संभल हिंसा : न्यायिक आयोग ने मुख्यमंत्री को सौंपी 450 पेज की रिपोर्ट।

1947 में संभल में 45 प्रतिशत थी हिंदू आबादी, अब घटकर 15 प्रतिशत बची।

आजादी से अब तक आखिर कैसे घटी 30 प्रतिशत हिंदू आबादी।

राज्य कैबिनेट के समक्ष रिपोर्ट की जाएगी पेश, मंजूरी मिलने के बाद विधानसभा सत्र में सदन में रखा जाएगा।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। उत्तर प्रदेश के संभल जनपद में बीते दिनों हुई हिंसा पर न्यायिक आयोग द्वारा 450 पेज की रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी गई है। जिसमें एक बड़ा खुलासा सामने आया है। जहां 1947 में आजादी के दौरान हिंदू आबादी 45 प्रतिशत थी तो वहीं अब घटकर 15 प्रतिशत रहने का दावा किया गया है। आखिर आजादी से अब तक इतनी हिंदू आबादी कैसे घटी, इसको लेकर भी चर्चा बनी हुई है।
न्यायिक आयोग ने गुरुवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर गोपनीय जांच रिपोर्ट सौंपी है।
बीते दिनों संभल की शाही जामा मस्जिद पर सर्वे के दौरान हुई हिंसा को लेकर न्यायिक आयोग द्वारा जांच रिपोर्ट तैयार की गई थी। जांच आयोग टीम ने सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की थी। जिसे लखनऊ में गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दिया गया है। रिपोर्ट के माध्यम से हिंदू आबादी घटने का दावा किया गया है।
संभल में आजादी से अब तक 15 दंगे हो चुके हैं। आजादी के बाद लगातार हिंदू आबादी संभल से कम होती चली गई। जो कि अब सिर्फ 15 प्रतिशत रह गई है। जहां 1947 से अब तक यहां 30 प्रतिशत आबादी घटी है।
संभल में जामा मस्जिद की सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में चार लोगों की मृत्यु हो गई थी। बीते वर्ष 29 नवंबर को हिंसा की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया गया था। न्यायिक आयोग की टीम ने जांच रिपोर्ट तैयार कर गुरुवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात कर सौंप दिया।
मुख्यमंत्री को 450 पेज की गोपनीय जांच रिपोर्ट सौंपी गई है।
जांच रिपोर्ट पहले राज्य कैबिनेट के समक्ष पेश की जाएगी। जिसके पश्चात कैबिनेट से मंजूरी मिलने पर विधानसभा सत्र के दौरान इसे सदन में रखा जाएगा। संभल हिंसा से जुड़ा विस्तृत विवरण रिपोर्ट में पेश किया गया है।

आजादी से अब तक संभल में हुए 15 दंगे, जिनके चलते ही पलायन कर गई लगभग एक तिहाई हिंदू आबादी।


1947 से अब तक 30 प्रतिशत हिंदू आबादी घट गई। सूत्रों के मुताबिक संभल में 15 दंगे हो चुके हैं,जिनमें लगातार हिंदुओं की संख्या घटती चली गई। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि मुस्लिम समुदाय द्वारा हिंदुओं को डराया धमकाया जाता था ,उनकी संपत्ति पर कब्जा किया जाता था। इसके अलावा उन्हें धर्मांतरण पर मजबूर किया जाता था तथा मौत के घाट भी उतार दिया जाता था।
डर के चलते संभल में हिंदू की आबादी लगातार घटती चली गई। हिंदू अपना घर संपत्ति छोड़कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर चले गए तथा कुछ दंगे में मारे गए।
हिंदू समुदाय ने शिव मंदिर की जगह मस्जिद बने होने का दावा किया था। मस्जिद के सामने हिंदुओं का कुआं भी था, जिस पर धार्मिक कार्यक्रम किए जाते थे।

गणपतिमय हुई नगरी, महापूजन उपरांत निकली 65वीं भव्य रथयात्रा।

राज्य मंत्री गुलाब देवी व प्रभारी मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने किया उद्घाटन।

बैंड बाजों की धार्मिक धुनों के बीच गूंजते रहे गणपति बप्पा के जयकारे।

यूट्यूब चैनलों पर भी दिखा रथयात्रा का लाइव प्रसारण, दर्शकों में फोन में भी कैद करने रही होड।

प्रवाह ब्यूरो
संभल बुधवार को गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर मिनी वृंदावन नगरी चंदौसी में भगवान गणेश की भव्य रथ यात्रा निकाली गई।
65वीं रथयात्रा में 16 स्वचलित झांकियों सहित कुल 41 रथ शामिल हुए जहां लाखों भक्तों एवं श्रद्धालुओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा अत्यंत भव्यता के साथ-साथ अविस्मरणीय बना दिया। इतना ही नहीं रथ यात्रा में मुंबई के सफेद और गोल्डन सीप से बनी गणेश जी की मुख्य झांकी आकर्षण का केंद्र रही। जहां बैंडबाजे, भांगड़ा जत्थे और संकीर्तन समूह ने यात्रा को और अधिक शोभायमान कर दिया।
एशिया की सबसे बड़ी मूर्ति मानी जाने वाली 145 फीट ऊंची गणेशजी की प्रतिमा मेले की विशेषता है। श्रद्धा-भक्ति और उल्लास से परिपूर्ण गणेश यात्रा का मुख्य आकर्षक थीं। जहां अनेक असंख्य स्वचालित झांकिया 12 फीट या इसके भी ऊंची अलग-अलग झांकियों के एक्शन में पौराणिक व देव कथाओं के कई अहम दृष्टांत और प्रसंग थे। साथ ही रंग-बिरंगी रोशन में नहाई हुई प्रत्येक झांकी की स्वचालित मुद्रा भी उससे संबंधित कथासार को बताने में मदद कर रही थी।
इससे पूर्व गणेश मंदिर पर दोपहर बाद जिले के प्रभारी मंत्री धर्मवीर प्रजापति और माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री गुलाब देवी ने फीता काटकर रथयात्रा की शुरूआत कराई।

इस अवसर पर मेला परिषद के पदाधिकारियों ने उपस्थित दोनों मंत्रियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। जहां बैंड बाजों की धार्मिक धुनों के बीच गणपति बप्पा के जयकारे गूंजते रहे। यूट्यूब चैनलों पर भी सैकड़ो श्रद्धालुगणों घर बैठे ही रथयात्रा का लाइव प्रसारण देखते रहे इसके अलावा यात्रा में मौजूद दर्शकों में अपने-अपने फोनों में भी कैद करने की होड दिखी।
दो दिन पूर्व सोमवार को प्रारंभ हुए गणेश मेले के क्रम में आयोजित रथयात्रा के आकर्षण ने शहर ही नहीं, नजदीक के कई कस्बों व जिलों के लोगों का भी संभल का रुख मिनि वृंदावन नगरी की ओर कर दिया।
मेला संस्थापक डॉ. गिरिराज किशोर के पुत्र मनोज गुप्ता ‘मीनू’ ने कहा कि भगवान गणेश की कृपा से 1961 में एक झांकी से शुरू हुआ गणेश मेला आज 41 झांकियों तक पहुंच गया है।
सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश करते हुए मुस्लिम समुदाय ने 2 कुंटल मोतीचूर का लड्डू भी भोग स्वरूप में चढ़ाया।
सुरक्षा व्यवस्था के लिए स्थानीय पुलिस के साथ अन्य जिलों से आई पुलिस और पीएसी बल को तैनात किया गया। वहीं जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया एवं एसपी कृष्ण विश्नोई भी रथयात्रा देखने पहुंचे।

चंदौसी कस्बे में रथयात्रा गणेश मंदिर से प्रारंभ होकर सीता रोड, मनिहार चौक, बिसौली गेट, बड़ा बाजार, घंटाघर, फड़ियाई बाजार, ब्रह्म बाजार, कैथल गेट, मेला ग्राउंड रोड इंदिरा मार्ग होते देर रात गणेश मंदिर पहुंचकर संपन्न हुई। रथयात्रा की शुरूआत से ही देर रात संपन्न होने तक पूरा शहर गणपतिमय नजर आया।

गणपति बप्पा के महापूजन उपरांत, आज निकलेगी भव्य रथयात्रा।

प्रभारी मंत्री धर्मवीर प्रजापति करेंगे शुभारंभ, शोभा यात्रा के दौरान झांकियों व अन्य कार्यक्रमों में भी होंगे शामिल।

गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक भक्तिमय नजर आएगी मिनी वृंदावन नगरी।

केंद्र व प्रदेश सरकार की विभिन्न विकास योजनाओं का करेंगे स्थलीय निरीक्षण।

गणेश चतुर्थी को लेकर जनपद में किया गया अवकाश घोषित।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल के चंदौसी में चल रहे गणेश चौथ मेले के आयोजन के दौरान आज मेले के तीसरे दिन होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा स्वतंत्र प्रभार मंत्री धर्मवीर प्रजापति गणपति रथ यात्रा व शोभा यात्रा एवं झांकियों का शुभारंभ करेंगे। इसके साथ ही वह अन्य कार्यक्रमों में भी सम्मिलित होंगे तथा केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रहीं विभिन्न विकास और जन कल्याणकारी योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण करते हुए बहजोई कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का भी निरीक्षण करेंगे। जहां 28 अगस्त को बहजोई के कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी के समक्ष सीएम दर्पण पोर्टल विकास कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी।

बता दें कि मिनी वृंदावन के नाम से प्रसिद्ध चंदौसी नगरी में बीते 25 अगस्त से गणेश चौथ में लेकर आयोजन शुरू हो गया है, जो आगामी 14 सितंबर तक चलेगा।

जहां सोमवार को चंदौसी में आयोजित होने वाले सांप्रदायिक, समरसता और सद्भाव के प्रतीक मेला गणेश चौथ के 65वें महोत्सव का शुभारंभ भी हो चुका है। द्वार पूजन के साथ गणेश मंदिर पर विभिन्न स्कूल के छात्र-छात्राओं ने रंगारंग संस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। जहां मेला ग्राउंड पर चार धर्म के प्रतिनिधियों ने फीता काटकर मेले का विधिवत शुभारंभ किया।
एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई द्वारा मेले में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं। 27 अगस्त को रथ यात्रा निकाली जाएगी तथा विभिन्न प्रकार की झांकियों के साथ शोभायात्रा निकलेगी।

रथ यात्रा का शुभारंभ स्वतंत्र प्रभार मंत्री धर्मवीर प्रजापति करेंगे। मंत्री धर्मवीर प्रजापति मुरादाबाद सर्किट हाउस से सुबह 9 बजे प्रस्थान करेंगे। 10 गणेश मंदिर सीता रोड चंदौसी पहुंचेंगे।
जहां रथ यात्रा का शुभारंभ करेंगे तथा विभिन्न प्रकार की झांकियों में सम्मिलित होंगे। इसके पश्चात बबराला स्थित यारा फर्टिलाइजर में अतिथि गृह के तहत पहुंचेंगे।
जिसके पश्चात केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रहीं विभिन्न विकास एवं जन कल्याणकारी योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण करेंगे। रात्रि विश्राम बबराला स्थित यारा फर्टिलाइजर में करेंगे। 28 अगस्त को बहजोई स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का निरीक्षण करेंगे। जिसके पश्चात बहजोई कलेक्ट्रेट सभागार में सीएम दर्पण पोर्टल विकास कार्यक्रमों एवं आकांक्षात्मक विकास करो की समीक्षा बैठक में सम्मिलित होंगे। इसके बाद बबराला यारा फर्टिलाइजर पहुंचेंगे तथा वहां से इटावा के लिए रवाना हो जाएंगे।

गणेश चौथ मेले में ये रहेंगे सुरक्षा के इंतजाम, तैनात किए पुलिस अधिकारी।

गणेश चौथ मेले में एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई द्वारा सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्क निर्देश दिए गए हैं। इसी क्रम में सोमवार को मेला कोतवाली में एडिशनल एसपी राजेश श्रीवास्तव और सीओ अनुज चौधरी ने बाहर से आए पुलिस बल को संबोधित किया और कहा कि मेले के दौरान ड्यूटी सतर्कता के साथ करें। एडिशनल एसपी द्वारा पुलिस कर्मियों को मेले में लगाई गई ड्यूटी कर्मकता से करने के दिशा निर्देश दिए। वहीं उन्होंने नगर के विभिन्न-विभिन्न चरणों पर लगने वाली ड्यूटियों की भी समीक्षा की। जहां मेला प्रभारी में सत्येंद्र पवार समेत अन्य जनपदों से आए पुलिस कमी मौजूद रहे।
मेले में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखने हेतु संभल एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई द्वारा द्वारा अलग-अलग पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। जिसमें 3 डिप्टी एसपी, इसके अलावा 7 एसओ, 6 इंस्पेक्टर तथा 52 सब इंस्पेक्टर तैनात किए गए हैं। साथ ही 156 सिपाही, 3 ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर, 18 ट्रैफिक कांस्टेबल तथा इसके अलावा पीएसी भी तैनात की गई है। इसके अतिरिक्त बेहतर सुरक्षा व्यवस्था की देखरेख के हेतु 4 मजिस्ट्रेट भी तैनात किए गए हैं।

गणेश चतुर्थी पर जनपद में  बंद रहेंगे शैक्षणिक संस्थान व सरकारी कार्यालय।

गणेश चतुर्थी के अवसर पर सभी शैक्षणिक संस्थान तथा सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे।
संभल के चंदौसी में गणेश चतुर्थी पर आयोजित होने वाले भव्य कार्यक्रम के तहत शोभायात्रा भी निकाली जाती है। गणेश चतुर्थी के अवसर पर हर वर्ष जिलाधिकारी द्वारा स्थानीय अवकाश घोषित किया जाता है। इसी के क्रम में जिलाधिकारी डॉक्टर राजेंद्र पैंसिया द्वारा जनपद के सभी शैक्षणिक संस्थान एवं सरकारी कार्यालयों में स्थानीय अवकाश घोषित कर दिया गया है।

संभल में हाई स्कूल के छात्र की गला काटकर हत्या, खेत में खून से लथपथ मिला शव।

कैथल गांव में ही एक और सिर कटा शव नाले में हुआ बरामद।

सूचना पर एएसपी, एसपी सहित फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची, लिए साक्ष्य।

मृतक छात्र की बहन ने गांव के ही युवक पर लगाया हत्या का आरोप।

एसपी बोले- प्रथम दृष्टया क्लोज सर्किल फ्रेंड का लग रहा मामला।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल जनपद में हाई स्कूल के छात्र की गला काटकर हत्या कर दी गई। जहां उसका शव उसके गांव से कुछ ही मीटर की दूरी पर धान के खेत में खून से लथपथ हालत में मिला। छात्र चंदौसी इंटर कॉलेज में हाई स्कूल में पढ़ता था। खून से लथपथ शव मिलने की सूचना पर एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई तथा एएसपी अनुज चौधरी और राजेश कुमार श्रीवास्तव मौके पर पहुंच गए। साथ ही फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य एकत्रित किए हैं।
मृतक छात्र की बहन ने गांव के ही युवक पर हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जांच के लिए चार टीमें गठित की गई हैं। वहीं कैथल गांव में ही नाली में सिर कटा हुआ नग्न अवस्था में एक और शव बरामद हुआ है। जिसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है।

संभल के चंदौसी कोतवाली क्षेत्र के कैथल गांव में 16 वर्षीय सुमित अपनी बहन के यहां रहता था। वह चंदौसी इंटर कॉलेज में पढ़ता था, जहां दसवीं का छात्र था।
सोमवार देर शाम खाना खाने के बाद वह घर से निकला था। देर रात्रि तक वापस नहीं लौटा तो परिजनों ने इधर-उधर तलाश किया। लेकिन सुमित का कहीं पता नहीं चल सका। मंगलवार सुबह सुमित का शव घर से लगभग 200 मीटर की दूरी पर गांव के ही कल्लू के धान के खेत में खून से लथपथ हालत में मिला।
सूचना पर चंदौसी थाना प्रभारी मोहित चौधरी मौके पर पहुंच गए तथा एसपी संभल कृष्ण कुमार बिश्नोई, एएसपी अनुज कुमार चौधरी व राजेश कुमार श्रीवास्तव भी मौके पर पहुंच गए। फॉरेंसिक टीम भी जांच के लिए मौके पर पहुंची।

वहां देखा तो खून बिखरा हुआ था। खून से सना हुआ एक मेडिकल ग्लब्स भी बरामद हुआ है। बराबर में ही चप्पलें पड़ी थीं। जहां कुछ ही देर में लोगों की भीड़ लग गई। सूचना पर बहनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। बता दें कि सुमित के माता-पिता की पहले ही मृत्यु हो चुकी है वह अपने बहन के यहां रहता था। सुमित का बड़ा भाई अमित मुंबई में रहकर नौकरी करता है।
मृतक छात्र की बहन पूजा ने गांव के ही रवि पुत्र लालता प्रसाद पर हत्या का आरोप लगाया है। मृतक छात्र की बहन ने बताया कि गांव के ही रवि ने सुमित को धमकी दी थी।

जब गांव का अमन, रवि से सुमित के बारे में पूछने गया तो रवि ने उसे भी धमकाया और कहा कि चला जा नहीं तो तुझे भी मार देंगे। सुमित को मिली धमकी के अनुसार ही हत्या करने की आशंका जताई जा रही है।
वहीं एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया है कि मामला क्लोज सर्किल फ्रेंड का प्रतीत हो रहा है। जांच के लिए चार टीमें बनाई गई हैं। शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। जल्द ही घटना का खुलासा हो सकता है।

कैथल गांव में ही सिर कटा एक और शव नाले में मिला।

चंदौसी के कैथल गांव में ही नाले में नग्न अवस्था में सिर कटा हुआ शव बरामद हुआ है। सूचना पर एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई, एएसपी अनुज चौधरी व राजेश कुमार श्रीवास्तव मौके पर पहुंच गए। जहां लोगों से शिनाख्त कराई गई लेकिन शिनाख्त नहीं हो पाई।
जहां पुलिस ने कूड़े के ढेर से शव बाहर निकाला। मौके पर आसपास के ग्रामीण भी पहुंच गए। शव लगभग 10 से 12 दिन पुराना बताया गया है। एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने शव की शिनाख्त कराई, लेकिन पहचान नहीं हो सकी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

मेला गणेश चौथ का शुभारंभ, बुधवार को निकलेगी भव्य रथयात्रा।

सभी धर्म के प्रतिनिधियों ने फीता काटकर कराई मेले की शुरुआत।

उत्तर भारत का प्रसिद्ध मेला है चंदौसी का गणेश चौथ मेला।

गणेश मंदिर पर द्वार पूजन में उपस्थित रहे एसडीएम, सीओ व पालिकाध्यक्ष।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। सोमवार को चंदौसी में आयोजित होने वाले सांप्रदायिक, समरसता और सद्भाव के प्रतीक मेला गणेश चौथ के 65वें महोत्सव का शुभारंभ हो गया। द्वारा पूजन के साथ गणेश मंदिर पर विभिन्न स्कूल के छात्र-छात्राओं ने रंगारंग संस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। जहां मेला ग्राउंड पर चार धर्म के प्रतिनिधियों ने फीता काटकर मेले का विधिवत शुभारंभ किया। मेला गणेश चौथे को लेकर पिछले काफी समय से जोर-शोर के साथ तैयारियां चल रही थीं। जहां एसडीएम आशुतोष तिवारी, सीओ अनुज चौधरी, अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड, विपलव श्रीवास्तव, नगर पालिकाध्यक्ष लता वार्ष्णेय तथा कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मोहित चौधरी ने लाला भूपाल दास द्वार का वेदमंत्रों के साथ द्वार पूजन तथा गणेश आरती कर किया। जहां छात्र-छात्राओं की प्रस्तुति देखकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो उठे। रंगारंग कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सीडीओ गोरखनाथ भट्ट एवं सीएमओ डॉ. तरुण पाठक ने सभी प्रस्तुतियों पर विद्यालयों के छात्रों को पुस्कृत कर उत्साहवर्धन किया। गाजे-बाजे के साथ निकाला भगवान गणेश का फूल डोल चन्दौसी। गणेश मंदिर के निकट द्वार पूजन के बाद गणपति बाबा का फूलडोल ढोल नगाड़ों के साथ मेला ग्राउंड पहुंचा। इस दौरान भगवान गणेश के जयकारे लगा रहे थे। जिससे वातावरण पूरी तरह से गणेश मय दिखाई दे रहा था। जिसमें विराजमान गणपति बाबा की प्रतिमा को वेदमंत्रों के साथ मेला समिति पदाधिकारियों ने मेला ग्राउंड के गणेश चौक स्थित गणेश स्तम्भ पर स्थापित किया। जहां एसडीएम, सीओ व पालिकाध्यक्ष की मौजूदगी में सभी धर्मों के प्रतिनिधियों ने फीता काट कर किया मेला गणेश चौथ का शुभारंभ किया।
बता दें कि चन्दौसी का गणेश चौथ मेला शुरू से ही सांप्रदायिक सौहार्द के लिए जाना जाता रहा है। मेले में सभी धर्म के लोग पूरी तरह से सहयोग करते हैं। इसीलिए सांप्रदायिक सौहार्द के प्रतीक मेला गणेश चौथ का उद्घाटन चार धर्मों के प्रतिनिधि-हिन्दू धर्म से पंड़ित मेवाराम शास्त्री, मुस्लिम धर्म से वसीमुद्दीन, सिख धर्म से ज्ञानी सुखप्रीत सिंह तथा बौद्ध धर्म से एके सिंह से फीता काटकर करवाया गया।
इससे पूर्व मेला कोतवाली में सोमवार दोपहर एडिशनल एसपी राजेश श्रीवास्तव और सीओ अनुज चौधरी ने बाहर से आए पुलिस बल को संबोधित किया और कहा कि मेले के दौरान ड्यूटी सतर्कता के साथ करें। एडिशनल एसपी द्वारा पुलिस कर्मियों को मेले में लगाई गई ड्यूटी कर्मकता से करने के दिशा निर्देश दिए। वहीं उन्होंने नगर के विभिन्न-विभिन्न चरणों पर लगने वाली ड्यूटियों की भी समीक्षा की। जहां मेला प्रभारी में सत्येंद्र पवार समेत अन्य जनपदों से आए पुलिस कमी मौजूद रहे।
इस अवसर पर मेला मुख्य सचिव हरिगोपाल वार्ष्णेय, मनोज गुप्ता मीनू, डॉ. राजीव गुप्ता, ललित किशोर गुप्ता, सुधीर गुप्ता, रविंद्र कुमार रूपी, लोकेंद्र शर्मा, शशिकांत गुप्ता, सतेन्द्र मामा, विनय सर्राफ, मुकेश कुमार, प्रभात कृष्णा, संजय गुप्ता, अभिषेक गुप्ता, डॉ. शेखर वार्ष्णेय, अरविन्द गुप्ता, गुंजन गुप्ता, फाइमुद्दीन, इशत्याग बेग, भावना गुप्ता, शुभम अग्रवाल आदि मौजूद रहे। 

पंचायत में महिला का अनोखा प्रस्ताव, बोली- 15 दिन पति तो 15 दिन रहूंगी प्रेमी के साथ।

महिला का जवाब सुन हाथ जोड़कर बोला पति, अब तुम अपने प्रेमी के साथ ही रहो।

◆ पिछले एक साल में अब तक 10 बार भाग चुकी है विवाहिता।

प्रवाह ब्यूरो
रामपुर। सुना था कि पति-पत्नी के बीच प्रेमी के आ जाने से अक्सर रिश्ते टूट जाते हैं लेकिन इसके विपरीत यूपी के रामपुर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जिसने सबके होश उड़ा दिए हैं। जहां भरी पंचायत में महिला ने कहा कि वह 15 दिन पति और 15 दिन प्रेमी के साथ रहना चाहती है। उसके इस प्रस्ताव से पंचायत में उपस्थित लोग दंग रह गए। वहीं पति ने भी हाथ जोड़ लिए और कहा कि मुझे माफ करो, जाओ अपने प्रेमी के साथ ही रहो।
महिला का प्रेम-प्रसंग पास के ही गांव के एक युवक के साथ चल रहा था। जिसके चलते विवाहिता बीते एक साल में 10 बार प्रेमी के साथ भाग चुकी हैं। बार-बार हो रही परेशानी को देखते हुए गांव में एक पंचायत बुलाई गई थी। जहां महिला ने स्वयं 15 दिन पति और 15 दिन प्रेमी के साथ रहने का अजीबोगरीब प्रस्ताव रख पंचायत सहित समस्त लोगों को हैरान कर दिया।
पूरा मामला रामपुर जनपद के अजीमनगर थाना क्षेत्र और टांडा थाना क्षेत्र के दो गांवों से जुड़ा हुआ है। अजीमनगर थाना क्षेत्र की रहने वाली एक युवती की शादी डेढ़ वर्ष पूर्व पड़ोस के गांव में रहने वाले युवक से हुई थी। शादी के कुछ दिनों बाद विवाहिता को टांडा थाना क्षेत्र के रहने वाले एक युवक से प्यार हो गया। जिसके चलते एक साल पूर्व महिला अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई थी। लेकिन पंचायत के बाद पति अपनी पत्नी को वापस घर ले गया था।
इसके बाद फिर एक साल में 9 बार महिला अपने प्रेमी के साथ फरार होती रही। लेकिन आखिरी बार वह लौटकर घर नहीं आई। तदोपरांत एक हफ्ते पूर्व पति ने मामले की शिकायत अजीमनगर थाने में की। साथ ही पति ने पुलिस से बिना मुकदमा लिखवाए पत्नी को प्रेमी के पास से वापस लाने की गुहार लगाई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए पत्नी को बरामद कर पति को सौंप दिया लेकिन महिला एक रात पति के घर में रुकने के बाद 10वीं बार फिर फरार हो गई। पत्नी के घर से गायब होने की जानकारी होते ही पति के होश उड़ गए। इसके बाद पति ने जब स्वयं पत्नी के प्रेमी के घर जाकर देखा तो पत्नी वहां मौजूद थी। पति ने पत्नी को अपने घर चलने के लिए बहुत समझाने की कोशिश किन्तु पत्नी ने पति के घर लौटने की बात से मना करते हुए उसे वापस लौटा दिया। इसके बाद मामले में पंचायत बुलाई गई। जहां पंचायत में ही महिला ने 15 दिन प्रेमी और 15 दिन पति के साथ रहने का अनोखा प्रस्ताव रख दिया।
जिसे सुनते ही पंचायत में मौजूद लोगों के होश उड़ गए। पत्नी के प्रस्ताव पर पति हाथ जोड़कर खड़ा हो गया और बोला कि मुझे माफ कर दो, अब तुम अपने प्रेमी के साथ रहो। इसके बाद पति ने पत्नी को उसके प्रेमी के घर छोड़ दिया और खुद वापस अपने घर लौट आया। मौके पर मौजूद रिश्तेदार और पंचायती भी अपने-अपने घर लौट गए। जिसके चलते ये घटना क्षेत्र के भर में चर्चा का विषय बन गई है।

उत्तर भारत के प्रसिद्ध गणेश मेले का श्रीगणेश आज।

गणेश मंदिर सहित जगमगाया संपूर्ण मेला परिसर, बुधवार को रथयात्रा में स्वचालित झांकियां रहेंगी आकर्षण का केंद्र।

25 अगस्त से 14 सितंबर तक चलेगा गणेश जन्मोत्सव कार्यक्रम।

चंदौसी। उत्तर भारत के प्रसिद्ध मेला गणेश चौथ मेला का आज शुभारंभ होगा। जहां चारों धर्मों के प्रतिनिधियों द्वारा मेले का भव्य आगाज किया जाएगा। साथ ही बुधवार को गणेश चतुर्थी पर श्रीगणेश मंदिर से स्वचलित झांकियों संग गणपति बप्पा की भव्य रथयात्रा निकाली जाएगी। जो मेले का मुख्य आकर्षण रहेगी। जिसके चलते ही श्रीगणेश मंदिर को रंगीन झालरों से अलंकृत किया गया है। व्यवस्थाओं को लेकर शनिवार को जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया और पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई भी गणेश मंदिर एवं मेला ग्राउंड का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा ले चुके हैं।
प्रसिद्ध गणेश चौथ मेला हर वर्ष की भांति इस बार भी भव्य रूप में आयोजित हो रहा है। 25 अगस्त से 14 सितंबर तक चलने वाले गणेश जन्मोत्सव कार्यक्रम की समस्त तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। साफ-सफाई से लेकर विद्युत व्यवस्था तथा आवागमन और पार्किंग व्यवस्था आदि के पुख्ता इंतजामात किए गए हैं। जिसके चलते ही इस बार समस्त मेला क्षेत्र की सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। साथ ही डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया की पहल पर इस बार मेले को प्लास्टिक मुक्त बनाने हेतु भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। आज घट स्थापन और द्वार पूजन के साथ मेला गणेश चौथ का शुभारंभ किया जाएगा जहां पांच धर्म के प्रतिनिधि मेले का उद्घाटन करेंगे और बुधवार को गणेश चतुर्थी के सुअवसर पर रथयात्रा में स्वचालित झांकियों को नगर में भ्रमण कराया जाएगा।

बता दें कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश का यह प्रसिद्ध मेला सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक है। मेले में सभी धर्मों के लोग बढ़चढ़ कर भागीदारी करते हैं, साथ ही देशवासियों को सांप्रदायिक एकता का संदेश देते हैं। 
इतना ही नहीं समस्त शहर में 21 दिनों के लिए भगवान गणेश की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। जिसके चलते ही यह मेला महाराष्ट्र के बाद गणेश चतुर्थी पर देश में लगने वाला सबसे बड़ा मेला है। इस दौरान भगवान गणेश की भव्य रथ यात्रा एवं झांकियां को देखने के लिए शहर में लाखों भक्त एकत्र होते हैं। चंदौसी के गणेश जन्मोत्सव को भव्य महोत्सव बनाने वाले मेला गणेश चौथ के संस्थापक डॉ. गिरिराज किशोर गुप्ता ने सन् 1962 में पहली बार एक मूर्ति बनाई, तब से ही यह क्रम आज तक निरंतर जारी है।

मेले में दुकानदार अपनी-अपनी दुकानें सजाने के लिए दिन रात काम कर रहे हैं। मेला इंचार्ज रविंद्र कुमार रूपी ने बताया कि इस बार मेले में 382 दुकानें लगाई जा रही हैं। इनमें मुरादाबाद के पीतल के आइटम, अलीगढ़ के ताले, राजस्थानी कपड़े और चप्पल, ब्रज की पोशाक, हाथरस की हींग व चूरन की दुकान समेत उत्तराखंड के रेस्टोरेंट, रामपुर की फूड आदि की दुकानें आई हैं। इसके अलावा मेले में सिर्फ सिंगल यूज प्लास्टिक बैग का प्रयोग अपरिहार्य कर दिया गया है। स्वच्छता की दृष्टि से सभी दुकानदारों को डस्टबिन रखने और अग्निशमन यंत्र रखना आदि भी अनिवार्य कर दिया गया है। हर बार की भांति इस बार भी मेले में बिजली से चलने वाले झूले मुख्य आकर्षण रहेंगे। इस बार आधे दर्जन से अधिक झूले बुलाए गए हैं। जिनमें लोगों की डिमांड पर इस बार टोरा-टोरा झूले के साथ ही मेले में व्हील, नाव, ड्रैगन ट्रेन, ब्रेक डांस, सूज वाला झूला आदि झूले आए हैं।
मेला गणेश चौथ में प्रतिदिन मेले के दौरान सांस्कृतिक व धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। जिसके चलते ही मेला परिसर में लगने वाला कार्यक्रम स्टेज और पंडाल को भी वाटरप्रूफ बनाया गया है। जिसमें डेढ़ हजार से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। साथ ही अन्य वर्षो की तुलना में इस बार मेले में सड़कों का भी ब्राॅडीकेशन किया गया है, जिससे मेले में आई श्रद्धालु को अधिक भीड होने के चलते दिक्कत का सामना न करना पड़े। साथ ही मेला परिसर में बारिश के पानी आदि से बचाव के चलते अंडरग्राउंड पाइपलाइन भी डाली गई है।
जहां चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था रखने की चलते प्रशासन और पुलिस अधिकारी रोजाना मेला स्थल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं।

दैनिक प्रवाह के लिए डॉ. गौरव उन्मुक्त की रिपोर्ट…

सौंधन के निजी अस्पताल में गर्भवती महिला की मौत, परिजनों ने किया हंगामा।

बुखार होने पर गर्भवती महिला को कराया गया था भर्ती।

परिजनों का आरोप- इंजेक्शन लगाने के बाद हुई प्रीति की मौत।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल के कैला देवी थाना क्षेत्र के सौंधन गांव में एक निजी अस्पताल में बुखार से पीड़ित महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। जहां परिजनों ने इंजेक्शन लगाने से महिला की मौत का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। महिला की मौत के बाद निजी अस्पताल संचालक मौके से फरार हो गया। सूचना पर कैला देवी थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए तथा कुछ ही देर में सीओ आलोक भाटी भी मौके पर पहुंच गए।
बता दें कि थाना क्षेत्र के सादनगर गांव निवासी महिला प्रीति (35) पत्नी वीरेश बुखार से पीड़ित थी। जहां उसका इलाज सौंधन के निजी अस्पताल में चल रहा था। जहां से लाभ नहीं मिलने पर सौंधन के ही हीरालाल अस्पताल में भर्ती कराया था। परिजनों का आरोप है कि रविवार दोपहर को इंजेक्शन लगाने के बाद महिला की मौत हो गई। महिला की मृत्यु के बाद परिजनों ने शव अस्पताल में रखकर हंगामा शुरू कर दिया।

महिला के पति ने डायल 112 पुलिस को सूचना दी। सूचना पर डायल 112 तथा संबंधित थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। थाना प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह मौके पर पहुंच गए। निजी अस्पताल संचालक हंगामा देख मौके से फरार हो गया। जहां कुछ ही समय में सूचना पर सीओ संभल आलोक भाटी भी मौके पर पहुंच गए।
बता दें कि महिला सात माह की गर्भवती थी। बुखार आने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला के पीछे उसके दो बच्चे भी हैं। जहां पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। समाचार लिखे जाने तक पुलिस को कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई थी।

संभल में सड़क हादसे में एक की मृत्यु के बाद ग्रामीणों ने लगाया जाम।

सड़क किनारे खड़े तीन लोगों को कार ने रौंदा था।

असमोली के मनौटा चौधरपुर तिराहे पर लगाया जाम, मौके पर पहुंचे सीओ।

ग्रामीणों की पुलिस से भी हुई धक्का मुक्की, बल प्रयोग कर पुलिस ने भीड़ को हटाया।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल के असमोली थाना क्षेत्र के चंदवार गांव में बीते शुक्रवार को सड़क किनारे खड़े तीन लोगों को कार ने रौंद दिया था। जहां इलाज के दौरान एक घायल की मौत हो गई। मृत्यु के बाद ग्रामीणों ने रविवार को मनौटा चौधरपुर तिराहे पर एकत्रित होकर जाम लगा दिया। सूचना पर थाना पुलिस के साथ असमोली सीओ मौके पर पहुंच गए। भीड़ को समझने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण नहीं माने और पुलिस से धक्का मुक्की भी हो गई। जिसके पश्चात पुलिस ने बल प्रयोग कर भीड़ को हटाया।
असमोली थाना क्षेत्र के चंदवार गांव निवासी महेश पुत्र राजदीप, एतराम पुत्र अमरपाल, तथा कलुआ उर्फ करनसिंह पुत्र कालेमानी सड़क किनारे खड़े होकर बीते शुक्रवार को आपस में बातें कर रहे थे। उसी दौरान ओवरी की तरफ से आई एक कार ने तीनों को रोंद दिया।
जहां तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर जमा हुई भीड़ ने घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया। मौके पर परिजन भी पहुंच गए। जहां तीनों का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था।
शनिवार शाम को इलाज के दौरान कलुआ उर्फ करनसिंह की मृत्यु हो गई। मृत्यु के बाद परिजनों ने कार्यवाई को लेकर मनौटा चौधरपुर तिराहे पर एकत्रित होकर रविवार को जाम लगा दिया। ग्रामीण ट्रैक्टर-ट्राली में भीड़ को लेकर पहुंचे और हाईवे पर उतर आए। सूचना पर असमोली थाना पुलिस तथा असमोली सीओ कुलदीप कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। जहां पुलिस ने भीड़ को समझने का प्रयास किया लेकिन भीड़ द्वारा पुलिस से धक्का मुक्की की गई। जहां पुलिस पर पत्थर फेंकने की बात भी सामने आई है। भीड़ को उग्र देख पुलिस ने बल का प्रयोग करते हुए उग्र हो रही भीड़ को तितर-बितर किया। क्षेत्राधिकारी कुलदीप कुमार ने बताया कि तहरीर मिलने में देरी हुई थी। तहरीर मिलने के बाद उसी समय मुकदमा लिखा दिया गया है।

मुरादाबाद कमिश्नर को नहीं मिला एक्सटेंशन, जाएंगे सिक्किम।

उत्तर प्रदेश से अपने मूल कैडर सिक्किम जाएंगे मुरादाबाद मंडलायुक्त।

मुख्यमंत्री योगी के भरोसेमंद अफसरों में गिने जाते रहे हैं आंजनेय कुमार।

प्रवाह ब्यूरो
मुरादाबाद। मुख्यमंत्री योगी के भरोसेमंद अफसरों में गिने जाने वाले व रामपुर में डीएम रहते आजम खां के राजनीतिक सफर को उजाड़ने वाले आईएएस मुरादाबाद मंडलायुक्त आंजनेय कुमार को एक्सटेंशन नहीं मिलने के चलते यूपी सरकार ने उन्हें रिलीव कर दिया है। वह अब यूपी से वापस अपने मूल कैडर सिक्किम जाएंगे।
मुरादाबाद कमिश्नर आंजनेय कुमार योगी सरकार के भरोसेमंद अफसरों में गिने जाते रहे हैं। योगी सरकार की सिफारिश पर केंद्र ने उन्हें अब तक 6 बार एक्सटेंशन दिया। जिसमें अलग-अलग एक्सटेंशन मिल चुका है। सातवीं बार फिर योगी सरकार द्वारा एक्सटेंशन बढ़ाने के लिए केंद्र से सिफारिश की गई थी।
लेकिन मंजूरी नहीं मिल सकी। एक्सटेंशन नहीं मिलने के चलते यूपी सरकार ने उन्हें रिलीव कर दिया है।
आंजनेय कुमार अखिलेश सरकार में 2015 में उत्तर प्रदेश प्रतिनियुक्ति पर आए थे। 2019 में रामपुर के डीएम थे।
उस समय आजम खां ने चुनाव प्रचार के दौरान अपने भाषण के दौरान कलेक्टर के लिए गलत बयान बाजी कर दी थी।
जो आजम खां को बहुत महंगी पड़ी। इस बयान बाजी के चलते आजम को 3 साल की सजा भी हुई थी और विधानसभा अध्यक्ष द्वारा विधायकी को भी रद्द कर दिया गया था। जिसके बाद योगी सरकार ने उन्हें मुरादाबाद का कमिश्नर बना दिया था। बाद में एक्सटेंशन अवधि खत्म होने के बाद वह मुरादाबाद डीएम को कमिश्नर का चार्ज देकर छुट्टी पर चले गए थे।

यूपी के मऊ जनपद के रहने वाले हैं आंजनेय कुमार।

आंजनेय कुमार उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद के सलाहदाबाद गांव के रहने वाले हैं। सिक्किम कैडर से 2005 बैच के आईएएस अफसर हैं। 2015 में सपा सरकार के समय इन्हें प्रतिनियुक्ति पर उत्तर प्रदेश में भेज दिया गया था। रामपुर में 2 साल तक डीएम के पद पर रहे और बाद में उन्हें प्रमोशन मिला और मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर बन गए।
उसी समय से अब तक वह मुरादाबाद कमिश्नर के पद पर रहे हैं।
आजम के बेटे अब्दुल्ला ने जब फर्जी आयु प्रमाण पत्र पर चुनाव लड़ा था, तो उस समय यह मामला आंजनेय कुमार के सामने आया था। चुनाव आयोग को भेजी रिपोर्ट के बाद उनका नामांकन निरस्त कर दिया गया था।