
◆ अवैध वसूली करने वाले चार दलाल गिरफ्तार, सात के खिलाफ दर्ज हुआ है मुकदमा।
◆ स्वास्थ्य कर्मी भी सम्मिलित हैं दलालों में, घटना घटित होने पर मांगते थे अतिरिक्त रुपए।
◆ 31 अस्पताल किए गए थे चैक, 19 पर हुआ मुकदमा पंजीकृत।
प्रवाह ब्यूरो
संभल। संभल जनपद में अवैध अस्पतालों के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम और पुलिस ने संयुक्त रूप से 31 अस्पतालों पर चेकिंग अभियान चलाकर 19 अस्पतालों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। अवैध अस्पतालों पर अवैध वसूली करने वाले सात दलालों के नाम सामने आए हैं। जिनमें स्वास्थ्य कर्मी भी शामिल हैं तथा चार को गिरफ्तार कर लिया गया है। जिलाधिकारी तथा एसपी ने गिरफ्तार हुए दलालों का खुलासा करते हुए प्रेस वार्ता कर जानकारी दी है।
संभल जिलाधिकारी डाॅ. राजेंद्र पैंसिया व एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई द्वारा जनपद में गैर पंजीकृत अस्पतालों तथा झोलाछाप चिकित्सकों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग में राजस्व विभाग तथा पुलिस के सहयोग से छापेमारी कर 31 अस्पतालों को चेक किया था। जिनमें से 19 अवैध अस्पतालों में अनियमितता पाई गई। सभी 19 के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया गया है।
जिनमें से चंदौसी में तीन बहजोई में दो, जुनावई में एक, रायसत्ती में एक, गुन्नौर में 6 तथा रजपुरा में 4 व धनारी में दो अस्पतालों पर कार्यवाई की गई है।
मामले को गंभीरता से लेते हुए अपर पुलिस अधीक्षक अनुकृति शर्मा के निर्देशन में गठित हुई टीमों द्वारा अस्पतालों के विरुद्ध पहले भी कार्रवाई की गई थी। लेकिन उल्लंघन करते हुए पुनः अवैध अस्पतालों को संचालित कर लिया गया था। विवेचना के दौरान सामने आया कि अवैध अस्पतालों से दलालों द्वारा एक लाख रुपए से लेकर 5 लाख रुपए तक अवैध वसूली की जाती है तथा किसी भी प्रकार की घटना घटित होने पर अतिरिक्त रुपए दिए जाते हैं। ऐसे सात दलालों के नाम सामने आए।
जिनमें बहजोई के सादातवाड़ी निवासी जगतपाल पुत्र जवाहरलाल, जुनावई थाना क्षेत्र के अहरोला नवाजी गांव निवासी प्रेम सिंह पुत्र गंगा सिंह, रजपुरा के बहटकरण गांव निवासी बबलू गिरी पुत्र आनंद गिरि, बुलंदशहर के नरौरा निवासी संगम पुत्र नंदकिशोर, चंदौसी के ग्रीन चंदौसी निवासी नितिन उर्फ जितेंद्र नाथ गुप्ता, संभल के सराय तरीन निवासी राजीव कौशिक तथा चंदौसी के ही गौरव बंसल का नाम दलालों में सामने आया।
◆ अवैध अस्पतालों पर 5 लाख तक की मांगते थे रंगदारी, घटना घटित होने पर लेटे थे अतिरिक्त।

अभियान के तहत अवैध अस्पतालों पर रंगदारी मांगने वाले साथ दलालों के नाम जहां सामने आए तो वहीं उनमें से चार को गिरफ्तार कर दिया गया।
जिनमें से बबलू गिरी, प्रेम सिंह तथा संगम द्वारा गुन्नौर तहसील क्षेत्र के अवैध अस्पतालों पर मुकदमा दर्ज करने की धमकी देते हुए अवैध वसूली की जाती थी। जब पैसा नहीं दिया जाता था तो जान से मारने की धमकी देते थे तथा मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी जाती थी।
जगतपाल नितिन तथा गौरव बंसल द्वारा संभल व चंदौसी तहसील क्षेत्र के अवैध अस्पतालों को देखा जाता था।
संभल तथा चंदौसी तहसील क्षेत्र में 5 से 10 लाख तक की अवैध वसूली होती थी।
इतना ही नहीं फर्जी रजिस्ट्रेशन करने के नाम पर गुन्नौर के कृष्णा नर्सिंग होम से पंजीकरण के लिए 1.50 लाख रुपए लिए गए थे। जहां जांच में रजिस्ट्रेशन फर्जी पाया गया।
अभियान के तहत सात दलालों के नाम सामने आए। जिनमें से अभी तीन दलाल फरार चल रहे हैं।
दलालों में स्वास्थ्य विभाग से वार्ड बॉय तथा फिजियोथैरेपिस्ट भी सम्मिलित है।