● आदेश की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद खड़ा हो गया था विवाद।
प्रवाह ब्यूरो संभल। संभल की बीएसए अलका शर्मा द्वारा जारी स्कूल मर्जर का एक आदेश विवाद का कारण बन गया। क्योंकि पहले जारी आदेश में कहा गया था कि 70 से कम बच्चों वाले सभी गवर्नमेंट प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूल बंद कर दिए जाएंगे। इन स्कूलों के छात्रों को पास के अन्य स्कूलों में स्थानांतरित किया जाना था। आदेश की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल हाल के बाद विवाद खड़ा हो गया। तदोपरांत बीएसए ने अपना स्पष्टीकरण देते हुए बताया कि पहला आदेश त्रुटिवश जारी हो गया था। उन्होंने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि वास्तव में 50 से कम छात्रों वाले 70 स्कूलों को मर्ज करने का प्रस्ताव है। अलका शर्मा बताया कि 70 से कम बच्चों वाले स्कूलों को बंद करने का जो आदेश था वह त्रुटिवश जारी हो गया था। जनपद में 181 स्कूलों को मर्ज करने के आदेश हुए थे इस मामले में जनपद में तीसरे चरण में 50 से कम बच्चों वाले 70 स्कूल हैं जिन्हें मर्ज करने के आदेश दिए गए लेकिन त्रुटिवश 70 स्कूलों की जगह 70 से कम बच्चों वाले स्कूलों को बंद करने आदेश हो गए जो सब भूल वश जारी हुआ। जिसमें तत्काल सुधार करते हुए स्पष्ट स्थिति को निर्धारण कर दूसरा संशोधित लेटर जारी कर दिया गया है। जिसमें सिर्फ 50 से कम छात्रों वाले 70 स्कूलों को मर्ज करने का प्रस्ताव है।
● कुख्यात अंतर्राज्यीय गिरोह का सक्रीय सदस्य है गिरफ्तार आरोपी सत्य प्रकाश।
प्रवाह ब्यूरो संभल। शनिवार को संभल के धनारी थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक अंतर्राज्यीय गिरोह के सदस्य सत्य प्रकाश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उपरोक्त प्रकरण धनारी स्टेशन की रहने वाली उर्मिला की शिकायत पर संज्ञान में आया। जहां उर्मिला की पति प्रेमपाल की 3 साल पूर्व टीवी बीमारी होने के चलते मृत्यु हो गई थी। तभी धनारी थाना क्षेत्र के बायभूड गांव के अनेक पाल व उसके साथी सरकारी योजना का लाभ दिलाने पीड़ित उर्मिला के घर आकर उसके मृतक पति के आधार कार्ड, बैंक पासबुक, मृत्यु प्रमाण पत्र व उर्मिला का आधार कार्ड व फोटो भी साथ ले गये। कुछ दिन पश्चात उन्होने उर्मिला से कई कागजों पर हस्ताक्षर आदि भी करवा लिए। पकड़े गए आरोपी सत्य प्रकाश ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह अनेकपाल, प्रेमपाल व संजू उर्फ रूप किशोर के साथ मिलकर धोखाधड़ी के कृत्य करता था। हमारा गिरोह गांव में गंभीर बीमारी से पीडित रोगियों की तलाश करता था फिर उनका प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में खाता खुलवाया जाता था। गिरोह के अन्य सदस्य मिलकर खुद बीमा की किस्तें जमा करते थे साथ ही पीड़ित के दस्तावेज भी अपने पास रख ही लेते थे। तदोपरांत बीमित व्यक्ति की मृत्यु के बाद क्लेम की धनराशि आपस में बांट लेते थे। जिसकी नॉमिनी के पास भी कोई जानकारी शेयर नहीं करते थे दस्तावेज अपने पास होने के चलती स्वयं जालसाजी से पैसा आदि भी निकाल लेते थे। उपरोक्त प्रकरण में ही प्रेमपाल और संजू पहले से ही जेल में हैं। उक्त प्रकरण में थाना अध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि विधवा महिला के पति के दस्तावेज आदि लेकर फर्जी तरीके से पॉलिसी आदि करने के मामले में एक आरोपी सत्य प्रकाश को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है जिसमें अग्रिम कार्रवाई जारी है।
● पर्यटन विभाग ने विकास के लिए मंजूर की 7 करोड़ की धनराशि।
● कल्कि मंदिर के लिए 3 करोड़ मंजूर, जल्द बनेगा परिक्रमा पथ।
प्रवाह ब्यूरो संभल। संभल में कल्कि धाम और शंख माधव तीर्थ सहित कई धार्मिक स्थलों का कायाकल्प करने हेतु यूपी की योगी सरकार ने खजाना खोल दिया है। जनपद को धार्मिक पर्यटन केंद्र के तौर पर तैयार करने के लिए कल्कि मंदिर सहित विभिन्न प्राचीन धार्मिक स्थलों के सौंदर्यीकरण एवं विकास के लिए 7 करोड रुपए की धनराशि भी मंजूर कर दी गई है। जहांअधिकारियों ने बताया कि कुल मंजूर राशि में से विशेष रूप से 3 करोड़ रुपये प्राचीन कल्कि मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए आवंटित हुए हैं। साथ ही बताया कि कल्कि धाम और शंख माधव तीर्थ सहित कई धार्मिक स्थलों का कायाकल्प करने की योजना भी जल्द तैयार की जा रही है। शुक्रवार को संभल के उपजिलाधारी विकास चंद्र ने संभल के 68 तीर्थ और 19 कूपों में से शंख माधव तीर्थ, ऋषिकेश महाकूप, मृत्यु कूप के अलावा कल्कि मंदिर का निरीक्षण कर योजनाओं का खाका तैयार कराया। उन्होंने बताया कि यह सिर्फ धार्मिक विकास नहीं बल्कि शहर की गरिमा को पुनर्स्थापित करने की दिशा में एक ठोस पहल है। विकास चंद्र ने बताया कि भगवान कल्कि मंदिर में भव्य परिक्रमा पथ, धार्मिक पेंटिंग, सुंदर बागीचा, श्रद्धालुओं के लिए बैठने की व्यवस्था और भगवान कल्कि का भव्य घोड़ा स्थापित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के अंतर्गत कल्कि मंदिर के लिए तीन करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। संभल में पिछले वर्ष 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के बाद हुईं हिंसा के बाद अचानक ये जिला देश भर में सुर्खियों में आ गया था। इसके बाद यहां जिला प्रशासन ने कई तरह के अभियान चलाए। इसी अभियान के बाद गत वर्ष 14 दिसंबर को 46 वर्ष से बंद कार्तिकेय महादेव मंदिर के कपाट भी खुलवाये गये थे। इसके साथ ही संभल के विलुप्त हो चुके तमाम तीर्थ स्थल और कूपों को खोज निकालने की कार्रवाई की गई थी। संभल के 68 तीर्थ और 19 कूपों के अलावा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित 8 स्मारकों को भी विकसित करने की दिशा में प्रशासन ने काम शुरू कर दिया है।
● कहा- विदेशी कल्चर से प्रभावित हैं पूर्व सीएम, कावडियों की करें सेवा।
बुलंदशहर। गुरु पूर्णिमा महोत्सव पर एक कार्यक्रम के दौरान बुलंदशहर में कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए कहा कि जो लोग अपना नाम छिपाकर काम करते हैं, वे समाज और संविधान को धोखा दे रहे हैं। अखिलेश को सुझाव देते हुए आचार्य ने कहा कि वे दूसरों को सलाह देने की बजाय आत्मचिंतन करें और कांवड़ियों की स्वयं सेवा करें। अखिलेश यादव पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि उनका सनातन को बांटने का षड्यंत्र कभी सफल नहीं होगा। सनातन को मिटाने की बात करने वालों को ये देश कभी स्वीकार नहीं करेगा। साथ ही आचार्य ने कहा कांवड़ियों की तपस्या में बाधा डालने वालों का वे समर्थन नहीं करते। इतना ही नहीं उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी भी धर्म में झूठ बोलने की इजाजत नहीं है। बोले- अखिलेश विदेशी संस्कृति से प्रभावित हैं। अब अखिलेश को कभी दोबारा मुख्यमंत्री बनने का मौका नहीं मिलेगा। आचार्य ने याद दिलाया कि अखिलेश की सरकार में कल्कि धाम के निर्माण पर पाबंदी लगाई गई थी। उन्होंने अखिलेश को सुझाव दिया कि वे दूसरों को सलाह देने की बजाय आत्मचिंतन करें और कांवड़ियों की सेवा करें। उन्होंने चेतावनी दी कि सनातन को मिटाने की बात करने वालों को देश स्वीकार नहीं करेगा। इस अवसर उन्होनें देश वासियों को सावन माह की शुभकामनाएं भी दीं।
● सेक्टर मजिस्ट्रेटों की लगाई गई ड्यूटी, कांवड़ मार्गों पर बंद रहेंगी मांस-मदिरा की दुकानें।
● कांवड़ यात्रा के दौरान रेस्टोरेंटों संचालकों बनाना होगा बिना लहसुन-प्याज का खाना।
● ड्रोन तथा सीसीटीवी कैमरों से की जायेगी कांवड़ियों की निगरानी ।
प्रवाह ब्यूरो संभल। जहां शुक्रवार से सावन मास आरंभ हो गया तो वहीं संभल में पुलिस प्रशासन के साथ जनपदीय प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। कावडियों की सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से ड्रोन तथा सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। शुक्रवार को भी पुलिस में कांवड़ यात्रा की सुरक्षा को लेकर आरआरएफ व पीएसी के साथ एएसपी राजेश कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में पैदल मार्च किया गया। साथ ही डीजे को लेकर गाइडलाइन जारी की गई है, जिसमें डीजे की ऊंचाई 10 फीट से अधिक नहीं रखने के निर्देश दिए गए हैं। सावन मास शुरू होते ही पुलिस प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। संभल एसपी कृष्ण कुमार के निर्देश पर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने भी कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए आवश्यक निर्देश दिए हैं, साथ ही सेक्टर मजिस्ट्रेटों को भी तैनात किया गया है। संवेदनशील मार्गों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। किसी प्रकार की समस्या या व्यवधान उत्पन्न करने वालों पर सख्त कार्यवाई के निर्देश दिए गए हैं। शिव मंदिरों के पास कावड़ यात्रा के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा स्वास्थ्य शिविर लगाने के निर्देश दिए गए हैं। इसी क्रम में जिले के 11 प्रमुख मंदिरों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिविर लगाया जाएगा। इसके अलावा कांवड़ मार्गों पर शराब की दुकानें तथा मांस की दुकानों पर प्रतिबंध लगाया गया है। साथ ही अवैध तथा बिना पंजीकृत चल रहे होटलों पर भी कार्यवाई के निर्देश दिते हुए उन्हें बंद रखने को कहा गया है। व संचालित रेस्टोरेंटों पर कांवड़ यात्रा के दौरान सिर्फ बिना लहसुन-प्याज का खाना मिलने के निर्देश दिए गए हैं। शुक्रवार को अलग अलग थाने की पुलिस और आरआरएफ व पीएसी बल के साथ एएसपी उत्तरी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने कांवड़ यात्रा की सुरक्षा को लेकर पैदल मार्च किया एवं ड्रोन कैमरे से भी निगरानी की गई। प्रशासन ने कावड़ यात्रा के दौरान डीजे की ऊंचाई 10 फीट से अधिक नहीं रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही उन पर भगवान शिव और कांवड़ से संबंधित भजन ही बजाए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
● बहजोई थाना क्षेत्र के रफीपुर में गुरुवार देर रात हुई घटना।
प्रवाह ब्यूरो संभल। संभल के बहजोई थाना क्षेत्र के रफीपुर गांव में गुरुवार देर रात बाइक सवार दो बदमाशों ने एक युवक को गोली मार दी। गोली बाईं जांघ में लगने से युवक घायल हो गया, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं दोनों बाइक सवार बदमाश गाली-गलौज करते हुए मौके से फरार हो गए। भाई की तहरीर पर दो अज्ञात बाइक सवार बदमाशों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। बहजोई थाना क्षेत्र के रफीपुर गांव निवासी धीरेंद्र सिंह एक निजी डॉक्टर है। गुरुवार देर रात्रि धीरेंद्र अपनी डॉक्टर की दुकान पर अपने भाई देवपाल पुत्र प्रेमपाल, गांव के राजू पुत्र नेकसे और ईशुक पुत्र ईदे खां सहित कुर्सियों पर बैठकर बातें कर रहे थे। इस समय एक बाइक पर दो लोग अचानक आए और बराबर में बाइक रोककर तमंचा निकाल इतनी देर में वहां सभी खड़े हो गए। कुछ समझते उससे पहले ही बाइक पर पीछे बैठे बदमाश ने धीरेंद्र पर गोली चला दी। गोली धीरेंद्र के बाईं जांघ में लगी। जिससे वह घायल हो गया। उसके भाई देवपाल व अन्य लोगों ने पीछा किया तो वह बाइक तेज करके गाली-गलौज करते हुए फरार हो गए। घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं भाई देवपाल की तहरीर पर दो अज्ञात बाइक सवार बदमाशों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। थाना प्रभारी बहजोई हरीश कुमार ने बताया कि अज्ञात बदमाशों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। जांच कर कार्यवाई की जाएगी।
नवनिर्मित दीवार पर चक्की के पाट को पुन: स्थापित करती हाइड्रा मशीन
● मूसलाधार बारिश के चलते 18 सितंबर 2024 को हुआ था जमींदोज।
● नगर पालिका ने कराया दीवार का निर्माण, पाट टांगने के बाद लोग जाता रहे आभार।
प्रवाह ब्यूरो संभल। संभल की पहचान व ऐतिहासिक धरोहर चक्की का पाट लगभग 9 माह बाद नगर पालिका द्वारा मजबूत दीवार बनाकर पुन: प्रतिस्थापित करा दिया गया। चक्की के पाट को पुनः दीवार पर टंगा देखकर शहर की प्राचीनता के साथ-साथ ऐतिहासिक धरोहर को लेकर चर्चा का माहौल बन गया। बता दें कि कई वर्षों से शहर के डाकखाना मार्ग पर किले की जर्जर दीवार पर टंगा होने के चलते 18 सितंबर 2024 को मूसलाधार बारिश के दौरान यह पाट जमींदोज हो गया था। तदोपरांत जिला प्रशासन ने मजबूत दीवार तैयार करने का फैसला लिया जिसके लिए पीडब्ल्यूडी और नगर पालिका ने संयुक्त रूप से काम आरंभ किया। 24 नवंबर को जमा मस्जिद के सर्वे के विरोध में हिंसा हुई तो काफी दिनों के लिए कार्य थम गया। हालात सामान्य होने के बाद कार्य में फिर से तेजी आई तो मजबूत दीवार का निर्माण करा उस पर लाल पत्थर लगाकर पाट को पुनः प्रतिस्थापित कर नए रूप में संवार दिया गया। बता दें की चक्की के पाट का जिक्र प्रसिद्ध पुस्तक ‘संभल महात्म’ में भी उल्लेखित है। जिसमें इसे करीब 1000 साल पुराना होने का दावा है। इसका किस्सा पृथ्वीराज चौहान कन्नौज नरेश राजा जयचंद के किस्से से जुडा है। कहा जाता है कि जयचंद की सेना के योद्धा आल्हा, ऊदल और मलखान अपना भेष बदलकर नट की वेशभूषा में जयचंद की बेटी संयोगिता का पता लगाने संभल पहुंचे थे। जहां उन्हें राजा पृथ्वीराज चौहान को किले में होने की जानकारी मिली थी। वर्तमान में जिस स्थान पर चक्की का पाट टंगा हुआ था यह कभी किले की दीवार हुआ करती थी जहां एक खिड़की थी। नट की वेशभूषा वाले आल्हा ने खिड़की से झांकने के लिए पहले एक छलांग लगाकर कील ठोंकी फिर वहां चक्की का पाट टांगा। जहां उस समय पाट की ऊंचाई लगभग 60 फिट होने का जिक्र मिलता है। अब ऐतिहासिकता का प्रतीक गर्व और धरोहर रूपी चक्की का पाट पुन: टंगने को लेकर लोगों में खुशी का माहौल है। जहां लोग शासन-प्रशासन सोशल मीडिया पर इस जीर्णोद्धार कार्य को लेकर बधाई देते हुए आभार व्यक्त करते नजर आ रहे हैं।
प्लेसमेंट पाकर आत्मिक खुशी का इजहार करते टीएमयू के स्टुडेंट्स
● यूपी, उत्तराखंड, बिहार के इन स्टुडेंट्स ने पाई मैक्स हेल्थकेयर में जॉब।
● प्लेसमेंट ड्राइव में कुल 85 विद्यार्थियों ने लिया था भाग।
प्रवाह ब्यूरो मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के पचास से अधिक छात्र-छात्राओं ने प्रतिष्ठित अस्पताल समूह मैक्स हैल्थकेयर में जॉब पाकर सफलता का परचम लहराया है। जहां तीर्थंकर महावीर कॉलेज ऑफ नर्सिंग, मुरादाबाद और तीर्थंकर पार्श्वनाथ कॉलेज ऑॅफ नर्सिंग, अमरोहा के नर्सिंग कॉलेजों के स्टुडेंट्स के लिए यह ख़बर खुशियों का नजराना है। बता दें कि इन कॉलेजों के 51 छात्र-छात्राओं ने प्रतिष्ठित अस्पताल समूह मैक्स हैल्थकेयर में जॉब पाकर अपनी कॉलेज का नाम रोशन किया है। बीएससी नर्सिंग और पोस्ट बेसिक नर्सिंग के नियुक्त ये स्टुडेंट्स उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड और बिहार के रहने वाले हैं। प्लेसमेंट ड्राइव में कुल 85 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया जहां समस्त छात्र-छात्राओं को मैक्स हेल्थकेयर की टीम द्वारा ज्ञान, व्यवहार, पेशेवर दृष्टिकोण व दक्षताओं को लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के जरिए परखने के बाद चयनित किया है। नर्सिंग की प्रो. एसपी सुभाषिनी ने चयनित सभी स्टुडेंट्स को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। मैक्स हेल्थकेयर की ओर से चयन टीम में दीन दयाल, सुजीत, दीपक कपूर, पद्मा, जयप्रकाश और ज्योति सिंह, जबकि टीएमयू कॉर्पाेरेट रिसोर्स सेंटर-सीआरसी की ओर से ज्वाइंट डायरेक्टर सिद्धार्थ सिंह, दानिश रहमानी, सुधांशु सिंह व महविश आदि उपस्थित रहे।
परशुराम प्रतिमा का अनावरण कर माल्यार्पण करते अजीत कुमार ‘राजू’
● पूर्व मंत्री/विधायक अजीत कुमार उर्फ राजू यादव ने किया अनावरण।
● ब्राह्मण शक्ति संघ के प्रदेश अध्यक्ष सहित सैकड़ो परशुराम भक्त रहे मौजूद।
प्रवाह ब्यूरो संभल। सोमवार को गुन्नौर के पीपलवाला स्थित मां चामुंडा देवी मंदिर परिसर में भगवान परशुराम की मूर्ति की स्थापना की गई। सोमवार को पूर्व निर्धारित समयानुसार सुबह 11 बजे वैदिक रीति-रिवाज और मंत्रोच्चारण के बीच भगवान परशुराम की भव्य मूर्ति की स्थापना संपन्न हुई। इस शुभ अवसर पर क्षेत्र के पूर्व मंत्री एवं विधायक अजीत कुमार ‘राजू’ ने विधिवत पूजन आदि कर मूर्ति का अनावरण किया। मूर्ति स्थापना समारोह में ब्राह्मण शक्ति संघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक मिश्रा सहित बड़ी संख्या में परशुराम भक्तों की उपस्थिति रही।
श्रद्धालुओं ने गले में जय श्री राम व जय परशुराम का पटका आदि डालकर परंपरागत पोशाकों में भाग लिया एवं कार्यक्रम स्थल पर विशेष पूजा-अर्चना की गई। पंडित राजाराम शर्मा द्वारा वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ ही धार्मिक वातावरण की सृष्टि हुई। इस अवसर पूर्व मंत्री अजीत कुमार ‘राजू’ ने भगवान परशुराम की जय का उद्घोष करते हुए अपने संबोधन में कहा कि हम सब लोगों का सौभाग्य है कि आज हम सब भगवान परशुराम की मूर्ति अनावरण में शामिल हुये हैं “भगवान परशुराम हमारे ज्ञान, शक्ति और न्याय के प्रतीक हैं। उनकी प्रतिमा समाज को मर्यादा, अनुशासन और संस्कृति की प्रेरणा देती रहेगी।” यहां भगवान परशुराम की मूर्ति प्रतिस्थापित कर सभी लोग ने बहुत ही अच्छा कार्य किया है। यह सनातन को बढ़ावा देने का पुनीत कार्य है। जो भारतीय संस्कृति और धर्म की श्रेष्ठता को दर्शाता है। हमारी सनातन संस्कृति और धर्म विश्व में अद्वितीय और सर्वश्रेष्ठ हैं।
दूसरी तरफ अपने वक्तव्य में ब्राह्मण शक्ति संघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक मिश्रा ने भगवान परशुराम बारे में बताते हुए कहा कि भगवान परशुराम ब्राह्मण थे लेकिन, उनमें गुण क्षत्रियों वाले थे। भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम ऋषि जमदग्नि और रेणुका के पांच पुत्रों में से चौथे पुत्र थे। परशुराम भगवान शिव के परम भक्त थे। उन्हें न्याय का देवता भी कहा जाता था। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, भगवान परशुराम सात चिरंजीवी पुरुषों में से एक हैं और कलयुग में आज के समय में भी धरती पर मौजूद हैं। भगवान परशुराम के जन्म का नाम राम था। जब उन्होंने अपनी कठोर तपस्या से भगवान शिव को प्रसन्न किया। तदोपरांत भगवान शिव ने इन्हें कई अस्त्र और शस्त्र प्रदान किए। जिसमें से परशु भी मुख्य है। उन्होंने परशु धारण किया जिसके बाद ये परशुराम कहलाए। माहौल की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रतिमा अनावरण के मद्देनजर विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन का व्यापक इंतजाम रहा। जिसके तहत मोके पर दर्जनों पुलिसकर्मियों के साथ-साथ पुलिस बल द्वारा चाक चौबंद व्यवस्था रही।
इस अवसर पर आयोजक एवं क्षेत्रवासियों द्वारा आए हुए समस्त सम्मानित गणमान्य व्यक्तियों को माल्यार्पण करते हुए बुके व प्रतिमा आदि भेंट कर सम्मानित किया गया। इसी क्रम में डॉ. गौरव कुमार शर्मा व रामौतार शर्मा ने अनावरण मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री व विधायक अजीत कुमार ‘राजू’ को भगवान परशुराम की प्रतिमा भेंट कर सम्मानित करते हुए आभार व्यक्त किया।
तदोपरांत प्रसाद वितरण के बाद कार्यक्रम का संपन्न किया गया। इस अवसर पर ब्राह्मण शक्ति संघ के पदाधिकारियों में प्रदेश संयोजक मुकेश गौड, प्रदेश कोषाध्यक्ष सचिन शर्मा, जिला महामंत्री विमल शर्मा व प्रदेश मीडिया प्रभारी मुनीष शर्मा के साथ-साथ एड. प्रवेश शर्मा, अभिषेक शर्मा, हिमालय शर्मा, पं. रामवीर शर्मा, आशीष शर्मा, मुकेश गुप्ता, गोपाल कुशवाह, रामौतार शर्मा, मनोज शर्मा, गौरव कुमार शर्मा, अनमोल शर्मा, आकाश शर्मा, वेदवसु आर्य, गणेश शर्मा, मनमोहन शर्मा, शिवा राघव, वीरेश यादव आदि के साथ-साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों और गणमान्य व्यक्तियों व सैकड़ो परशुराम भक्तों ने भाग लिया।
● जिलाध्यक्ष बोले – डा. मुखर्जी के लिए सर्वोपरि थी देश की एकता और अखंडता।
प्रवाह ब्यूरो संभल। रविवार को भाजपाइयों ने संभल के धनारी में भारतीय जन संघ के संस्थापक, महान शिक्षाविद एवं प्रखर राष्ट्रवादी, कुशल राजनीतिज्ञ व समाजसेवी डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती मनाई। इस अवसर पर धनारी मंडल में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष चौधरी हरेंद्र सिंह रिंकू ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर पुष्पार्पण कर दीप प्रचलित कर श्रद्धांजलि देते हुए उनके जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारतीय जनसंघ के संस्थापक थे, जो बाद में भारतीय जनता पार्टी बनी। डॉ. मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई, 1901 को कलकत्ता में हुआ था। आजाद भारत के इतिहास में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी एक ऐसे नाम हैं, जिनके लिए देश की एकता और अखंडता से बढ़कर कुछ भी नहीं था। उत्तर में कश्मीर से लेकर पूर्व में बंगाल तक, उन्होंने देश की इंच-इंच भूमि के लिए संघर्ष किया और जम्मू-कश्मीर से दो प्रधान, दो विधान, दो निशान समाप्त करने के संघर्ष में शहीद हो गए। जनसंघ की स्थापना से उन्होंने एक ऐसा राजनीतिक विकल्प दिया, जिसके मूल में भारतीयता थी। वे महान विचारक, हम सब के प्रेरणापुंज व सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के सच्चे उपासक थे। जहां भाजपा जिला अध्यक्ष का पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा फूलमालाओं बुके आदि भेंट कर सम्मानित किया गया।
वहीं अपनी बात रखते हुए मंडल अध्यक्ष भुवनेश राघव ने मुखर्जी की जयंती पर मंडल कार्यकारणी बूथ अध्यक्ष, सेक्टर संयोजक और मौजूद कार्यकर्ताओं से एक-एक वृक्ष लगाने का आह्वान किया। जहां जिलाध्यक्ष चौधरी हरेंद्र सिंह रिंकू के साथ-साथ स्वयं मंडल अध्यक्ष ने पौधारोपण कर अन्य को प्रेरित किया। इस अवसर पर कार्यक्रम में लायक राम, दिनेश चंद शर्मा, ऋषि पाल सिंह, उमेश राणा, ओमप्रकाश राणा, अनिल, केसरी राणा, हुकुम सिंह कुशवाह, आशु चौहान, नवरत्न सिंह, हरिओम प्रकाश राघव, पुष्पेंद्र कुशवाहा, वीरेश यादव, गिरराज कश्यप, हरि सिंह, संजय राघव, शिवा राघव आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।