● बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत जिलाधिकारी के निर्देश पर हुआ कार्यक्रम।
प्रवाह ब्यूरो संभल। संभल जनपद में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत तीन दिवसीय दिव्य गर्भ संस्कार विज्ञान कार्यशाला का गुरुवार को समापन किया गया। जिसमें महिला कल्याण विभाग द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत गर्भवती महिलाओं तथा माता-पिता के लिए शिशु तथा गर्भावस्था के दौरान आध्यात्मिक मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ संतान के लिए प्राचीन वैदिक ज्ञान से परिचित कराया गया। गुरुवार को तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन बहजोई के बबराला रोड बी.आर. रिसार्ट में किया गया। जहां दिव्य गर्भ संस्कार विज्ञान कार्यशाला का शुभारंभ आकांक्षा समिति अध्यक्षा डॉ. ऊषा, उपाध्यक्ष मृदुला भट्ट, जिला प्रोबेशन अधिकारी चंद्रभूषण, अमिता पैंसिया, संगीता भार्गव, रचना यादव, ममता राजपूत द्वारा दीप प्रज्वलित करके मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। डॉ. ऊषा पैंसिया ने कहा कि आज के तनावपूर्ण और भाग दौड़ भरे जीवन में मातृत्व को दिव्यता प्रदान करना एक आवश्यक आवश्यकता बन गया है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए महिला कल्याण विभाग द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है।
जिसमें गर्भवती महिलाओं होने वाले माता-पिता और परिवारों को गर्भावस्था के दौरान आध्यात्मिक मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ संतान के लिए प्राचीन वैदिक ज्ञान से परिचित कराना था। उन्होंने कहा कि गर्भ संस्कार न केवल शारीरिक, स्वास्थ्य बल्कि मानसिक, आध्यात्मिक और भावनात्मक विकास के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। यह कार्यशाला वेदों ,आयुर्वेद, योग ,ध्यान और आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के समय से तैयार की गई है। जिसमें विशेषज्ञ डॉक्टर,आयुर्वेदाचार्य, योगाचार्य तथा आध्यात्मिक मार्गदर्शक अपने अनुभव और मार्गदर्शन से प्रतिभागियों को लाभान्वित करा रही हैं। जिसमें बताया गया कि शिशु के समग्र विकास के लिए जागरुकता फैलाना माता-पिता को संस्कार युक्त पालन पोषण की प्राचीन तकनीक से अवगत कराना और एक स्वस्थ बुद्धिमान और संस्कारवान पीढ़ी के निर्माण में योगदान देना है। गर्भ संस्कार के माध्यम से आने वाली पीढ़ियां स्वस्थ, सुदृढ़, समृद्ध और दिव्य हों इसके बारे में विस्तार से बताया गया। जहां आकांक्षा समिति की उपाध्यक्ष मृदुला भट्ट, अध्यक्ष डॉ. ऊषा पैंसिया, मुख्य चिकित्साधिकारी तरूण पाठक, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला सूचना अधिकारी, सामाजिक संगठन, वन स्टॉप सेंटर एवं मिशन वात्सल्य के सभी कर्मी आदि के साथ कार्यशाला का समापन किया गया।
विश्व पर्यावरण दिवस : पर्यावरण बचाने को शासन स्तर से करोड़ों पौधे, पर कागजों में सिमट रहा संरक्षण।
● आओ बनाएं अपनी धरती को स्वर्ग, कागजों में नहीं, जमीनी स्तर पर लें संकल्प।
● धरती माता करे पुकार….वृक्ष काट, मत करो अत्याचार।
● जनसंख्या वृद्धि ही नहीं, बल्कि हमारी उपभोग वादी संस्कृति भी जिम्मेदार।
प्रवाह ब्यूरो संभल। हर वर्ष 5 जून का दिन और विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाने का अवसर, लोगों में जागरूकता फैलाना और फिर उसके बाद वर्ष भर शांत रहना। यह केवल कागजी संरक्षण को दर्शाता है। जिसके चलते पृथ्वी का अस्तित्व संकट में बढ़ता जा रहा है और तापमान भी आसमान छू रहा है। संभल जनपद में जहां हर वर्ष पृथ्वी को हरा-भरा करने के लिए शासन प्रशासन द्वारा करोड़ों पौधों का रोपण किया जाता है, लेकिन वर्ष भर बाद ही वह पौधे एक बड़े वृक्ष के रूप में आखिर दिखाई क्यों नहीं देते। इसलिए हमें कागजों में खाना पूर्ति करने के बजाय जमीन स्तर पर उतरकर धरती को स्वर्ग बनाने का संकल्प लेना होगा। वृक्षों को काटना, जल प्रदूषण करना, जल को बर्बाद करना, प्लास्टिक उपयोग, कूड़े कचरे की जमीनी स्तर पर अधिक वृद्धि होना आदि पृथ्वी के अस्तित्व पर संकट को दर्शा रहे हैं। संभल जनपद में जहां प्रशासन द्वारा पिछले वर्ष भी वर्षा ऋतु के दौरान लक्ष्य के अनुसार लाखों पौधे लगाए गए थे, तो वहीं यह प्रक्रिया हर वर्ष अपनाई जाती है। स्वंय अंदाजा लगाया जाए की यदि हर वर्ष लाखों पौधे लगाए जा रहे हैं और यही पौधे वृक्ष बन जाएं तो संभल जनपद क्या पृथ्वी ही हरी भरी दिखाई देगी।
पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में पौधा रोपण करतीं कैला देवी स्कूल की छात्राएं
प्रशासन द्वारा लगातार पर्यावरण को बचाने हेतु जहां प्रचार-प्रसार किया जाता है संबंधित अधिकारी भी अपने-अपने संबंधित क्षेत्र में और विभागीय कर्मचारियों को निर्देशित करते हुए पौधारोपण पर ध्यान देते हैं, वहीं यह प्रक्रिया जमीनी स्तर पर पहुंचती है, लेकिन जमीनी स्तर पर जाते-जाते दम तोड़ देती है। मात्र कागजी कार्यवाही में लाखों पौधे रोपण होना दर्शाया जाता है। पौधारोपण के बाद जिम्मेदारी से दूर भागना, उन्हें ऐसे ही छोड़ देना, आखिर कैसे हम जनपद को हरा भरा बना सकते हैं। देशभर में पर्यावरण संरक्षण को लेकर काफी बातें, सम्मेलन, सेमिनार आयोजित किए जाते हैं। लेकिन वास्तविक धरातल पर यह कुछ दिखाई देता नजर नहीं आता। ऐसे में हम सबको प्रचार-प्रसार के साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी लोगों को जागरूक करने का कार्य करना होगा साथ ही जमीन स्तर पर उतारकर पृथ्वी के अस्तित्व को बचाते हुए जल के दुरुपयोग को रोकना, वृक्षों के अस्तित्व को बचाना तथा प्लास्टिक के प्रयोग से दूर रहना होगा। जनपद के प्रत्येक सरकारी संस्थान, माध्यमिक, परिषदीय विद्यालयों तथा डिग्री कॉलेज में भी छात्र-छात्राओं द्वारा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करते हुए ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को अधिक जागरूक करने की जरूरत है। मनरेगा के तहत तो कहीं ग्राम प्रधान, शिक्षा विभाग द्वारा अपने क्षेत्र में पौधे लगाने का लक्ष्य दिया जाता है। लेकिन कुछ पौधे लगाने से पहले ही सूख जाते हैं तो कुछ लगाने के बाद उनकी देखभाल नहीं होने के चलते नष्ट हो जाते हैं। और कागजों में खाना पूर्ति कर लाखों पौधे लगाने की रिपोर्ट भेज दी जाती है। इतना ही नहीं तमाम फैक्ट्रियों से निकलता धुआं भी लगातार पर्यावरण को दूषित कर रहा है।
जनसंख्या वृद्धि ही नहीं उपभोग वादी संस्कृति भी जिम्मेदार।
पर्यावरण को प्रदूषित करता फैक्ट्रियों से निकलता धुआं
पृथ्वी के अस्तित्व पर संकट खड़ा करने में वास्तव में जनसंख्या वृद्धि ही पर्यावरण असंतुलन के लिए जिम्मेदार नहीं है, बल्कि हमारी उपभोग वादी संस्कृति भी इसकी प्रमुख जिम्मेदार है। औद्योगिक उत्पादन में बढ़ोत्तरी को आजकल हम विकास मानते जा रहे हैं, साथ ही हैसियत बढ़ा चढ़ा कर दिखाने की कोशिश में जल, जमीन तथा जंगल और ऊर्जा जैसे संस्थानों का अपने निजी इस्तेमाल के लिए उनका शोषण और उन्हें नष्ट करने पर लगे हुए हैं। लगातार भयंकर गर्मी, भीषण ठंड, यह सब पर्यावरण असंतुलन के कारण हो रहा है और इसके जिम्मेदार भी हम ही हैं। जहां पूरा देश ही नहीं बल्कि विश्व के अनेकों देश पर्यावरण को संतुलन करने में लगे हैं, तो वहीं भारत में भी पर्यावरण को बचाने हेतु तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। हर वर्ष प्रत्येक राज्य के प्रत्येक जनपद में लाखों पौधों का रोपण, जल के दुरुपयोग पर रोक लगाने जैसे अभियान चलाकर हम पर्यावरण के अस्तित्व को बचाए रखने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन यह सब कागजों में ही सिमट कर रह जाना भीषण दयनीय स्थिति को दर्शाता है। पौधों को लगाने के बाद उनका पालन पोषण नहीं करने, जल की बर्बादी, धरती पर प्लास्टिक उपयोग आदि के उपयोग के चलते हैं पृथ्वी पर संकट बढ़ता जा रहा है। अधिक वर्षों के कटान के चलते पृथ्वी सुनसान लगने लगी है। जिसके चलते लगातार तापमान बढ़ता जा रहा है। संभल जनपद में भी तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार तक पहुंच जाता है। अधिक पेड़ पौधों के कटने और तापमान बढ़ने के चलते वन्य जीव भी विलुप्तता की ओर बढ़ने लगे हैं। साथ ही पेड़ पौधे नहीं होने के चलते बारिश के दौरान मिट्टी की ऊपरी परत नष्ट होने के चलते मृदा अपरदन भी निरंतर बढ़ रहा है। जिसके चलते अब हम सबके लिए अत्यावश्यक है कि पर्यावरण संरक्षण व अपनी धरती को स्वर्ग बनाने हेतु कागजों में नहीं बल्कि जमीनी स्तर पर संकल्प लें।
अन्य प्रतिभागियों के साथ साइकिल चलाते डीएम राजेंद्र पैंसिया
● जिलाधिकारी ने साइकिल चला कर दिया ग्रीन इंडिया-क्लीन इंडिया का संदेश।
● जिलाधिकारी बोले- निरंतर चलाएं साइकिल, स्वास्थ्य के लिए है लाभदायक।
प्रवाह ब्यूरो संभल। संभल में विश्व साइकिल दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने बहजोई एथलेटिक्स क्लब द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान जहां साइकिल चलाने से शरीर के स्वस्थ रहने के बारे में बताया तो वहीं उन्होंने साइकिल चलाकर ग्रीन इंडिया क्लीन इंडिया का संदेश दिया। जहां जिलाधिकारी ने साइकिल मैराथन में 8 किलोमीटर साइकिल चलाई। विश्व साइकिल दिवस के अवसर पर बहजोई एथलेटिक क्लब और बीएमबीएल जैन कॉलेज एवं भारत साइकिल के संयुक्त तत्वाधान में साइकिल मैराथन का आयोजन किया गया। जिसका उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य, पर्यावरण और सतत जीवन शैली के प्रति जागरूक करना था। जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में साइकिल प्रेमी, युवा, बुजुर्ग और बच्चों ने भी उत्साह पूर्वक प्रतिभाग किया। मैराथन में लगभग 8 किलोमीटर तक जिलाधिकारी द्वारा भी साइकिल चलाई गई, जिसमें लगभग 238 लोगों ने पंजीकृत होकर प्रतिभाग किया। मैराथन की शुरुआत चंदौसी रोड स्थित बस स्टैंड से होकर चंदौसी मार्ग होते हुए खाटू श्याम मंदिर से स्टेशन रोड बर्तन बाजार होते हुए बीएमबीएल जैन कॉलेज पहुंची। जैन कॉलेज के सभागार में पहुंचकर मैराथन प्रतिभागियों ने स्वस्थ जीवन, स्वच्छ पर्यावरण के साथ जागरूकता का संदेश दिया। मैराथन का शुभारंभ जिलाधिकारी द्वारा किया गया।
जहां जिलाधिकारी ने बताया कि साइकिल चलाना न सिर्फ एक व्यायाम है बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक अच्छा कदम भी है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन से समाज में सकारात्मक ऊर्जा और बदलाव आता है। मैराथन के समापन पर चौपा शोभापुर निवासी जरूरतमंद छात्र-छात्राओं अरविंद तथा अनन्या, मिर्जापुर निवासी छात्र बसंती को भारत साइकिल स्टोर और सिल्वर स्टोन सेवा समिति के द्वारा जिलाधिकारी के हाथों साइकिल प्रदान की गई। इस मौके पर जैन सेवा न्यास के चेयरमेन डॉ. पवन कुमार जैन द्वारा जिलाधिकारी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। जहां संभव जैन, साइकिल मां जयप्रकाश गुप्ता द्वारा भी साइकिलिंग के विषय में विचार प्रस्तुत किए गए। इस अवसर पर एकांश गुप्ता, सुमित वार्ष्णेय, राजू सिंह यादव, विनीत यादव, शालिनी गुप्ता, कीर्ति होरा, चैतन्य सिंह, नकुल प्रताप सिंह, मंजू दिलेर, ओम प्रकाश शास्त्री, डॉ. सत्यपाल बसंत, नरेंद्र कुमार, जयवीर सिंह, राहुल शंकर आदि उपस्थित रहे।
विश्व साइकिल दिवस पर खेल प्रतिभाओं को किया सम्मानित।
साइकिल दिवस के अवसर पर बहजोई एथलेटिक्स क्लब द्वारा जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया की अध्यक्षता में वर्चुअल रनिंग इवेंट दिसंबर डायनामिक विजेताओं को सम्मानित किया गया। जिसमें प्रथम स्थान पर अनुराग प्रजापति और दूसरे स्थान पर प्रिंस तथा तीसरा स्थान सचिन शर्मा ने पाया। विश्व साइकिल दिवस पर मंगलवार को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया तथा जूडो के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का चयन कर उन्हें भी सम्मानित किया गया। साइकिल मैन जयप्रकाश गुप्ता ने बताया कि हमारा उद्देश्य युवाओं को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करना, फिटनेस की भावना को बढ़ावा देना और उभरती पत्रिकाओं को मंच प्रदान करना है। जहां ए.डी ट्रेडर्स के निदेशक अनुराग वार्ष्णेय ने भी अपना सहयोग दिया। भेजो एथलेटिक क्लब के संयोजक ने बताया कि हमारा लक्ष्य बहजोई जैसे नगरों से भी राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार करना है। कार्यक्रम में खेल प्रेमी, शिक्षाविद, अभिभावक आदि उपस्थित रहे।
विज्ञान से चमत्कारों का रहस्य दर्शाते जिला विज्ञान समन्वयक राजू सिंह
● जिला विज्ञान समन्वयक बोले- ढोंगी व पाखंडियों के बहकावे में बिल्कुल न आएं।
● कहा- सभी चमत्कार और जादू रासायनिक गतिविधियों पर होते हैं आधारित।
प्रवाह ब्यूरो संभल। संभल में समर कैंप के दौरान जिला विज्ञान समन्वयक लगातार विद्यालय में पहुंचकर विज्ञान के जरिए चमत्कारों की वैज्ञानिक व्याख्या और प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं। साथ ही ढोंगी और पाखंडियों को चमत्कार के बहाने से बचाने की अपील भी कर रहे हैं। समर कैंप के दौरान संभल तहसील क्षेत्र के भारतल सिरसी स्थित पीएम श्री उच्च प्राथमिक विद्यालय में चमत्कारों की वैज्ञानिक व्याख्या और प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ विद्यालय प्रधानाध्यापक अभिषेक रस्तोगी और जिला विज्ञान समन्वयक राजू सिंह यादव ने पानी से दिया जलाकर किया। जिला विज्ञान समन्वयक राजू सिंह यादव ने बताया कि सभी चमत्कार और जादू रासायनिक गतिविधियों पर आधारित होते हैं। हमें किसी ढोंगी और पाखंडियों के बहकावे में नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी चमत्कार और जादू रासायनिक गतिविधियों पर आधारित है। कार्यक्रम के दौरान राजू सिंह यादव ने उपस्थित सभी स्कूली बच्चों के सामने ढोंगी और पाखंडियों की पोल खोली। जहां उन्होंने आग से नहाना, कागज से नोट बनाना, चाकू से लौटा उठाना, पानी गायब करना, छलनी से पानी रोकना, मनोवैज्ञानिक सम्मोहन करना, नींबू से भूत भगाना, आदि वैज्ञानिक प्रयोग के द्वारा अंधविश्वास का खुलासा किया। साथ ही विद्यालय में बनाई गई खगोल विज्ञान लैब में उपलब्ध टेलिस्कोप से दूर स्थित वस्तुओं का अवलोकन कराया। इस दौरान अंकेश यादव, अभिषेक प्रिंस वर्मा एवं शिक्षामित्र, अनुदेशक तथा आंगनबाड़ी कार्यकत्री उपस्थिति रहीं।
नए डीजीपी राजीव कृष्ण को बुके भेंट कर कार्य भार ग्रहण करने की शुभकामनाएं देते रिटायर्ड डीजीपी प्रशांत कुमार।
● 1991 बैच के आईपीएस हैं राजीव कृष्ण, हाईटेक पुलिसिंंग के माने जाते हैं एक्सपर्ट।
● यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष व डीजी विजिलेंस के पद पर हैं कार्यरत।
प्रवाह ब्यूरो लखनऊ। पिछले कई दिनों से यूपी में नए डीजीपी को लेकर चल रही उथल-पुथल अब खत्म हो चुकी है। योगी सरकार ने नए डीजीपी की नियुक्त पर मुहर लगा दी है। उत्तर प्रदेश में नए डीजीपी 1991 बैच के आईपीएस राजीव कृष्ण को बनाया गया है। राजीव कृष्ण यूपी में लगातार 5वें कार्यवाहक डीजीपी बनाए गए हैं। 26 जून 1969 को गौतमबुद्ध नगर में जन्मे राजीव कृष्ण ने इलेक्ट्रानिक्स और कम्युनिकेशन में बीई किया हुआ है। उनके पिता का नाम एचके मित्तल है। राजीव कृष्ण 1991 बैच के आईपीएस हैं। जो यूपी कैडर के एक शानदार आईपीएस अधिकारी हैं। वर्तमान में यूपी पुलिस के डीजी विजिलेंस और प्रोन्नति भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष के पद पर तैनात हैं। राजीव कृष्ण आगरा में 2004 में एसएसपी के पद पर तैनात थे, जहां उन्होंने अपराधियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया था, जिससे वह चर्चा में आ गए थे। बीहड़ में सक्रिय अपहरण गिरोह के खिलाफ राजीव कृष्ण ने ही प्रभावी कार्यवाई की थी। आगरा के एडीजी से पिछले वर्ष ही डीजी विजिलेंस के पद पर तैनात किए गए थे। जहां उन्हें हाईटेक पुलिसिंग के लिए भी जाना जाता है। एडीजी रहते हुए उन्होंने ऑपरेशन पहचान ऐप के माध्यम से अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाया। इतना ही नहीं राजीव कृष्ण ने महिला बीट, एंटी रोमियो स्क्वायड की ऑनलाइन मॉनिटरिंग का सिस्टम्स, ईमाल खाने से मुकदमा का ऑनलाइन रिकॉर्ड तक उनकी अलग सोच का परिणाम रहा है। साइबर अपराध के खिलाफ भी राजीव कृष्ण ने बड़ा अभियान चलाया था। आईपीएस राजीव कृष्ण उत्तर प्रदेश के जनपद गौतम बुद्ध नगर के रहने वाले हैं।
इस प्रकार रही उनकी शैक्षणिक योग्यता और प्रमोशन।
उनका जन्म 26 जून 1969 को हुआ। उन्होंने बैचलर आफ इंजीनियरिंग इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन की पढ़ाई की। इसके बाद यूपीएससी की परीक्षा में सम्मिलित हुए। यूपीएससी की ओर से 1991 में उन्होंने सिविल सर्विसेज परीक्षा पास की। 1993 में आईपीएस कंफर्मेशन के बाद उनके सीनियर स्केल में प्रमोशन 1995 में हो गया। सिलेक्शन ग्रेड में 9 अगस्त 2005 को उनका प्रमोशन हुआ। 7 अगस्त 2007 को डीआईजी पोस्ट पर प्रमोट किए गए। 9 नवंबर 2010 को आईजी के रूप में प्रमोशन हुआ। राजीव कृष्ण 1 जनवरी 2016 को एडीजी बनाए गए थे। फरवरी 2024 में योगी सरकार ने उन्हें डीजी के पद पर प्रमोट किया। मुख्यमंत्री ने अब एक और बड़ी जिम्मेदारी दी है। इससे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष के तौर पर उन्होंने देश की सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा का भी आयोजन सफलतापूर्वक कराया। जिसके चलते ही इन्हें अब उत्तर प्रदेश का नया पुलिस महानिदेशक बनाया गया है।
● आग की चपेट में आए मकान में फंसे कुल 25 लोगों को सुरक्षित निकाला।
● चंदौसी के मौलागढ़ में एक घर में गैस सिलेंडर फटने से फैली आग।
● नीचे रखे थे पेट्रोल स्टॉकिंग के ड्रम, रिसाव होने से भड़की आग।
प्रवाह ब्यूरो संभल। उत्तर प्रदेश के संभल जनपद में एक घर में सिलेंडर फटने से फैली आग ने विकराल रूप धारण कर लिया तथा वहीं पेट्रोल स्टॉकिंग के ड्रम को आग ने अपनी चपेट में ले लिया। जिससे आग और भड़क गई। सूचना पर पहुंचे चंदौसी सीओ व थाना प्रभारी तथा एसडीएम और दमकल विभाग की टीम ने आग पर काबू पाने की कोशिश की। जहां सीओ अनुज चौधरी ने साहस दिखाते हुए अपनी जान जोखी में डालकर मकान में फंसे 10 लोगों तथा लगभग 15 लोगों को पड़ोसी के मकान से सुरक्षित बाहर निकाला और वह स्वयं आग की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए। घर में शुक्रवार को बारात जानी थी। गुरुवार को बारात से एक दिन पहले मढ़ा होने के चलते दावत चल रही थी तथा पकवान और मिठाइयां भी बनाई जा रही थीं। आग लगने से शादी के सभी आभूषण, कपड़े सहित लगभग 20 लाख रुपए का नुकसान हो गया। संभल के चंदौसी थाना क्षेत्र के मौलागढ़ गांव निवासी राजेश कुमार गौतम के घर में शुक्रवार को उनके बेटे कुलदीप की बारात जानी थी। गुरुवार को मढ़ा होने के चलते दावत चल रही थी। जिसके चलते घर में गैस सिलेंडर रखे हुए थे। अचानक गैस सिलेंडर फटने से घर में आग लग गई और घर के सभी लगभग 10 सदस्य अंदर ही फंस गए, जिन्हें निकलने का मौका नहीं मिला। आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। विस्फोट होने के बाद आग पूरे मकान में फैल गई। साथ ही पास की दुकानों और घरों को भी आग ने अपनी चपेट में ले लिया। आग लगने के बाद घर के नीचे दुकानों में कुछ डीजल पेट्रोल के ड्रम रखे हुए थे। ड्रम से रिसाव होने के चलते आग की लपटें और बढ़ गईं। सूचना पर चंदौसी सीओ अनुज चौधरी, चंदौसी थाना प्रभारी तथा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए साथ ही दमकल विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई। जहां सीओ ने स्वयं जान जोखिम में डालकर आग बुझाने का प्रयास किया तो वह आग की लपटों की चपेट में आने से बाल बाल बच गए।
जान जोखिम में डालकर सीओ अनुज चौधरी ने बचाई 25 लोगों की जान।
आग लगने की सूचना पर पहुंचे सीओ अनुज चौधरी ने पुलिस टीम के साथ मिलकर आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन स्वयं जान जोखिम में डालकर लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने लगे तो वह भी आग की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए। सीओ अनुज चौधरी ने आग लगने वाले मकान से लगभग 10 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला तो वहीं पड़ोसी मकान से लगभग 15 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। जहां सीओ सहित थाना प्रभारी निरीक्षक मोहित चौधरी, क्राइम इंस्पेक्टर विनीत भटनागर ने भी आग पर काबू पाने की कोशिश की। जहां ड्रम बाहर निकालते समय ज्वलनशील पदार्थ का रिसाव होने से आग और भड़क गई थी, जिससे पुलिसकर्मियों को जान बचाने के लिए पीछे हटना पड़ा। दमकल टीम को एक सिलेंडर के अलावा लगभग 6 से 7 ड्रम भी मौके पर मिले, जिनमें ज्वलनशील पदार्थ भरा हुआ था।
शुक्रवार को जानी थी बेटे की बारात, घर में ही रखा था सभी सामान।
राजेश कुमार गौतम के बेटे कुलदीप की बारात शुक्रवार को जानी थी। इससे एक दिन पहले गुरुवार को मढ़ा होने के चलते दावत चल रही थी। घर में शादी का सभी सामान रखा हुआ था जिसमें आभूषण तथा कपड़े के अलावा अन्य कीमती सामान था। इसके अलावा कपड़ों की दुकान तथा पास की ज्वलनशील सामग्री सहित लगभग 20 लाख रुपए का नुकसान बताया गया है।
आखिर क्यों रहता था पेट्रोल-डीजल स्टॉकिंग,जांच में जुटी पुलिस।
जानकारी के अनुसार मौलागढ़ निवासी राजेश कुमार गौतम के घर में डीजल पेट्रोल का स्टॉक रहता था, जिसके ड्रम भरे हुए थे। कुछ ग्रामीणों की मानें तो वह पेट्रोल पंप पर कार्य करता था। मौके पर एसडीएम निधि पटेल, सप्लाई ऑफिसर ललित भी पहुंच गए।जिन्होंने जांच शुरू कर दी है। लेकिन मकान मालिक मौके से फरार बताया गया है। आपूर्ति विभाग द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए मौके से एक गैस सिलेंडर भी बरामद किया गया है तथा कुछ ड्रम भी बरामद हुए हैं। लेकिन ड्रम में क्या भरा हुआ है, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।
● उत्तर प्रदेश सरकार ने भी लागू की ‘राहवीर योजना’।
● मददगारों को 25 हजार के अलावा मिलेगा सम्मान पत्र।
● गोल्डन ऑवर में अस्पताल पहुंचाने पर मिलेगी सहायता।
प्रवाह ब्यूरो लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सड़क हादसों में अपनी जान गंवाने वाले व गंभीर घायलों की स्थिति को देखते हुए एक नई योजना लागू की गई है। जिसके तहत सड़क हादसों के दौरान घायलों की जान बचाने वाले व्यक्ति को 25 हजार रुपए की धनराशि दी जाएगी। साथ ही उन्हें सम्मान पत्र भी प्रदान किया जाएगा। प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई इस योजना को उत्तर प्रदेश सरकार ने भी राज्य में लागू कर दिया है। जिसे “राहवीर योजना” का नाम दिया गया है। जिसके तहत सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को गोल्डन ऑवर के भीतर अस्पताल पहुंचाना होगा। प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई “राहवीर योजना” को उत्तर प्रदेश सरकार ने लागू कर दिया है। आए दिन सड़क हादसों को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यह फैसला लिया गया है, जिससे कि हर कोई व्यक्ति घायलों की मदद करने के लिए आगे आए। इसके लिए उत्तर प्रदेश में भी “राहवीर योजना” लागू की गई है। जिसके तहत घायल की मदद करने वाले और गोल्डन ऑवर में अस्पताल पहुंचने पर मददगार को परिवहन विभाग के तहत 25 हजार रुपए की राशि खाते में प्रदान की जाएगी। घायल व्यक्ति को बचाने की संभावना को बढ़ाने के लिए तथा राह चलते लोगों द्वारा भी मदद के लिए आगे आने के लिए इस योजना को लागू किया गया है। हजारों लोग सड़क हादसों में अपनी जान भी गंवाते हैं तथा गंभीर रूप से घायल होकर अपने अंगों से भी हाथ धो बैठते हैं। जहां अधिकांश मौत इलाज न मिलने के कारण होती हैं। इसी को लेकर लोगों को बिना किसी डर के घायलों की मदद करने के लिए प्रेरित करते हुए इस योजना को लागू किया गया है।
“राहवीर योजना” के तहत इस प्रकार मिलेगा लाभ।
यदि कोई व्यक्ति सड़क दुर्घटना में घायल हो जाता है और किसी व्यक्ति को देखता है तो गोल्डन ऑवर के दौरान अस्पताल पहुंचाना होगा। अर्थात सड़क हादसा होने से लगभग एक घंटे के भीतर अस्पताल पहुंच जाना जरूरी है। जल्दी इलाज मिलने से घायल की जान बचने की संभावना अधिक रहती है। घायल व्यक्ति मदद करने वाले का कोई रिश्तेदार या परिवार का सदस्य नहीं होना चाहिए। उसे स्वतंत्र रूप से अपनी इच्छा अनुसार कार्य करना होगा। अस्पताल में पहुंचने पर अस्पताल की रिपोर्ट या गवाह प्रस्तुत करने होंगे। अस्पताल द्वारा इसकी सूचना पुलिस को दी जाएगी। मौके पर अस्पताल में पुलिस पहुंचेगी और इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजेगी। जहां से परिवहन विभाग द्वारा मदद करने वाले व्यक्ति को 25 हजार की धनराशि उसके खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी। यदि मदद करने वाले एक से अधिक होते हैं तो यह धनराशि बराबर की मात्रा में बांटी जाएगी। अवगत रहे कि मदद करने वाले व्यक्ति को पुलिस किसी तरह परेशान नहीं करेगी।
● संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान शिकायत करने आई थी महिला, साथ में था मासूम बच्चा।
● एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई की मासूम बच्चे का भी ध्यान रखने की कार्यशैली की हो रही चर्चा।
● अपनी मजबूत व प्रभावी कार्यशैली को लेकर आए दिन चर्चा में रहते हैं संभल एसपी।
प्रवाह ब्यूरो संभल। संभल में शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर जिले के एसपी ने मानवीय पहल दिखाकर एक अनोखी मिसाल पेश की। जब शिकायत लेकर पहुंची एक महिला के साथ आए मासूम बच्चे को एसपी ने न सिर्फ दुलारा, बल्कि अपने हाथ से उसे ड्राई फ्रूट्स भी दिए। यह देख वहां मौजूद लोग भावुक हो उठे और एसपी संभल की मानवीय छवि का यह पहलू सभी के दिल को छू गया। महिला ने अपनी समस्या अधिकारियों के सामने रखी, वहीं एसपी की इस संवेदनशीलता से माहौल थोड़ी देर के लिए भावनात्मक हो गया। एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने न सिर्फ शिकायतकर्ता का बल्कि शिकायत लेकर आई महिला के साथ आए मासूम बच्चे का भी ध्यान रखा। एसपी ने बच्चे को मां की गोद में ही दुलारा और बच्चे को अपने हाथ से ही ड्राई फ्रूट्स भी दिए। एसपी की यह कार्रवाई उनकी संवेदनशील कार्यशैली का उदाहरण है। जनपद में कृष्ण कुमार बिश्नोई अपनी कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं। इतना ही नहीं वे आगमन से ही जनपद में अपनी मजबूत और प्रभावी कार्यप्रणाली के लिए चर्चा में रहते हैं। बता दें कि संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए ही किया जाता है। इस अवसर पर संभल में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में अधिकारियों द्वारा जनता की समस्याएं सुनी गईं और कई मामलों का मौके पर ही समाधान भी किया गया।
केरल में वकीलों और SFI कार्यकर्ताओं के बीच टकराव का नतीजा: एर्नाकुलम कोर्ट परिसर में बार एसोसिएशन के समारोह के दौरान हुई झड़प में दो दर्जन से अधिक घायल, जिनमें 16 छात्र और 8 वकील शामिल। पुलिस सूत्रों ने SFI पर गड़बड़ी शुरू करने का आरोप लगाया है।
संघर्ष के दौरान 16 एसएफआई कार्यकर्ताओं एवं 8 अधिवक्ताओं को चोटें पहुंचीं। (फाइल फोटो)
कोच्चि (पीटीआई): एर्नाकुलम जिला न्यायालय परिसर में बार एसोसिएशन का वार्षिक समारोह हंगामे की भेंट चढ़ा, जब छात्र संगठन SFI के कार्यकर्ताओं और वकीलों के बीच हुई झड़प में 20 से अधिक लोग घायल हो गए।
झड़प में 16 SFI कार्यकर्ताओं और 8 वकीलों के घायल होने की पुलिस ने पुष्टि की है; घटना का कारण SFI कार्यकर्ताओं द्वारा बार एसोसिएशन समारोह में कथित तौर पर जबरन घुसकर हंगामा करना बताया जा रहा है।
समारोह में जबरन प्रवेश कर उत्पात मचाया
घटना का संदर्भ: एर्नाकुलम कोर्ट परिसर में बार एसोसिएशन का कार्यक्रम। वकीलों का आरोप है कि महाराजा कॉलेज के छात्रों ने घुसकर हंगामा किया, जबकि SFI का दावा है कि वकीलों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
मामले में राजनीति शुरू
1- विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने CPI(M) नेतृत्व से छात्र संगठन SFI पर लगाम कसने और उसे राजनीतिक संरक्षण देना बंद करने की सीधी मांग की है।
2-आगे की रणनीति तय करने के लिए एर्नाकुलम जिला बार एसोसिएशन आज बैठक करेगा; हालांकि पुलिस ने अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है, केवल प्रारंभिक जांच चल रही है।