
◆ 06 से 13 अक्टूबर तक चलेगा कल्कि महोत्सव, होंगे विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम।
◆ महोत्सव में कई मंत्री भी होंगे शामिल, डीएम ने लिया तैयारियों का जायजा।
प्रवाह ब्यूरो
संभल। आज संभल के बहजोई स्थित बड़े मैदान में कल्कि महोत्सव का शुभारंभ होगा। जहां जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पेंसिया के नेतृत्व में प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
आज महोत्सव के पहले दिन कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम निर्धारित हैं। सुबह 11 बजे तक “बदलता उत्तर प्रदेशः प्रोजेक्ट अलंकार” विषय पर माध्यमिक शिक्षा का कार्यक्रम होगा, जिसमें माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी मुख्य अतिथि होंगी।
जिसमें जनपद के विभिन्न माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहकर कार्यक्रम में सहभागिता देंगें।
इसके बाद, शाम 4 बजे तक “मत्स्य में रोजगार आत्मनिर्भरता की ओर उत्तर प्रदेश” विषय पर मत्स्य सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इसमें मत्स्य मंत्री संजय कुमार निषाद मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। आज शाम 7 बजे सांस्कृतिक संध्या के साथ महोत्सव का शुभारंभ भी होगा, जिसमें माध्यमिक शिक्षामंत्री गुलाब देवी, प्रभारी मंत्री होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा धर्मवीर प्रजापति और मंडलायुक्त मुरादाबाद आंजनेय कुमार सिंह उपस्थित रहेंगे।
इस बार कल्कि महोत्सव/विकासोत्सव में बी. प्राक की बॉलीवुड नाइट, कवि सम्मेलन भजन मुख्य आकर्षण रहेंगे। वहीं 13 अक्तूबर तक चलने वाले इस सप्त दिवसीय कार्यक्रम में हरियाणवी संगीत, सूफी नाइट समेत पंजाबी संगीत की भी धूम रहेगी।

आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जारी हुए पोस्टर्स के मुताबिक सोमवार को उद्घाटन कार्यक्रम व स्वागत समारोह में कुमार विशु व बिजेंद्र राणा अपनी प्रस्तुति देंगे। वहीं, 7 अक्तूबर को राजस्थानी व पंजाबी संगीत में जस्सी गिल व बब्बल राय रहेंगे। साथ ही 8 अक्तूबर को मोनाली ठाकुर की बॉलीवुड संध्या रहेगी। इसके अलावा 9 अक्तूबर को होने वाले कवि सम्मेलन में कवि विनीत चौहान व डॉ. सौरभकांत शर्मा समेत अन्य कवि अपनी रचनाएं सुनाएंगे। 10 अक्तूबर को साधो बैंड की सूफी नाइट रहेगी। वहीं, 11 अक्तूबर को गोपाल मोहन भारद्वाज के भजन व नाटिका समेत कृष्ण नाटिका होगी। इसके अलावा 12 अक्तूबर को रुचिका जांगिड़ का हरियाणवी संगीत कार्यक्रम होगा। तो वहीं महोत्सव के समापन दिवस 13 अक्तूबर को बी. प्राक की बॉलीवुड संध्या कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावा महोत्सव में आने वाले बच्चों के लिए इस बार चरक-झूले आदि की भी व्यवस्था की गई है।