गुन्नौर बार एसोसिएशन के शैलेन्द्र यादव अध्यक्ष व सुरेश चंद्र बने सचिव।

बोले- बार अधिवक्ताओं की समस्याओं को अनवरत उठाते रहेंगे।

कुल 274 अधिवक्ताओं ने किया अपने मताधिकार प्रयोग।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। मंगलवार को गुन्नौर बार एसोसिएशन का चुनाव शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। जहां करीब 7 बजे चुनाव परिणाम की घोषणा की गई। जिसमें बार अध्यक्ष के पद पर एडवोकेट शैलेंद्र यादव ने 146 मत प्राप्त कर जीत हासिल की तो वहीं उनके प्रतिद्वंदी एडवोकेट रागिव उल्ला को 124 मत मिले। वहीं महासचिव के पद पर एडवोकेट सुरेश चंद्र यादव विजयी रहे।
बता दें कि बार वेलफेयर एसोसिएशन गुन्नौर के वार्षिक चुनाव में अध्यक्ष पद पर शैलेन्द्र यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष भूदेव सिंह, महासचिव सुरेश यादव, कोषाध्यक्ष चंद्रभान सिंह पाल विजयी रहे। मंगलवार को बार चुनाव में अधिवक्ताओं ने जहां सुबह 8 बजे से 4 बजे तक मतदान किया, जबकि करीब 7 बजे से मतगणना कर परिणाम घोषित किए गए। सहायक निर्वाचन अधिकारी राजेन्द्र सिंह ने बताया कि अध्यक्ष पद पर शैलेन्द्र यादव को 146 व रागिब उल्ला को 124 मत पड़े। जबकि 4 मत निरस्त हुए। शैलेन्द्र यादव को 22 मतों से जीत हासिल हुई। वरिष्ठ उपाध्यक्ष भूदेव सिंह को 145 व रामाशंकर यादव 126 मत मिले।

भूदेव 19 मतों से जीते। महासचिव पद पर सुरेश चंद 172 मत व राधा कृष्ण को 97 मत मिले। सुरेशचन्द्र 75 मतों से विजयी हुए। कोषाध्यक्ष पद पर चंद्रभान सिंह पाल 211 मत व राहुल सक्सेना को 57 मत जबकि 3 मत निरस्त हुए। वहीं संचालन समिति कनिष्ठ खंड के पद पर अशोक कुमार, नरेश पाल, मंजू लता, मुनेश और मोनू शर्मा, रामवीर सिंह, सोनू कुमार चुनाव जीतें हैं। मुख्य चुनाव अधिकारी धनेश चंद गौड ने बताया कि 8 अधिवक्ताओं को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया जा चुका है। जिनमें उपाध्यक्ष जुगेंद्र सिंह, अजय यादव, कनिष्ठ उपाध्यक्ष शीलेन्द्र यादव, ऋषिपाल सिंह, संयुक्त सचिव प्रशासनिक राहुल पाल, लाइब्रेरियन धर्मपाल, ऑडिटर रामअवतार एवं संचालन समिति वरिष्ठ खंड के पान सिंह शामिल हैं। 
चुनाव परिणाम की घोषणा होते ही समर्थकों ने जश्न मनाया और अपने चहेते विजेता प्रत्याशी का फूल-मालाओं आदि से स्वागत किया।

एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज प्रकरण में सीएम योगी ने लिया एक्शन।

◆ बाराबंकी सीओ सस्पेंड, पूरी चौकी लाइन हाजिर।

प्रवाह ब्यूरो
लखनऊ। सीएम योगी ने बाराबंकी जिले में छात्रों की समस्या पर सख्त संज्ञान लिया है। लाठी चार्ज को लेकर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त की है। साथ ही उन्होंने अयोध्या के मंडलायुक्त और पुलिस महानिरीक्षक को जांच के निर्देश दिए है।
इधर एबीवीपी छात्रों पर हुए लाठी चार्ज को लेकर पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए क्षेत्राधिकारी नगर हर्षित चौहान को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं नगर कोतवाली प्रभारी आरके राणा और गदिया चौकी के सभी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया। सरकार ने आईजी अयोध्या प्रवीण कुमार को मामले की जांच सौंपी है। इसके अलावा अयोध्या कमिश्नर गौरव दयाल को यूनिवर्सिटी की वैधता की जांच के आदेश भी दिए हैं।
जिसके चलते ही मंगलवार दोपहर 2:30 बजे कमिश्नर गौरव दयाल और आईजी प्रवीण कुमार यूनिवर्सिटी पहुंचे। उन्होंने लाठीचार्ज की घटना की जांच की।
इधर, छात्राओं की पिटाई से नाराज एबीवीपी छात्रों ने विधानसभा का घेराव कर जमकर नारेबाजी की। पुलिस ने छात्रों को हटाने की कोशिश की तो वे सड़क पर बैठ गए। तदोपरांत पुलिस ने टांगकर उन्हें वैन में भरा और इको गार्डन ले गई।
इसके अलावा छात्रों ने लखनऊ यूनिवर्सिटी के बाहर भी प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्र पुलिस की गाड़ी पर चढ़ गए। छात्र यूनिवर्सिटी से विधानसभा तक पैदल मार्च निकालने वाले थे, लेकिन पुलिसवालों पर एक्शन के बाद पैदल मार्च को स्थगित कर दिया।

वहीं दूसरी तरफ संभल में भी एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद का फोटो हाथों में लेकर पुतला दहन किया। यह विरोध बाराबंकी के रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में किया गया। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि लखनऊ प्रशासन ने शांतिपूर्वक धरना दे रहे छात्रों पर लाठीचार्ज किया।
यह प्रर्दशन एबीवीपी कार्यकर्ताओं द्वारा विभाग के संगठन मंत्री दिवाकर बाबरा के नेतृत्व में संभल में शंकर कॉलेज चौराहे पर किया गया।

जैसे कश्मीर से, वैसे ही संभल से हो सकता है हिंदुओं का पलायन – आचार्य प्रमोद कृष्णम।

बोले-  कल्कि निर्माण में रोक, जागरण रोकने या मंदिरों को नुकसान पहुंचाने का काम किया गया।

कहा- इन सभी के पीछे संभल की सियासत जिम्मेदार, योगी सरकार के आने से हिंदुओं में जगी है कुछ आस।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल में हिंसा को लेकर न्यायिक आयोग द्वारा तैयार की गई जांच रिपोर्ट में जहां हिंदुओं की आबादी आजादी से अब तक घटकर मात्र 15 प्रतिशत रह जाने का अनुमान बताया गया है तो वहीं घटती हुई आबादी को देखते हुए कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इसे कश्मीर की तरह हिंदुओं की संख्या संभल में भी घटने की बात कही है।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपना बयान देते हुए कहा है कि हिंदुओं के साथ अत्याचार करने, मंदिरों को नुकसान पहुंचाने तथा हिंदू मुसलमानों के बीच लंबी खाई पैदा करने का काम किया गया जिसकी जिम्मेदार संभल की सियासत है।
कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपना बयान देते हुए कहा कि संभल में 40 वर्षों तक डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क की सियासत रही। आज उनके पोते सांसद हैं।
संभल में पहले कल्कि मंदिर निर्माण पर रोक लगाने, हिंदू मुसलमान के बीच खाई पैदा करने, हिंदुओं के जागरण रोकने तथा मंदिरों को नुकसान पहुंचाने का काम किया गया। संभल में हिंदुओं के साथ जो भी हुआ उस सब की जिम्मेदार संभल की सियासत है।
उन्होंने कहा कि कश्मीर से हिंदुओं का पालन हुआ, वैसे ही संभल से हिंदुओं का पलायन हुआ है।
योगी सरकार के आने के बाद हिंदुओं में कुछ आस जगी है। उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भी कहा कि 2027 में  परिवर्तन हुआ तो फिर क्या होगा। जहां उन्होंने योगी सरकार से संभल के हिंदुओं की सुरक्षा का आग्रह भी किया।

गजब! बिना सैलरी 15 साल बने रहे पीडब्ल्यूडी अफसर।

बिना वेतन इतने लंबे समय आखिर कैसी चलता रहा घर-बार।

एक माह बाद रिटायर होने वाले है साहब! तब याद आया सैलरी नहीं तो पेंशन कैसे मिलेगी?

प्रवाह ब्यूरो
लखनऊ। यह खबर गजब ही नहीं बल्कि हैरान करने वाली है। जी हां, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के एक अधिकारी ने पूरे 15 साल तक बिना सैलरी के नौकरी की। अब जब वह महज एक माह बाद सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं, तब उन्हें एहसास हुआ कि वेतन ही नहीं लिया तो पेंशन कैसे मिलेगी। क्योंकि पेंशन तो वेतन और सेवा रिकॉर्ड पर आधारित होती है।
विभागीय स्तर पर कागजी खानापूर्ति के चलते यह मामला सालों तक दबा रहा और अफसर भी चुपचाप अपनी ड्यूटी निभाते रहे।
अब जब रिटायरमेंट नजदीक आया तो पेंशन के कागज़ात तैयार करने में सैलरी का पूरा रिकॉर्ड न होने की गड़बड़ी उजागर हो गई।
बता दें कि लोक निर्माण विभाग के एक वरिष्ठ इंजिनियर साहब इन दिनों खासे चर्चा में हैं। है। चर्चा हो भी क्यों न? पिछले 15 साल से उन्होंने अपना सैलरी अकाउंट चेक तक नहीं किया। उन्हें पता ही नहीं चला कि वर्ष 2010 के बाद से उनके अकाउंट में सेलरी आ ही नहीं रही है। अब जब एक माह बाद साहब को रिटायर होना है तो अचानक उन्हें ध्यान आया कि अरे 15 साल हो गए सैलरी तो मिल ही नहीं रही है तो फिर रिटायर होने के बाद पेंशन कैसे मिलेगी? अब पेंशन रुकावट की उलझन देख साहब ने आनन-फानन में सैलरी बहाल करने के साथ पिछले 15 साल का वेतन देने की भी गुहार लगाई है। जांच-पड़ताल में पता चला कि 15 साल पहले साहब के घर में उनके जरूरी दस्तावेज खो गए थे। इस बीच साहब प्रमोशन पाते-पाते सीनियर पद पर पहुंच गए लेकिन अभी तक कभी सैलरी का मुंह नहीं देखा। इतना ही नहीं साहब अपने से बड़े अफसरों के इतने चहेते थे कि कभी पीडब्ल्यूडी से ज्यादा राजकीय निर्माण निगम के अहम प्रॉजेक्ट्स में लगे रहे। अब रिटायरमेंट से एक महीना पहले उन्हें सैलरी की चिंता हुई है तब विभाग को बताया कि घर पर गुम हुए दस्तावेज मिल गए है लिहाजा पिछला पूरा वेतन दे दिया जाए। मामला सामने आते ही विभाग में हड़कंप मच गया है। अब विभाग में उनकी सैलरी चर्चा में हैं। जहां लोग भी सवाल उठा रहे हैं कि आखिर एक अधिकारी बिना वेतन के इतने लंबे समय तक कैसे काम करता रहा और विभाग को अब तक इसकी भनक क्यों नहीं लगी।

भारी बारिश के चलते 12वीं तक के स्कूलों में एक दिन का अवकाश।

संभल जनपद में लगातार हो रही बारिश को लेकर डीएम ने दिया निर्देश।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल जनपद में लगातार हो रही अत्यधिक बारिश के चलते छात्र-छात्राओं को विद्यालय आने-जाने में परेशानी को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने जनपद के समस्त 12वीं तक के स्कूलों में एक दिन का अवकाश घोषित किया है।

बता दें कि संभल जनपद में बीते रविवार रात्रि से लगातार बारिश हो रही है। सोमवार को भी दिन भर बारिश होती रही। ऐसे में कुछ विद्यालयों में बारिश को देखते हुए अवकाश घोषित कर दिया गया तथा कुछ जगह अवकाश नहीं होने के चलते बच्चे बारिश के बीच विद्यालय पहुंचे थे।
लगातार बारिश को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने 2 अगस्त मंगलवार को जनपद के समस्त माध्यमिक शिक्षा, बेसिक शिक्षा विभाग तथा सीबीएसई, आईसीएससी आदि सभी बोर्ड के कक्षा नर्सरी से 12वीं तक के हिंदी तथा अंग्रेजी माध्यम के सभी राजकीय, परिषदीय और शासकीय, वित्तविहीन, मान्यता प्राप्त विद्यालयों में अवकाश घोषित किया है। साथ ही जिलाधिकारी के स्पष्ट निर्देश हैं कि यह अवकाश केवल विद्यार्थियों के लिए है। विद्यालयों के सभी शिक्षक और कर्मचारी नियत समय पर उपस्थित रहेंगे और अपने शैक्षिक एवं विभागीय कार्यों का निर्वहन करेंगे।

गणेश मेला में ड्यूटीरत कांस्टेबल की नाले में गिरने से मौत।

चंदौसी की गणेश मेला कोतवाली में मुंशी के पद पर तैनात थे कांस्टेबल रजनीश कुमार।

भारी बारिश के चलते सड़कों पर भरा था पानी, बाइक फ़िसल कर नाले में जा गिरी।

बड़ा एवं गहरा नाला होने के चलते बाहर नहीं निकल सके रजनीश कुमार।

अत्यंत दुखद घटना से पुलिस महकमे में दौडी शोक की लहर।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। सोमवार सुबह चंदौसी के गणेश चौथ मेला कोतवाली में मुंशी पद पर तैनात सिपाही रजनीश कुमार की नाले में डूबने से मौत हो गई। कुछ देर बाद मुहल्ले के लोगों ने नाले में बहते हुए शव को देखा तो मौके पर भीड़ इकट्ठा हो गई और घटना की सूचना तुरंत कोतवाली पुलिस को दी गई। तब जाकर शव बाहर निकला गया। घटना की सूचना पर मेला कोतवाली इंचार्ज और पुलिस क्षेत्राधिकारी मौके पर पहुंच गए।
बता दें सोमवार को बरसात के दौरान ही सिपाही रजनीश कुमार मेला कोतवाली से निकलकर बाइक से शहर में जा रहे थे की जल भराव के चलते अंदाजा न होने के कारण वह बाइक सहित नाले में गिर गए। बाइक तो पुलिया में उलझ कर रुक गई किन्तु बड़ा एवं गहरा नाला होने के चलते रजनीश कुमार बाहर नहीं निकल सके और पुलिया के अंदर चले गए जहां काफी देर बाद दूसरी तरफ जाकर निकले। इस दौरान डूबने से उनकी मौत हो गई।
शव को पानी में उतराता देखकर मोहल्ले के लोगों ने पुलिस को सूचना दी, जिस पर पुलिस ने शव को बाहर निकलवाया और अस्पताल भेजा, लेकिन वहां डॉक्टरों ने सिपाही को मृत घोषित कर दिया। मृतक कांस्टेबल रजनीश कुमार यूपी के बिजनौर जनपद के निवासी थे।
सूचना पर सीओ अनुज चौधरी, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मोहित चौधरी व मेला कोतवाली प्रभारी सत्येंद्र पवार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। घटना से पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई है।

अवगत रहे कि शहर के आज भी अधिकांश नाले खुले पड़े हैं जिनमें इंसान और जानवर अक्सर हादसे का शिकार हो रहे हैं लगातार मीडिया द्वारा आगाह किए जाने के बाद भी जिम्मेदारों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया है। इसी का परिणाम है कि हादसे दर हादसे होते जा रहे हैं जिसके चलते ही आज कांस्टेबल रजनीश कुमार को भी अपनी जान गंवानी पड़ी।

एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि थाना चंदौसी में कांस्टेबल रजनीश कुमार जो कि चंदौसी मेले में मुंशी के तौर पर तैनात थे, जब सुबह वो ड्यूटी पर आ रहे थे तो सड़क जलमग्न होने के कारण उनकी बाइक फिसल गई और वो नाले में जा गिरे। नाले की चौड़ाई काफी लंबी और लंबाई 25 मीटर के आस-पास होने के कारण वो बाहर नहीं निकल पाए। उनकी डूबने की वजह से मौत हो हुई। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है जहां उन्हें राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी जाएगी।

संभल में पुलिस कार्यक्षेत्र में फेर बदल, 12 निरीक्षकों व 6 उपनिरीक्षकों का तबादला।

5 निरीक्षकों का हुआ गैर जनपद तबादला, 4 उपनिरीक्षकों को मिला थाने का चार्ज।

संभल एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कार्यक्षेत्रों में किया बदलाव।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल जनपद में कानून व्यवस्था को मजबूत बनाए रखने के उद्देश्य से एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने जनपद के 12 निरीक्षकों तथा 6 उपनिरीक्षकों के कार्य में फिर बदल किया है। वहीं जिनमें से पांच निरीक्षकों का गैर जनपद तबादला किया गया है तथा चार उपनिरीक्षकों को थाने का चार्ज दिया गया है।
महिला थाने की प्रभारी पूनम राठी का भी गैर जनपद स्थानांतरण किया गया है। वहीं पुलिस लाइन से उप निरीक्षक लवनीश कुमार को एसपी पीआरओ बनाया गया है।
संभल जनपद में कानून व्यवस्था को मजबूत बनाए रखने के दृष्टिगत एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कार्यक्षेत्र में बदलाव करते हुए 12 निरीक्षकों को इधर से उधर किया है। जिनमें से पांच का गैर जनपद स्थानांतरण किया गया है।
परिवार परामर्श केंद्र, मिशन शक्ति महिला प्रकोष्ठ व महिला पुलिस चौकी प्रभारी निरीक्षक पूनम कुमारी व जन शिकायत प्रकोष्ठ के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार मिश्रा, महिला थाने की प्रभारी निरीक्षक पूनम राठी तथा कुढ़फतेहगढ थाना प्रभारी निरीक्षक संदीप राज सिंह व डीसीआरबी, अपराध कार्यप्रणाली प्रभारी अखिलेश गंगवार का गैर जनपद स्थानांतरण किया गया है।
इसके अलावा कैला देवी थाना प्रभारी निरीक्षक सत्य प्रकाश सिंह को जन शिकायत प्रकोष्ठ प्रभारी बनाया गया है।
नखासा से प्रभारी निरीक्षक रजनीश कुमार को यूपी 112 प्रभारी बनाया गया है।
इसके साथ ही पुलिस लाइन से निरीक्षक कश्मीर सिंह यादव को डीसीआरबी अपराध कार्यप्रणाली प्रभारी बनाया गया है।
एंचोड़ा कंबोह थाना प्रभारी निरीक्षक से संजीव कुमार बालियान को  नखासा थाने का प्रभारी निरीक्षक बनाया गया है।
वहीं निरीक्षक मेघपाल सिंह को प्रभारी निरीक्षक बनियाठेर से जुनावई थाना प्रभारी निरीक्षक भेजा गया है।
जुनावई थाना प्रभारी निरीक्षक से उमेश सिंह को कुढ़फतेहगढ थाना प्रभारी निरीक्षक बनाया है। इसके अलावा यूपी 112 प्रभारी निरीक्षक रेनू देवी को महिला थाने की प्रभारी निरीक्षक बनाया गया है।
वहीं उपनिरीक्षकों में पुलिस लाइन से उपनिरीक्षक सौरभ त्यागी को थाना अध्यक्ष कैला देवी बनाया गया है। उप निरीक्षक मनोज कुमार वर्मा को पीआरओ एसपी व सोशल मीडिया सेल से थाना अध्यक्ष बनियाठेर का चार्ज दिया गया है। किसके साथ ही उपनिरीक्षक मोहित कुमार काजला को वरिष्ठ उपनिरीक्षक एंचोड़ा कंबोह से एंचोड़ा कंबोह का ही थाना अध्यक्ष बनाया है।
उप निरीक्षक रुकमपाल पाल सिंह को अपराध शाखा से थाना अध्यक्ष महिला पुलिस चौकी परामर्श केंद्र चंदौसी का प्रभारी बनाया गया है। उप निरीक्षक राजाराम को मॉनिटरिंग सेल से प्रभारी मॉनिटरिंग सेल बनाया गया है। उपनिरीक्षक लवनीश कुमार को पुलिस लाइन से एसपी पीआरओ व मीडिया सेल प्रभारी बनाया गया है।

खुलासा : बहन से अफेयर के चलते की गई थी छात्र सुमित की हत्या।

सनोज ने अपने 2 दोस्तों के साथ मिलकर बनाया था हत्या करने का प्लान।

नाबालिग सहित दो आरोपी गिरफ्तार, हत्या में प्रयुक्त छुरा भी बरामद।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल के चंदौसी कोतवाली क्षेत्र में बीते दिनों हाई स्कूल के छात्र की गला काटकर हत्या करने का संभल पुलिस ने खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जिनमें एक नाबालिग है।
दोनों ने गांव के ही अपने दोस्त की बहन के साथ मृतक सुमित का प्रेम प्रसंग होने के चलते गला काटकर हत्या की थी।
जहां पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त किया गया छुरा भी बरामद किया है।
चंदौसी कोतवाली क्षेत्र के कैथल गांव निवासी 14 वर्षीय सुमित पुत्र नरेश का शव गर्दन कटा हुआ गांव से कुछ ही दूरी पर खेत में मिला था। मौके पर एसपी, एएसपी तथा फॉरेंसिक टीम पहुंची थी। सुमित चंदौसी के इंटर कॉलेज में कक्षा दस में पढ़ता था। मृतक सुमित की बहन ने घटना के दौरान गांव के ही युवक पर हत्या का आरोप लगाया था। परिजनों में प्यारेलाल ने भतीजे की हत्या होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने घटना का अनावरण करने के लिए चार टीमें में गठित की थीं।
घटना का खुलासा करते हुए पुलिस ने गांव के ही नाबालिग सहित दो आरोपियों में 18 वर्षीय गोविंद पुत्र गिरिराज तथा एक 16 वर्षीय नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया। जिनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने हत्या करने की बात स्वीकार कर ली।

गांव के ही सनोज की बहन से प्रेम प्रसंग बना हत्या का कारण।

मृतक सुमित का गांव के ही सनोज की बहन से प्रेम प्रसंग था। मृतक सुमित सनोज के घर आता जाता था।
सनोज ने इसकी जानकारी गांव के ही अपने दोस्त गोविंद और एक नाबालिग को दी थी। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने सुमित से कई बार सरोज की बहन से दूरी बनाने को कहा था, लेकिन वह नहीं माना।
फिर उसके साथ दोस्ती की। बीते 25 अगस्त की देर शाम को वह घर से निकला तो उसे जंगल की ओर ले गए। जिसके साथ गांव का ही सनोज, गोविंद और एक नाबालिग था। वहां पहुंचकर सनोज ने सुमित को अपनी बहन से दूरी बनाने को कहा। लेकिन वह नहीं माना तो सनोज को गुस्सा आ गया।
जहां सनोज ने छुरा लिया और गोविंद ने उसकी गर्दन पकड़ी तथा नाबालिग ने सुमित के दोनों पैर पकड़ लिए। जिसके बाद सनोज ने सुमित की गर्दन छुरे से काट दी।
आधी से अधिक गर्दन काटने के चलते सुमति की मौत हो गई। गोविंद ने अपने हाथ में ग्लब्स पहना था। जिसे उतार कर वह वहां से फरार हो गए और तीनों घबरा गए थे। छुरा भी बराबर के ही खेत में फेंक दिया था। जिन्हे सुमित के साथ जंगल में जाते हुए अन्य लोगों ने देख लिया था। सनोज ने खुलासे के डर से इसकी जानकारी अपने दोस्त प्रदीप को दी थी और बचाने को कहा था।
लेकिन पुलिस ने गोविंद और नाबालिग को जीरो पॉइंट पेट्रोल पंप के आगे तिराहे पर जाने वाले मार्ग से गिरफ्तार कर लिया।

संभल हिंसा : न्यायिक आयोग ने मुख्यमंत्री को सौंपी 450 पेज की रिपोर्ट।

1947 में संभल में 45 प्रतिशत थी हिंदू आबादी, अब घटकर 15 प्रतिशत बची।

आजादी से अब तक आखिर कैसे घटी 30 प्रतिशत हिंदू आबादी।

राज्य कैबिनेट के समक्ष रिपोर्ट की जाएगी पेश, मंजूरी मिलने के बाद विधानसभा सत्र में सदन में रखा जाएगा।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। उत्तर प्रदेश के संभल जनपद में बीते दिनों हुई हिंसा पर न्यायिक आयोग द्वारा 450 पेज की रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी गई है। जिसमें एक बड़ा खुलासा सामने आया है। जहां 1947 में आजादी के दौरान हिंदू आबादी 45 प्रतिशत थी तो वहीं अब घटकर 15 प्रतिशत रहने का दावा किया गया है। आखिर आजादी से अब तक इतनी हिंदू आबादी कैसे घटी, इसको लेकर भी चर्चा बनी हुई है।
न्यायिक आयोग ने गुरुवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर गोपनीय जांच रिपोर्ट सौंपी है।
बीते दिनों संभल की शाही जामा मस्जिद पर सर्वे के दौरान हुई हिंसा को लेकर न्यायिक आयोग द्वारा जांच रिपोर्ट तैयार की गई थी। जांच आयोग टीम ने सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की थी। जिसे लखनऊ में गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दिया गया है। रिपोर्ट के माध्यम से हिंदू आबादी घटने का दावा किया गया है।
संभल में आजादी से अब तक 15 दंगे हो चुके हैं। आजादी के बाद लगातार हिंदू आबादी संभल से कम होती चली गई। जो कि अब सिर्फ 15 प्रतिशत रह गई है। जहां 1947 से अब तक यहां 30 प्रतिशत आबादी घटी है।
संभल में जामा मस्जिद की सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में चार लोगों की मृत्यु हो गई थी। बीते वर्ष 29 नवंबर को हिंसा की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया गया था। न्यायिक आयोग की टीम ने जांच रिपोर्ट तैयार कर गुरुवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात कर सौंप दिया।
मुख्यमंत्री को 450 पेज की गोपनीय जांच रिपोर्ट सौंपी गई है।
जांच रिपोर्ट पहले राज्य कैबिनेट के समक्ष पेश की जाएगी। जिसके पश्चात कैबिनेट से मंजूरी मिलने पर विधानसभा सत्र के दौरान इसे सदन में रखा जाएगा। संभल हिंसा से जुड़ा विस्तृत विवरण रिपोर्ट में पेश किया गया है।

आजादी से अब तक संभल में हुए 15 दंगे, जिनके चलते ही पलायन कर गई लगभग एक तिहाई हिंदू आबादी।


1947 से अब तक 30 प्रतिशत हिंदू आबादी घट गई। सूत्रों के मुताबिक संभल में 15 दंगे हो चुके हैं,जिनमें लगातार हिंदुओं की संख्या घटती चली गई। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि मुस्लिम समुदाय द्वारा हिंदुओं को डराया धमकाया जाता था ,उनकी संपत्ति पर कब्जा किया जाता था। इसके अलावा उन्हें धर्मांतरण पर मजबूर किया जाता था तथा मौत के घाट भी उतार दिया जाता था।
डर के चलते संभल में हिंदू की आबादी लगातार घटती चली गई। हिंदू अपना घर संपत्ति छोड़कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर चले गए तथा कुछ दंगे में मारे गए।
हिंदू समुदाय ने शिव मंदिर की जगह मस्जिद बने होने का दावा किया था। मस्जिद के सामने हिंदुओं का कुआं भी था, जिस पर धार्मिक कार्यक्रम किए जाते थे।

गणपतिमय हुई नगरी, महापूजन उपरांत निकली 65वीं भव्य रथयात्रा।

राज्य मंत्री गुलाब देवी व प्रभारी मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने किया उद्घाटन।

बैंड बाजों की धार्मिक धुनों के बीच गूंजते रहे गणपति बप्पा के जयकारे।

यूट्यूब चैनलों पर भी दिखा रथयात्रा का लाइव प्रसारण, दर्शकों में फोन में भी कैद करने रही होड।

प्रवाह ब्यूरो
संभल बुधवार को गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर मिनी वृंदावन नगरी चंदौसी में भगवान गणेश की भव्य रथ यात्रा निकाली गई।
65वीं रथयात्रा में 16 स्वचलित झांकियों सहित कुल 41 रथ शामिल हुए जहां लाखों भक्तों एवं श्रद्धालुओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा अत्यंत भव्यता के साथ-साथ अविस्मरणीय बना दिया। इतना ही नहीं रथ यात्रा में मुंबई के सफेद और गोल्डन सीप से बनी गणेश जी की मुख्य झांकी आकर्षण का केंद्र रही। जहां बैंडबाजे, भांगड़ा जत्थे और संकीर्तन समूह ने यात्रा को और अधिक शोभायमान कर दिया।
एशिया की सबसे बड़ी मूर्ति मानी जाने वाली 145 फीट ऊंची गणेशजी की प्रतिमा मेले की विशेषता है। श्रद्धा-भक्ति और उल्लास से परिपूर्ण गणेश यात्रा का मुख्य आकर्षक थीं। जहां अनेक असंख्य स्वचालित झांकिया 12 फीट या इसके भी ऊंची अलग-अलग झांकियों के एक्शन में पौराणिक व देव कथाओं के कई अहम दृष्टांत और प्रसंग थे। साथ ही रंग-बिरंगी रोशन में नहाई हुई प्रत्येक झांकी की स्वचालित मुद्रा भी उससे संबंधित कथासार को बताने में मदद कर रही थी।
इससे पूर्व गणेश मंदिर पर दोपहर बाद जिले के प्रभारी मंत्री धर्मवीर प्रजापति और माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री गुलाब देवी ने फीता काटकर रथयात्रा की शुरूआत कराई।

इस अवसर पर मेला परिषद के पदाधिकारियों ने उपस्थित दोनों मंत्रियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। जहां बैंड बाजों की धार्मिक धुनों के बीच गणपति बप्पा के जयकारे गूंजते रहे। यूट्यूब चैनलों पर भी सैकड़ो श्रद्धालुगणों घर बैठे ही रथयात्रा का लाइव प्रसारण देखते रहे इसके अलावा यात्रा में मौजूद दर्शकों में अपने-अपने फोनों में भी कैद करने की होड दिखी।
दो दिन पूर्व सोमवार को प्रारंभ हुए गणेश मेले के क्रम में आयोजित रथयात्रा के आकर्षण ने शहर ही नहीं, नजदीक के कई कस्बों व जिलों के लोगों का भी संभल का रुख मिनि वृंदावन नगरी की ओर कर दिया।
मेला संस्थापक डॉ. गिरिराज किशोर के पुत्र मनोज गुप्ता ‘मीनू’ ने कहा कि भगवान गणेश की कृपा से 1961 में एक झांकी से शुरू हुआ गणेश मेला आज 41 झांकियों तक पहुंच गया है।
सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश करते हुए मुस्लिम समुदाय ने 2 कुंटल मोतीचूर का लड्डू भी भोग स्वरूप में चढ़ाया।
सुरक्षा व्यवस्था के लिए स्थानीय पुलिस के साथ अन्य जिलों से आई पुलिस और पीएसी बल को तैनात किया गया। वहीं जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया एवं एसपी कृष्ण विश्नोई भी रथयात्रा देखने पहुंचे।

चंदौसी कस्बे में रथयात्रा गणेश मंदिर से प्रारंभ होकर सीता रोड, मनिहार चौक, बिसौली गेट, बड़ा बाजार, घंटाघर, फड़ियाई बाजार, ब्रह्म बाजार, कैथल गेट, मेला ग्राउंड रोड इंदिरा मार्ग होते देर रात गणेश मंदिर पहुंचकर संपन्न हुई। रथयात्रा की शुरूआत से ही देर रात संपन्न होने तक पूरा शहर गणपतिमय नजर आया।