अपराधियों पर नकेल कसने वाले ‘संभल एसपी’ को मिला मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक।

जनपद में फर्जी बीमा माफियाओं का पर्दाफाश कर, 68 लोगों की करा चुके हैं गिरफ्तारी।

इस वर्ष 100 करोड़ से अधिक धनराशि की धोखाधड़ी करने वालों का भी किया पर्दाफाश।

अन्य जनपदों में भी तैनाती के दौरान अपराधियों पर लगाई थी लगाम।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। 79 में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई को मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उनके लिए संभल जनपद में अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने तथा बीमा माफियाओं का पर्दाफाश कर अब तक 68 गिरफ्तारी कराने के मामले में दिया गया है। संभल एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई द्वारा विभिन्न राज्यों में फैले बीमा माफियाओं के गिरोह का पर्दाफाश कर 68 गिरफ्तारी तथा विभिन्न कंपनियों के नाम से मृत लोगों के नाम पर निकाले गए 27 ट्रैक्टर भी बरामद किए गए थे। इसके अलावा जनपद में फर्जी आधार कार्ड बनाने वालों के गिरोह का भी पर्दाफाश किया।
संभल जनपद के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बीते दिनों जनपद के शाही जामा मस्जिद पर सर्वे के दौरान फैली हिंसा में पुलिस को सक्रिय रखने तथा हिंसा में अपराधियों पर नकेल कसने में मुख्य भूमिका निभाई।
जनपद में गरीबों तथा मृत लोगों के नाम पर करोड़ों की धनराशि हड़पने वाले बीमा माफियाओं का खुलासा कर अब तक 68 बीमा माफियाओं की गिरफ्तारी करा चुके हैं।

संभल जनपद में बीमा माफियाओं का गिरोह लगभग 10 वर्ष से अधिक समय से सक्रिय था। आ रही शिकायतों के आधार पर एक बड़ा एक्शन लेते हुए एसपी ने बीते 18 जनवरी से अब तक बीमा माफियाओं के विभिन्न राज्यों में फैले गिरोह का पर्दाफाश किया। जहां राज्य के अलग-अलग जनपदों तथा विभिन्न राज्यों से गिरफ्तारियां की।
जनपद में गरीब तथा मृत लोगों और मरणासन्न अवस्था में होने वाले लोगों के घर जाकर परिजनों से मिलकर उनके फर्जी दस्तावेज तैयार कर उनके नाम पर लाखों की धनराशि हड़पते थे। बीमा कंपनी तथा बैंक कर्मचारियों से सांठ-गांठ कर 100 करोड़ से अधिक की धनराशि हड़पने का मामला सामने आया। जिनकी जड़ देश के विभिन्न राज्यों में फैली हुई थी। एसपी ने संभल पुलिस को सक्रिय करते हुए एक अभियान चलाया। जड़ तक पहुंच कर बीमा माफियाओं का पर्दाफाश किया।

मृत लोगों व मरणासन्न अवस्था में रहने वाले लोगों के नाम पर विभिन्न कंपनियों से ट्रैक्टर खरीदकर उन्हें कुछ कम कीमत पर बेचते थे, जिनका पर्दाफाश किया और 27 ट्रैक्टर पुलिस ने बरामद किए थे। इतना ही नहीं जनपद में फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का खुलासा कर गिरफ्तारी की।
जनपद में उत्कृष्ट कार्य करने तथा अपराधियों पर नकेल डालने वाले जांबाज एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है।

मेरठ, मुजफ्फरनगर तथा गोरखपुर में तैनाती के दौरान भी माफियाओं की संपत्ति कराई थी कुर्क।

संभल से पहले गोरखपुर तथा मेरठ में तैनात रहे एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने माफियाओं के छक्के छुड़ाते हुए उन पर नकेल कसी दी थी।
मेरठ में अंडर ट्रेनिंग के दौरान माफियाओं के प्रति अपना सख्त रवैया दिखाया। 5 लाख के इनामी गैंगस्टर बदन सिंह बद्दो की मेरठ में स्थित आलीशान कोठी को ध्वस्त करवा कर जमीन को चिन्हित कर माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्यवाही की थी। इसके अलावा माफिया योगेश भदौड़ा और भूपेंद्र बाफर की भी अवैध संपत्ति को गैंगस्टर से अटैच करवाया था।
मेरठ में हुए किसान आंदोलन के दौरान किसानों के साथ समन्वय स्थापित करने में भी एसपी संभल की काफी सराहनीय चर्चा सामने आई थी।
मुजफ्फरनगर में भी एएसपी के पद पर तैनाती के दौरान वहां के माफिया सुशील मूंछ और संजीव जीवा की संपत्ति खंगाल कर लगभग 20 साल पुराने मामले में जेल भेजा।
गोरखपुर में माफिया विनोद उपाध्याय और राजन तिवारी के खिलाफ कार्यवाही की थी। जहां विनोद उपाध्याय की गुलरिया स्थित कोठी को भी जमींदोज करवाया। एसटीएफ द्वारा एक लाख के इनामिया को मुठभेड़ में मार गिराया था।
इसके अलावा भूमाफिया जवाहर यादव की 416 करोड़ की संपत्ति और कमलेश यादव की 195 करोड़ की संपत्ति तथा अभिषेक यादव की 103 करोड़ की संपत्ति गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क की।
स्मैक किंगपिन पंडिताइन की लगभग 13 करोड़ की तथा स्मैक की दूसरी किंगपिन मंजू निषाद की 33 करोड़ की संपत्ति पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही कर कुर्क की। जहां अन्य भूमाफियाओं में रघुनाथ सिंह और ओमप्रकाश पांडेय जैसे अपराधियों के खिलाफ कार्यवाही कर एक अलग छाप छोड़ी।
इतना ही नहीं एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने अपनी तैनाती के दौरान अलग-अलग जनपदों में वहां के अपराधियों पर नकेल कसने में अपनी मुख्य भूमिका निभाई है। अपनी सक्रियता के चलते ही प्रत्येक जनपद में पदस्थ रहने के बाद एसपी संभल का सुर्खियों में रहना अब आम बात हो गया है।
जहां अब संभल में भी अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाकर सख्त कार्यवाई करने जैसे उत्कृष्ट कार्य करने पर उन्हें मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है।

गणेश मंदिर में पंच पुरोहितों ने वेद मंत्रों से कराया महाभिषेक।

गंगोत्री, यमुनोत्री सहित 31 गंगा कुंडों से लाया गया पवित्र जल।

गणेश चतुर्थी के 65वें महोत्सव की चल रहीं तैयारियां।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल जनपद के चंदौसी में गणेश चतुर्थी पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम की तैयारियां तेज हो गई हैं। चंदौसी गणेश मंदिर में बाबा गणपति का पंच पुरोहितों द्वारा वेद मंत्रों के साथ गणेश स्तुति कर महाअभिषेक किया गया। महाभिषेक के लिए गंगोत्री तथा यमुनोत्री सहित 31 गंगा कुंडों से पवित्र जल लाया गया।
चंदौसी में आयोजित होने वाले गणेश चतुर्थी के कार्यक्रम को लेकर मेला गणेश समिति और जिला प्रशासन द्वारा तैयारियां तेज कर दी गई हैं। मिनी वृंदावन के नाम से प्रसिद्ध हुई चंदौसी नगरी में 65वां गणेश महोत्सव मनाया जाएगा।
जिसकी प्रतिदिन के कार्यक्रम की रूपरेखा भी तैयार कर ली गई है।
सीता रोड स्थित गणेश मंदिर में भगवान गणपति बाबा का महा अभिषेक मंदिर के महेंद्र पंडित सुधांशु उपाध्याय ने मंत्र उच्चारण के साथ कराया।  जिसमें पंच पुरोहितों द्वारा वेद मित्रों से गणेश स्तुति की गई, जिसके साथ महाभिषेक किया गया।

चंदौसी में कार्यक्रम की शुरुआत करने वाले डॉ. गिरिराज किशोर गुप्ता का स्मरण करते हुए उनके बेटे मंदिर सेवादार मनोज गुप्ता मीनू ने चर्चा की। मंदिर सेवादार राहुल चौधरी ने बताया कि दूध, दही, बूरा, शहद के साथ गंगोत्री, यमुनोत्री सहित 31 गंगा कुंडों का पवित्र जल लाकर महाभिषेक किया गया है।
नगर के श्रद्धालु विभिन्न स्थानों से जल लेकर आए। उन्होंने बताया कि आज से ही मंदिर परिसर का श्रंगार कार्य शुरू होगा। मंदिर को आकर्षित बनाने के लिए मंदिर के सभी श्रद्धालुओं का विशेष योगदान रहता है। महाभिषेक के बाद मंदिर की आरती का प्रसाद वितरण किया गया।
इस दौरान ललित किशोर गुप्ता, सुधीर गुप्ता, रविंद्र कुमार रूपी, डॉ राजीव गुप्ता, मुकेश ब्रेड, मेजर शशिकांत गुप्ता, सुनील गुप्ता, अभिषेक गुप्ता, अंजू गुप्ता, नीतू गुप्ता, गुंजन गुप्ता, प्रतिभा चौधरी, शुभम अग्रवाल, सुशील भोलेनाथ, पंडित अनिल शर्मा आदि मौजूद रहे।

जन्माष्टमी पर निकली भव्य शोभा यात्रा, मंत्रमुग्ध हुए दर्शक।

कलाकारों की सुंदर प्रस्तुति ने मोहा मन, भक्तिमय हुआ माहौल।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। शनिवार को थाना धनारी क्षेत्र के गांव कृतिया में जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर भव्य शोभा यात्रा निकाली गई।
इस दौरान भगवान कृष्ण और राधा रानी की मनमोहक झांकियां देखने को मिलीं। शोभायात्रा शिव मंदिर कृतिया से आरंभ होकर समस्त गांव में घूमी, जहां लोगों ने पुष्प वर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया। शोभा यात्रा में कृष्ण बनी डेढ़ वर्ष की बच्ची नित्या राघव शोभा यात्रा का मुख्य आकर्षण रही। साथ ही वासुदेव की भूमिका का भी कलाकार लोकेश चौहान ने बखूबी निर्वहन किया।

शिव मंदिर आश्रम के महंत स्वामी जयवीर गिरी जी की अगुवाई में यात्रा हरि नाम संकीर्तन की धुन पर शिव मंदिर से आरंभ होते हुए संपूर्ण गांव में भ्रमण कर वापस शिव मंदिर कृतिया पर पहुंची। इस दौरान जगह-जगह हरि नाम संकीर्तन और झांकी में नृत्य करते कलाकारों ने माहौल भक्तिमय कर दिया। जहां चिलचिलाती गर्मी के मध्य शोभायात्रा में भ्रमण कर रहे समस्त भक्त एवं श्रद्धालुओं को कृतिया निवासी धर्मेंद्र राघव ने शर्बत वितरण कराया।

शोभा यात्रा संपन्न होने के पश्चात मंदिर प्रांगण में भक्तों को मखाने-मिश्री आदि मेवाओं का प्रसाद वितरण किया गया। यात्रा में भक्तों के साथ-साथ ग्राम वासियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। शोभा यात्रा में शामिल झांकियों को देखने के लिए बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। कृष्ण के जयकारों से पूरा वातावरण श्याममय हो गया। शोभा यात्रा में श्री राधा कृष्ण (सेंकी व प्रज्ञा) की व अन्य धार्मिक मनोहारी झांकियां प्रदर्शित की गईं।

जहां समस्त ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, भक्तगण झांकियों को देखने के लिए उमड़ पड़े। शोभायात्रा में शामिल ढोल नगाड़ों व डीजे की धुन ने भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया। शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए गांव के कुछ संभ्रांत व्यक्ति भी शोभा यात्रा में मौजूद रहे।
इस अवसर पर डा. गौरव उन्मुक्त, सुखपाल सिंह, मुनीश राघव, महंत जयवीर गिरी जी महाराज, वीरपाल सिंह, गौरव राघव, संजय सिंह, अमित शर्मा, लोकेश चौहान, विक्की राघव, ललित शर्मा, अरमान चौहान, योगेश राघव, ध्रुवपाल सिंह, संजय सिंह, वीरेश चौहान, मुनेंद्र राघव, सुमित राघव, महेश पाल आदि उपस्थित रहे जबकि संचालन शिवा राघव ने किया।

79वें स्वतंत्रता दिवस पर राजकीय कॉलेज के प्रधानाचार्य को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर, किया सम्मानित।

डीएम, एसपी के साथ राज्य मंत्री व जिला पंचायत अध्यक्षा ने प्रदान किया प्रशस्ति पत्र।

समग्र शिक्षा माध्यमिक के जिला समन्वयक भी हैं शहबाजपुर राजकीय कॉलेज के प्रधानाचार्य वेद प्रकाश यादव।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। शुक्रवार को स्वतंत्रता दिवस के 79वें समारोह के अवसर पर शहबाजपुर के राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य वेद प्रकाश यादव को उनके उत्कृष्ट शैक्षिक और प्रशासनिक योगदान के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। यह सम्मान माध्यमिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी, संभल जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया, संभल पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई और संभल की जिला पंचायत अध्यक्षा डॉ. अनामिका यादव की उपस्थिति में प्रदान किया गया।
बता दें कि वेद प्रकाश यादव न केवल कॉलेज के प्रधानाचार्य हैं, बल्कि वे समग्र शिक्षा माध्यमिक के जिला समन्वयक के रूप में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उनकी सक्रिय भागीदारी और नेतृत्व क्षमता से जनपद की शैक्षणिक गुणवत्ता में निरंतर उन्नयन हो रहा है। इतना ही नहीं उन्होंने विद्यालय के शैक्षिक वातावरण को अनुशासित, समावेशी और नवाचारी बनाने में भी अहम भूमिका निभाई है।
इस सम्मान से न केवल वेद प्रकाश यादव का, बल्कि पूरे क्षेत्र का गौरव बढ़ा है। विद्यालय परिवार के साथ-साथ क्षेत्रीय व स्थानीय जनमानस ने भी इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी है।

संभल के असमोली से मंसूर अली की रिपोर्ट…

79वें स्वतंत्रता दिवस पर सम्मानित हुए बदायूं एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह।

राष्ट्रपति व डीजीपी से मिला एसएसपी समेत पांच पुलिसकर्मियों को पदक।

प्रवाह ब्यूरो
बदायूं। बदायूं में 79वें स्वतंत्रता दिवस पर डीएम अवनीश राय ने कलक्ट्रेट में ध्वजारोहण किया। जहां पुलिस लाइन में एसएसपी डॉ. ब्रजेश सिंह ने ध्वजारोहण कर सराहनीय कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को भी सम्मानित किया। सम्मान पाकर पुलिसकर्मी गदगद नजर जाए। इसके अलावा जनपद के स्कूल-कॉलेजों में भी विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।

बता दें कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मियों को विशिष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया। इसी क्रम में राष्ट्रपति ने बदायूं के एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह को उत्कृष्ट पुलिस सेवा पदक से नवाजा तो वहीं परिवहन शाखा में तैनात निरीक्षक रामविलास पांडेय को भी उत्कृष्ट पुलिस सेवा पदक से सम्मानित किया गया है।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ने भी बदायूं के तीन अन्य पुलिसकर्मियों को सराहनीय सेवा चिन्ह से सम्मानित किया है। जिनमें थाना उझानी में तैनात उप निरीक्षक किशनवीर सिंह, रिजर्व पुलिस लाइन्स में तैनात हेड कांस्टेबल धर्मेन्द्र सिंह व हेड कांस्टेबल रतन सिंह शामिल हैं जिन्हें यह सम्मान प्राप्त हुआ है।

संभल में बिजली चोरी का बड़ा खुलासा, 5000 घरों के गांव में सिर्फ 148 लोगों ने जमा किया बिल।

बिजली चोरी के विरुद्ध डीएम, एसपी ने गुन्नौर के कैल गांव में किया स्थलीय निरीक्षण।

डीएम, एसपी के स्वयं निरीक्षण से जिले के विद्युत चोरों में हड़कंप।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। गुरुवार को गुन्नौर तहसील क्षेत्र के कैल गांव में भोर होते ही
डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया व एसपी कृष्ण बिश्नोई के नेतृत्व में बिजली चेकिंग अभियान चलाया गया। जहां विद्युत विभाग की टीम को बड़ी मात्रा में कटिया डालकर की जा रही विद्युत चोरी हाथ लगी है।
बता दें कि गुरुवार की तड़के बिजली चोरी के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान में डीएम, एसपी स्वयं गुन्नौर के कैल गांव में स्थलीय निरीक्षण करने जा पहुंचे। जहां 5000 से अधिक विद्युत कनेक्शन हैं बावजूद इसके सिर्फ 148 लोगों ने ही अपना बिजली बिल जमा किया है। इतना ही नहीं डीएम, एसपी ने बिजली चोरी के विरुद्ध चलाये जा रहे ने स्थलीय निरीक्षण के दौरान देखा कि गांव में आटा चक्की से लेकर जिओ टावर आदि पर कटिया डालकर चोरी से बिजली चलाई जा रही है। जिन पर एसपी, डीएम ने शीघ्र अभियोग पंजीकृत करने के लिए भी निर्देशित किया।

गांव पहुंचने पर अधिकारियों ने देखा कि तीन मंजिल मकान पर जिओ का टावर लगा है और जिसमें भी सीधे कटिया डालकर बिजली चोरी की जा रही थी, वहीं ट्रांसफार्मर से भी तार आदि डालकर चोरी की जा रही थी।
कैल गुन्नौर क्षेत्र का तकरीबन बीस हजार की जनसंख्या वाला गांव है, जहां आज भी कई घरों में बिजली के कनेक्शन नहीं मिले, किन्तु बिजली चलती हुई मिली। जहां विद्युत विभाग ने बकाया बिल जमा नहीं करने पर काफी समय पहले विद्युत कनेक्शन काट दिए हैं उसके बाद भी घरों के अंदर निरंतर बिजली की आपूर्ति हो रही थी।

विद्युत चोरी के विरुद्ध मारी गई रेड में पकड़े गए बिजली चोरों के विरुद्ध जिले के आला अधिकारियों ने संबंधित अधिकारियों को तत्काल सख्त कार्रवाई करने हेतु निर्देशित किया है।

■ क्या बोले ‘संभल एसपी’ कृष्ण कुमार बिश्नोई

बिजली खपत की समस्या को लेकर बिजली विभाग के अधिकारियों की शिकायत पर जिलाधिकारी और हमारे द्वारा निरीक्षण किया गया। बिजली विभाग के अधिकारियों तथा कर्मचारियों द्वारा गांव में जाने में असमर्थता जताई गई थी। क्योंकि बिजली चेकिंग के दौरान ग्रामीण उनके साथ मारपीट की घटना को अंजाम देते थे तथा महिलाओं को आगे कर मारपीट भी करते थे और छेड़छाड़ जैसी घटनाओं का आरोप लगाते थे।
इसलिए बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ जिलाधिकारी और हमारे द्वारा बिजली चेकिंग की गई है। जहां सिर्फ 2 प्रतिशत लोगों के ही बिल जमा हैं। जबकि 5000 से अधिक घरों में बिजली संचालित है।

■ क्या बोले ‘संभल डीएम’ डॉ. राजेंद्र पैंसिया

कैल गांव में 5,163 घरों में से मात्र 2.67 प्रतिशत लोगों का ही बिल जमा है। ग्रामीण पर बिजली बिल का लगभग 2 करोड़ से अधिक बकाया है। बिजली की खपत के साथ जल का भी दोहन करते हैं। गांव के रास्ते में भी अधिक पानी के दुरुपयोग के चलते कीचड़ भरा होता है। हमने गांव में देखा तो अधिकांश लोगों के घरों में मोटर लगी थीं। बिजली के साथ-साथ पानी का भी दोहन किया जा रहा है। गांव के रास्ते पर भी कीचड़ भर गया है। जिससे जल दोहन की भी समस्या बन रही है। हमारे द्वारा बिजली का अधिक लाइन लाॅस होने वाले प्रत्येक गांव में जाकर चेकिंग की जाएगी।
अभी इस गांव में लगभग 40 से 50 जगह कार्यवाई की गई है। जहां इसी गांव में अभी 4 से 5 दिन और निरंतर कार्यवाई की जाएगी।

विद्युत चोरी के विरुद्ध इस अभियान में एएसपी दक्षिणी अनुकृति शर्मा, एडीएम प्रदीप वर्मा, सीओ संभल आईपीएस आलोक भाटी, एसडीएम गुन्नौर वंदना मिश्रा, विद्युत विभाग एसई विनोद गुप्ता सहित संबंधित अधिकारी/कर्मचारी व लाइनमैन आदि भी रहे मौजूद।

बदायूं में दरोगा की मां की निर्मम हत्या, चारपाई पर मिला शव।

भतीजा बोला- लूट की नीयत से की हत्या, गहने-जेवरात भी उतारे।

गांव के ही हिस्ट्रीशीटर पर हत्या की आशंका, खुलासे के लिए नियुक्त हुईं पुलिस, एसओजी समेत चार टीम।

प्रवाह ब्यूरो
बदायूं। बदायूं के इस्लामनगर थाना क्षेत्र से एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। सोमवार रात घर में घुसे बदमाशों ने दरोगा की बुजुर्ग मां की हत्या कर दी। जानकारी के अनुसार दरोगा की वृद्ध मां अपने मकान में अकेले रहती थीं। पुलिस ने आशंका जताई है कि हत्या  लूट के दौरान हत्या की गई है।
बता दें कि यूपी के बदायूं जनपद के इस्लामनगर थाना क्षेत्र के मौसमपुर गांव में सोमवार रात घर में अकेली रह रही मनवीर सिंह यादव की 65 वर्षीय मां रातरानी की बदमाशों ने धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी और उनके सोने-चांदी के आभूषण लूटकर फरार हो गए। पुलिस ने इस मामले में गांव के ही एक हिस्ट्रीशीटर पर शक जताया है, जो वारदात के बाद परिवार सहित लापता भी है।
हत्या के बाद बदमाशों ने दरोगा की मां के कानों के कुंडल, पाजेब, नथ और गले का लॉकेट आदि भी उतार लिये और मौके से फरार हो गए। सुबह जब घर से कोई हलचल नहीं दिखी, तो पड़ोस की ही एक दुलारो नामक महिला उन्हें देखने पहुंचीं। दरवाजा न खुलने पर ग्रामीणों को सूचना दी गई। छत के रास्ते घर में दाखिल हुए ग्रामीणों ने बरामदे में चारपाई पर खून से लथपथ शव देखा, जिसके बाद गांव में सनसनी फैल गई।

वहीं दूसरी तरफ मृतका के भतीजे रामकिशोर ने बताया कि बदमाशों ने लूट की नीयत से हत्या की होगी। जिसके चलते ही उनके कानों के कुंडल, नाक की लौंग, गले का ताबीज और पैरों की पाजेब आदि गायब है। जहां लूट का विरोध करने पर बदमाशों ने हत्या की होगी।
मंगलवार सुबह मौके पर पहुंचे एसएसपी डॉ. ब्रजेश सिंह और एसपी देहात केके सरोज ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। जहां फॉरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य एकत्रित किए। घर में अन्यत्र कहीं लूटपाट आदि के निशान नहीं मिले, जिससे स्पष्ट है कि बदमाशों का निशाना केवल आभूषण थे। पुलिस को संदेह है कि गांव का हिस्ट्रीशीटर, जो वारदात के बाद परिवार सहित गायब है, इस हत्या में शामिल हो सकता है।
एसएसपी ने बताया कि लूट के इरादे से हत्या की गई है और शक के आधार पर हिस्ट्रीशीटर की तलाश में पुलिस व एसओजी की चार टीमें लगाई गई हैं। जल्द ही घटना का खुलासा किया जायेगा।

फेसबुक में डेटा चुराने का भ्रामक संदेश फिर हुआ वायरल।

साल 2020-21 में भी वायरल हुआ था यह संदेश, एक्सपर्ट बोले कुछ नहीं, सिर्फ अफवाह।

प्रवाह ब्यूरो
लखनऊ। आजकल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक भ्रामक मैसेज बिना पुष्टि के ही जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें दावा किया जा रहा है कि फेसबुक एक नया नियम लागू करने वाला है, जिसके तहत कंपनी यूजर्स के डेटा जैसे नाम, तस्वीर, वीडियो, फोन नंबर आदि का इस्तेमाल अपने मुताबिक कर सकेगी। अफवाह उड़ते ही पिछले 48 घंटे में लाखों लोग अपनी प्रोफाइल से धड़ाधड़ ऐसे मैसेज पोस्ट करते हुए एक डिस्क्लेमर दे रहे हैं कि मेरे डेटा का इस्तेमाल नहीं किया जाए। इसको लेकर लखनऊ में जब प्रवाह टीम ने सोशल मीडिया एक्सपर्ट से बात कर इसकी हकीकत जानी तो सोशल मीडिया साइबर एक्सपर्ट ने कहा कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है बल्कि एक अनावश्यक भ्रम फैलाया जा रहा है। इससे पूर्व ऐसा साल 2020-21 में भी हो चुका है तब भी ठीक ऐसा ही एक मैसेज वायरल हुआ था।
ऐसे पोस्ट कई सालों से चल रहे हैं। वास्तविकता में ऐसी कोई पॉलिसी नहीं बन रही है। इसके विपरीत जब आप फेसबुक जैसी प्लेटफार्म पर लाॅग इन करते हैं तभी आपको मेटा/फेसबुक के नियमों का विकल्प चुनना होता है न कि इसके उपरांत। यहां तक कि उनके नियम व शर्तो को माने बिना आप किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर साइन अप तक भी नहीं सकते हैं।

संभल में नौकरी का झांसा देकर फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार कर रुपए हड़पने वाला गिरफ्तार।

रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर नियुक्ति पत्र के साथ तैयार करता था फर्जी दस्तावेज।

संभल पुलिस ने एक आरोपी को किया गिरफ्तार दूसरा साथी फरार।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल जनपद में रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र तथा अन्य दस्तावेज तैयार कर रुपए हड़पने के आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। जो अपने साथी के साथ रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार करता था तथा अन्य दस्तावेज भी फर्जी तरीके से बनाते थे।
मुरादाबाद के बिलारी थाना अंतर्गत विजयपुर गांव निवासी भारत सिंह पुत्र कोमल सिंह ने बीते दिनों संबंधित थाने में तहरीर दी थी कि उसके साथ रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर फर्जी तरीके से नियुक्ति पत्र तैयार कर फारुख और गुड्डू द्वारा रुपए हड़पे गए थे। जहां पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था।
संभल कोतवाली पुलिस में क्षेत्र के मोहम्मदपुर टांडा गांव निवासी फारूक मलिक पुत्र सरवर अली को हयात नगर मार्ग से गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में फारूक मलिक ने बताया कि वह मेरठ के भवानपुर थाना अंतर्गत गढ़ी गांव निवासी अपने साथी मनोज तोमर पुत्र समय सिंह के साथ मिलकर रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करके रुपए ऐंठते थे तथा फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार कर आधार कार्ड , जाति प्रमाण पत्र तथा मूल निवास के साथ अन्य दस्तावेज भी फर्जी तरीके से तैयार करते थे।
संभल कोतवाली पुलिस ने आरोपी फारूक मलिक को गिरफ्तार कर संबंधित धाराओं में दर्ज मुकदमे के आधार पर कार्रवाई करते हुए जेल भेजा है।

गणेश चौथ मेला की तैयारियां तेज, मेला समिति ने किया दुकानों का आवंटन।

25 अगस्त से 14 सितंबर तक चलेगा चंदौसी का मेला गणेश चौथ।

प्रवाह ब्यूरो
संभल। मेला गणेश चौथ को लेकर मेला कमेटी ने तैयारियां तेज कर दी हैं। रविवार को मेला गणेश चौथ के 65वें महोत्सव के आयोजन को लेकर 25 अगस्त से 14 सितम्बर तक लगने वाले मेले के लिये मेला समिति पदाधिकारियों द्वारा दुकानों और स्टालों का आवंटन किया गया।
मेला इंचार्ज रविन्द्र गुप्ता रूपी ने बताया कि मेले के ग्राउंड को दुकानों और स्टालों के लिये 16 ब्लॉकों जिसमें सरस्वती ब्लॉक, दुर्गा ब्लॉक, लक्ष्मी ब्लॉक, विष्णु ब्लॉक, कृष्ण ब्लॉक, राधा ब्लॉक, राम ब्लॉक, सीता ब्लॉक, नारद ब्लॉक, शंकर ब्लॉक, पार्वती ब्लॉक, गणेश ब्लॉक, हनुमान ब्लॉक व रिद्धि सिद्धि ब्लॉक में बाटा गया हैं। जिसके अनुरूप दूरदराज से आने वाले दुकानदारों को उनकी आवश्यकतानुसार जगह उपलब्ध कराने के लिये दुकानों और स्टॉलों का आवंटन किया गया है। मेला ग्राउंड में कुल 352 दुकानें हैं जहां 35 दुकानें सरकारी प्रदर्शनी की होंगी। रविवार देर शाम तक 276 दुकानों का आवंटन न्यूनतम मूल्य पर हुआ। इस बार मेले में कर्नाटक कैफे के साउथ व्यंजन, राजस्थानी कपड़ा और जूती तथा बच्चों के लिए जर्मन क्ला ‘पंजा’ आदि के विशेष स्टॉल लगेंगे। मेले के खेल गांव में विभिन्न प्रकार के झूले आदि आकर्षण का केन्द्र रहेगें।
साथ ही मेला समिति सदस्य मनोज गुप्ता मीनू ने बताया कि जिला प्रशासन के आदेशानुसार दुकानदारों से आवश्यक दिशानिर्देश स्वरूप शपथ पत्र जमा किए गए। जिसमें प्रत्येक दुकानदार को अग्नि अवरोधक नियंत्रक रखना आवश्यक होगा, मेले में प्लास्टिक और डिस्पोजल पूर्णत वर्जित रहेगी, कूड़ा, कूड़ादान में ही डालना होगा साथ ही दुकान के आगे स्वयं सफाई भी सुनिश्चित करनी होगी जिससे मेला स्थल साफ व स्वच्छ रह सके इसके अलावा बाल श्रमिक आदि पूर्णतः वर्जित रहेंगे।

अवगत रहे कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश का ऐतिहासिक गणेश चौथ मेला इस बार और भी भव्य रूप में मनाया जाएगा। मुंबई के प्रसिद्ध गणेश महोत्सव की तर्ज पर आयोजित होने वाले इस मेले में रथ यात्रा की मुख्य झांकी को इस बार कृत्रिम सीप से सजाया जा रहा है। साथ ही इस बार मेले में वृंदावन की निधिवन झांकी भी आकर्षण केंद्र रहेगी। कलाकार दिन-रात इसकी तैयारियों में जुटे हुए हैं। आगामी 25 अगस्त से प्रारंभ होने वाले गणेश चौथ मेला 14 सितंबर तक चलेगा।
इसे देखने के लिए प्रदेश के अलावा अन्य प्रदेशों से भी लोग आते हैं। जिसे डा. गिरीराज किशोर ने 1961 में पहली बार अपने हाथ से भगवान गणेश की मिट्टी की मूर्ति बनाकर चन्दौसी नगर में भ्रमण कराया।

उस दौरान मंदिर के पास में पूजा-अर्चना के लिए एक-दो प्रसाद की दुकानें ही लगा करती थीं साही मेला गणेश चौथ भी लब सिर्फ 7 दिवसीय होता था, लेकिन अब यह 21 दिन तक चलता है। पहले यह मेला मंदिर के आसपास में लगता था, लेकिन लोगों को हो रही दिक्कत के चलते डॉ. गिरीराज किशोर ने मेले के लिए अलग से जमीन ली और अब हर साल उसी में मेले का आयोजन किया जाता है। 
इस अवसर पर मेला परिषद से मुख्य सचिव हरिगोपाल वार्ष्णेय, ललित किशोर गुप्ता, सुधीर गुप्ता, रविन्द्र कुमार रूपी, मनोज कुमार मीनू, डां. राजीव गुप्ता, प्रजीत कुमार लालू, मेजर शशिकांत गुप्ता, प्रभात कृष्णा, मुकेश ब्रेड, एड. लोकेन्द्र शर्मा, संजय कुमार बब्बू, अभिषेक गुप्ता अप्पू, आशुतोष वार्ष्णेय, शुभम अग्रवाल, संजीव कुमार आदि मौजूद रहे।