोमीटर तक तेज धमाकों की आवाज जाती रही, जहां एक के बाद एक 100 से अधिक तेज धमाके हुए। लेकिन गुरुवार सुबह तक आधी से अधिक आग पर काबू पाया जा चुका था।
बदायूं के कूड़ा नर सिंहपुर गांव के नजदीक मेंथा फैक्ट्री है। बुधवार देर शाम तेज आंधी के चलते मेंथा फैक्ट्री में बनी चिमनी ऊपर से टूट कर गिर गई। चिमनी गिरने से मेंथा फैक्ट्री में आग लग गई। कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। वहीं फैक्ट्री में रखे नाइट्रोजन सिलेंडर भी एक-एक करके फटने लगे और तेज धमाका होने लगा। फैक्ट्री में लगे लोहे के टावर भी पिघल कर नीचे गिरने लगे।
धमाकों की आवाज को सुनकर गांव में दहशत बन गई और लोग सहम गए तथा घरों को छोड़कर भागने लगे। अपने-अपने परिवार के साथ सभी लोग भाग गए। घटना के दौरान फैक्ट्री में लगभग 170 मजदूर काम कर रहे थे, जिन्होंने आग लगते ही भाग कर अपनी जान बचाई। आग इतनी भयानक थी कि लगभग 60 फीट की ऊंचाई तक लपेट उठती रहीं। हादसे की सूचना पर बदायूं पुलिस मौके पर पहुंच गई तथा दमकल विभाग भी सूचना पर मौके पर पहुंच गया। आग का विकराल रूप देख मुरादाबाद, संभल, बदायूं तथा बरेली जनपदों से दमकल विभाग की गाड़ियां मंगाई गईं। लगभग सैकड़ों दमकल कर्मी आग पर काबू पाने की कोशिश करते रहे।
एक के बाद एक रात भर विस्फोट होते रहे। जहां नाइट्रोजन से भरे सिलेंडर फटने शुरू हो गए। दिल्ली बदायूं हाईवे पर यातायात को भी पूरी तरह रोक दिया गया और रूट डायवर्ट कर दिया गया।
गुरुवार सुबह तक तेज धमाका होते रहे जिससे आसपास के गांवों में भी दहशत फैल गई। जहां पुलिस लगातार लोगों को आश्वासन देती रही।

दुर्घटना के मद्देनजर मौके पर तैयार रहीं 25 एम्बुलेंस।

घटना के दौरान राजकीय मेडिकल कॉलेज को अलर्ट पर रखा गया था तथा उसमें लगभग 100 बेड रिजर्व रखे गए। वहीं 25 एंबुलेंस को मौके पर ही बाहर खड़ा कर दिया गया जिससे कि किसी भी इमरजेंसी में घटना से निपटा जा सके और घायलों को तुरंत अस्पताल भिजवाया जा सके।
जिलाधिकारी तथा एसपी सहित अन्य अधिकारी भी मौके पर डटे रहे। जहां लोगों ने बताया कि ज्वलनशील पदार्थ से भरा कोई टैंकर भी था, जो ब्लास्ट हो गया। वहीं एक मजदूर के लापता होने की भी सूचना बनी रही।

यूपी सरकार ने मांगी रिपोर्ट, घटना की जानी वजह।

मेंथा फैक्ट्री में आग लगने की सूचना पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भी बदायूं जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब की गई है। जहां हादसे की वजह के अलावा स्थिति को काबू पाने और आग बुझाने की प्रक्रिया के साथ-साथ मजदूरों की स्थिति के बारे में जानकारी ली गई है।

फैक्ट्री संचालक मनोज गोयल के पिता बोले –  100 करोड़ का हुआ नुकसान।

मीडिया को जानकारी देते फैक्ट्री मालिक मनोज गोयल के पिता

बदायूं मेंथा फैक्ट्री में आग लगने से फैक्ट्री संचालक मनोज गोयल के पिता ने बताया कि बुधवार रात्रि को तेज आंधी के चलते स्ट्रक्चर गिरने से फैक्ट्री में आग लगी थी। जहां पूरी फैक्ट्री को लगभग 100 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा कि 50 करोड़ रुपए का स्ट्रक्चर था, जो आंधी के चलते गिर गया। उन्होंने कहा कि कंपनी में 170 लोग काम करते थे और चार दिन पहले ही फैक्ट्री का इंश्योरेंस खत्म हुआ था, जिसे रिन्यूअल भी नहीं करा पाए थे। लगभग 100 करोड़ का ही इंश्योरेंस था। आग लगने के दौरान सभी मजदूर बाहर निकल आए थे।

जैसे अयोध्या का विकास हुआ, ऐसे ही सोरों के विकास कार्यक्रम को लेकर बढ़ेंगे आगे।

यूपी के कासगंज में मंच पर भाषण देते सीएम योगी आदित्यनाथ

● कासगंज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को किया संबोधित।

● बोले – 2017 से पहले यूपी का कोई जिला सुरक्षित नहीं था, उपद्रवी सड़कों पर ही तांडव करते थे।

प्रवाह ब्यूरो
कासगंज। मंगलवार को यूपी के कासगंज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार अयोध्या का विकास हुआ है और मथुरा वृंदावन के समग्र विकास को लेकर हम आगे बढ़े हैं ऐसे ही सोरों के विकास कार्यक्रम को लेकर हम आगे बढ़ेंगे। जहां उन्होंने कासगंज जनपद के जनप्रतिनिधियों द्वारा रखे गए प्रस्ताव को भी मंजूरी दी।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 से पहले यूपी कोई भी जिला सुरक्षित नहीं था। जिसमें कासगंज को कुछ नहीं मिल सका।

मंगलवार को योगी आदित्यनाथ कासगंज में 724 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करने पहुंचे थे।
विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करने के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारी बहादुर सेना अब घर में घुसकर मारती है, दुश्मन को मारने की क्षमता रखती है। ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि यूनिफॉर्म की क्या कीमत होती है, और उसका क्या महत्व होता है, यह आप लोगों ने अभी ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से पाकिस्तान की कमर को तोड़ने वाले भारत माता के जवानों के माध्यम से देखा होगा।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कानून व्यवस्था को मजबूत करने में पुलिस का काम होता है। याद करिए 2017 से पहले यूपी का कोई भी जिला सुरक्षित नहीं था और शाम होते-होते सड़कों पर कर्फ्यू जैसा माहौल हो जाता था।
योगी आदित्यनाथ ने जनसभा के दौरान भी संभल का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि संभल श्री हरि विष्णु का दसवां अवतार है तो वहीं सोरों उनका तीसरा अवतार है।

कासगंज पुलिस लाइन में नवनिर्मित शस्त्रागार का किया निरीक्षण।

विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कासगंज पुलिस लाइन में पहुंचकर नवनिर्मित शस्त्रागार का निरीक्षण किया। जहां उन्हें पुलिस द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उन्होंने कहा कि जहां एक-एक हथियार के साथ तत्परता से रक्षा की जाती है। यह एक महत्वपूर्ण सुविधा है जो सुनिश्चित करती है कि पुलिस बल हमेशा तैयार सुसज्जित और संचालन के मामले में दुरस्त रहे।
जहां उन्होंने निरीक्षण करते हुए प्रमुख गृह सचिव संजय प्रसाद तथा डीजीपी प्रशांत कुमार और एडीजी आगरा जॉन अनुपम कुलश्रेष्ठ के साथ शस्त्रों को देखा।

योगी बोले – 2017 से पहले  बेटियों और व्यापारियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ करते थे माफिया।

जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज पुलिस माफियाओं के लिए काल बन गई है। 2017 से पहले कोई भी जिला सुरक्षित नहीं था। उपद्रवी सड़कों पर आकर तांडव करते थे। न बेटियां सुरक्षित थी और न ही कोई व्यापारी सुरक्षित था। जिससे प्रदेश में व्यापार ठप पड़ा हुआ था।
आज माफिया सरकार नहीं चला सकता। उन्होंने कहा कि किसी की जमीन पर कब्जा नहीं कर सकता, किसी व्यापारी के पैसे पर सेंध नहीं लगा सकता। बेटियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि यदि करेगा तो जानता है अगले चौराहे पर यमराज उसका इंतजार कर रहा है।

योगी बोले- सपा ,बसपा ने कासगंज में पुलिस लाइन के लिए जमीन नहीं दी।

जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जहां कासगंज जनपद का निर्माण 2008 में हुआ था। उस समय बसपा की सरकार थी, उसके बाद सपा की सरकार आई। लेकिन किसी ने पुलिस लाइन के लिए जमीन नहीं दी और न ही पैसा मंजूर किया। ऐसा ही हाल कासगंज के साथ-साथ यूपी के अन्य 12 जिलों का भी था। उन्होंने कहा कि ऐसे में कासगंज की जनता की सुरक्षा कैसे होती। आज यूपी की पुलिस एक मॉडल की तरह देखी जा रही है।

संभल में मुस्लिम पक्ष को हाई कोर्ट से बड़ा झटका।

● हाईकोर्ट का संभल की जामा मस्जिद की सर्वे पर रोक लगाने से इन्कार।

● मुस्लिम पक्ष ने सर्वे पर रोक लगाने की मांग करते हुए दायर की थी याचिका।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर मुस्लिम पक्ष द्वारा हाई कोर्ट में दायर की गई याचिका को खारिज कर दिया गया। जिससे मुस्लिम पक्ष को एक बड़ा झटका लगा है। हाई कोर्ट ने कहा है कि सर्वे के मामले में जो भी कार्यवाही की गई है, वह सही है। ऐसे में सर्वे पर रोक नहीं लगाई जा सकती। हिंदू पक्ष की ओर से भी दाखिल की गई याचिका सुनने योग्य है।
बता दें कि संभल में जामा मस्जिद की सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद मस्जिद की इंतजामिया कमेटी द्वारा सुप्रीम कोर्ट में सर्वे पर रोक लगाने के लिए याचिका दायर की गई थी। सुप्रीम कोर्ट द्वारा इलाहाबाद हाईकोर्ट को आदेशित करते हुए मामले की सुनवाई करने के निर्देश दिए गए थे। बीते 8 जनवरी को भी हाईकोर्ट ने सर्वे पर रोक लगा दी थी।
साथ ही मस्जिद कमेटी से जवाब मांगा गया था। सुनवाई के बाद बीते 13 मई को बहस पूरी होने के बाद इलाहाबाद हाई कोर्ट द्वारा अपना फैसला सुरक्षित रखा गया था।
जहां हाईकोर्ट ने अब मुस्लिम पक्ष द्वारा दायर की गई सर्वे पर रोक लगाने की याचिका को खारिज कर दिया गया। जिससे मुस्लिम पक्ष को एक बड़ा झटका लगा है।
हाई कोर्ट ने कहा है कि कोर्ट कमिश्नर सर्वे में कोई हस्तक्षेप नहीं करेंगे। अब तक इस मामले में जो भी कार्यवाही की गई है, वह सही है। जामा मस्जिद होने या मंदिर होने का मुकदमा संभल लोअर कोर्ट में पहले की तरह चलता रहेगा।